PM मोदी ने फिर दुहराया, मेरा वचन है भारत मां को, तेरा शीश नहीं झूकने दूंगा, सौगंध मुझे इस मिट्टी की…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज चुरु में थे। चुरु की जनता को देखकर पूरे देश के नब्ज वे पकड़े हुए थे। उन्होंने चुरु की जनता के अंदर भरे–पड़े जोश उत्साह को देख, अंदाजा लगा लिया और कह डाला –आज लोगों का मिजाज कुछ और लग रहा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आपका जोश मैं भलीभांति समझ रहा हूं, साथ ही 2014 में एक चुनावी जनसभा में कही गई एक कविता को पुनः उद्धृत कर समस्त देशवासियों को भरोसा दिलाया कि देश सुरक्षित हाथों में हैं। उन्होंने पुनः वह कविता दुहराते हुए कहा कि
“सौंगंध मुझे इस मिट्टी की
मैं देश नहीं मिटने दुगा,
मैं देश नहीं रुकने दुंगा,
मैं देश नहीं झूकने दुंगा।
मेरा वचन है भारत मां को
तेरा शीश नहीं झूकने दुंगा।
जाग रहा है देश मेरा
हर भारतवासी जीतेगा
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश…”
सचमुच आज पूरा देश भारतीय वायुसेना के शौर्य व पराक्रम की खबर सुनकर गर्व महसूस कर रहा हैं। पाकिस्तान में घुसकर मानवता के दुश्मनों जैश–ए–मोहम्मद के आतंकियों पर हमला केवल एक देश की नहीं, बल्कि मानवता में विश्वास रखनेवाले सभी देशों की जीत है।
हालांकि भारत के इस हमले से हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ हैं, उसने आशा भी नहीं की थी कि भारतीय सेना 100 किलोमीटर अंदर तक घुसकर उनके आतंकियों पर हमले करेगी, उनके ठिकानों को तबाह कर देगी, भारतीय वायु सेना के इस कार्रवाई से पूरे पाकिस्तान में हाय–तौबा मचा है, कल पाकिस्तान के संसद का साझा सत्र भी इस मुद्दे पर बुलाया गया है।
इधर खुशी इस बात की है कि भारतीय वायुसेना के इस कार्रवाई की देश के सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने सराहना की है, तथा पाकिस्तान के अंदर चल रहे आतंकी ठिकानों पर हमले को समय की मांग बताया, हालांकि विश्व का सबसे बड़ा गैर–जिम्मेदाराना अगर कोई देश हैं तो वह पाकिस्तान है, वह इस हमले को किस रुप में लेता हैं, और क्या कार्रवाई करता है, ये आनेवाला वक्त बतायेगा, पर भारतीय सेना ने ये कार्रवाई कर, पाकिस्तानी सेना और उनके आतंकियों को बता दिया कि भारतीय सेना पाकिस्तानियों के गीदड़भभकी से नहीं डरती।
उसे सही समय पर सटीक जवाब देना आता है, भारतीय सेना ही नहीं, भारत की जनता भी आंतकियों के खिलाफ इस कार्रवाई को अपना दिलों जां से समर्थन दे रही हैं, जिसका परिणाम जो भी होगा, भारत के पक्ष में ही होगा, ये पाकिस्तान और वहां के आतंकियों को अक्षरशः जान लेना चाहिए, साथ ही यह भी जान लेना चाहिए कि भारत पहलेवाला भारत नहीं रहा कि उसके प्राक्सी वॉर को सहेगा, अब उसका माकूल जवाब देगा, अब ये पाकिस्तान के उपर है कि वह सही बात समझ पाता है या नहीं, अगर समझ गया तो उसके हक में ठीक है, नहीं तो तैयार रहे और हमले को तथा विश्व के देशों से पूरी तरह अलग–थलग होने को।