राजनीति

ये नजदीकियां, झारखण्ड में बहुत बड़ी राजनीतिक बदलाव के संकेत हैं

इस तस्वीर को ध्यान से देखिये, ये जमशेदपुर की तस्वीर है, जहां भट्टर सिल्वर शो रुम  का उद्घाटन झारखण्ड के दो दिग्गज राजनीतिज्ञ एक खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय और दूसरे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा मिलकर कर रहे हैं, ये कल की तस्वीर है, ठीक इसके एक दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री जमशेदपुर में ढोल पीटकर, करोड़ों रुपये फूंक कर अपने मोमेंटम झारखण्ड का जय जयकार करवा रहे थे। लोगों को बता रहे थे कि उन्होंने 74 कंपनियों को बाहर से बुलवाया, जबकि इनमें से कितने लोग बाहर के हैं, जरा कंपनियों और उनके पता पर सरसरी निगाहें डालेंगे तो पता लग जायेगा।

ये लोग कारखाना भी क्या खोल रहे हैं? तो आपको सुनकर हंसी आयेगी। ये कारखाना हैं – पापड़, दनौड़ी, तिलौड़ी, भूंजा, तेल, कुर्सी, टेबल बनाने का और इन सभी मामूली और तुच्छ चीजों के दुकान खोलने के लिए भी इन्हें लाखों-करोड़ों की जमीन आवंटित कर दी गई हैं, शायद यहीं कारण हैं कि नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने मोमेंटम झारखण्ड के नाम पर हो रही, इस ड्रामेबाजी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वे जिस दिन सत्ता में आयेंगे, सबसे पहले वे मोमेंटम झारखण्ड की गड़बड़ियों की सीबीआई जांच अवश्य करायेंगे।

आश्चर्य इस बात की भी है कि जिस दिन रघुवर सरकार इतना बड़ा कार्यक्रम जमशेदपुर में कर रही थी, उस दिन सरयू राय और अर्जुन मुंडा जमशेदपुर में आयोजित इस कार्यक्रम से अपनी दूरियां बना ली थी, ठीक उसी तरह जैसे जमशेदपुर के भाजपा कार्यकर्ताओं और अन्य महत्वपूर्ण संगठनों ने दूरियां बनाई थी, कुल मिलाकर ये कार्यक्रम जन-जन का न होकर सरकारी कार्यक्रम बन कर रह गया था।

ऐसे भी अगर रघुवर दास और अर्जुन मुंडा के व्यक्तित्व की बात करें, तो अर्जुन मुंडा रघुवर दास से हर मामले में 20 दिखाई पड़ते हैं, चाहे भाजपा कार्यकर्ताओं में लोकप्रियता की बात हो या भाजपा विधायकों या मंत्रियों में। उनकी अपनी अलग पहचान है। हाल ही में 15 अगस्त को राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में जिस प्रकार वे राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से सम्मानपूर्वक मिले। आप उसी दौरान की क्लिक की गई फोटो, जिसमें राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू को अर्जुन मुंडा बुके दे रहे हैं, उस तस्वीर को ध्यान से देखें, कि कैसे उस तस्वीर में गलती से आ गये, राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास की मनोदशा क्या हैं?  यह मैं इसलिए लिख रहा हूं कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती।

राज्य के संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय भी इन दिनों मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा लिये जा रहे कुछ निर्णयों से बहुत ही नाराज चल रहे हैं, वे समय-समय पर अपनी नाराजगी मुख्यमंत्री रघुवर दास के समक्ष लिखित रुप में प्रकट भी कर चुके हैं, पर मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा उन आपत्तियों को नजरंदाज कर देना, उन्हें अच्छा नहीं लग रहा। वे मोमेंटम झारखण्ड जैसे मुद्दे तथा विभिन्न कंपनियों को दी जा रही मुफ्त की महत्वपूर्ण जमीन पर भी नाराजगी जता चुके हैं, साथ ही सरकार द्वारा शराब बेचे जाने के निर्णय ने उन्हें कुछ ज्यादा ही नाराज कर रखा हैं, जिससे वे व्यथित हैं।

इन दिनों सरयू राय और अर्जुन मुंडा के बीच बढ़ती नजदीकियां राजनीतिक विश्लेषकों को अचंभित कर रही हैं, उन्हें लग रहा हैं कि जल्दी ही झारखण्ड में राजनीतिक बदलाव देखने को मिलेंगे, जिसकी शुरुआत कब की हो चुकी है, जिसकी भनक रघुवर दास को भी है, शायद यहीं कारण है कि उनके चेहरे का रंग उड़ता जा रहा हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तो कब की दूरियां बना ली है, क्योंकि पीएमओ को जो यहां से रिपोर्ट जा रहे हैं, वो बता रहे हैं कि सीएम के क्रियाकलापों से पीएम नरेन्द्र मोदी भी नाराज हैं, संघ तो सीएम के रुप में रघुवर दास को देखने तक को तैयार नहीं, क्योंकि संघ मानता है कि रघुवर दास के शासनकाल में संघ और उसके आनुषांगिक संगठनों पर ही सर्वाधिक मार पड़ी हैं, हाल ही में जब रघुवर दास, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ संघ कार्यालय गये थे, तब रघुवर दास को संघ कार्यालय में संघ के स्वयंसेवकों ने भारी फजीहत कर दी थी।

One thought on “ये नजदीकियां, झारखण्ड में बहुत बड़ी राजनीतिक बदलाव के संकेत हैं

  • Rakesh kumar jha

    Everything is right every decision will make my jharkhand much better than other so plz don’t be afraid make a correct decision bcz it is known to every one that if you were born poor it’s not your mistake but if you die poor it’s your mistake. Thanks

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