राष्ट्रपति या राज्यपाल का फोटो नहीं, राज्य के होनहार CM रघुवर का 3D फोटो सभी ऑफिस में लगाइये, समझे।
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद या झारखण्ड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की फोटो विभागीय कार्यालय में लगे या न लगे, इसकी कोई परवाह नहीं, पर राज्य के सभी विभागीय कार्यालयों में राज्य के होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास का फोटो, वह भी सामान्य नहीं, बल्कि थ्रीडी (3D) फोटो अवश्य रहना चाहिए, यह फोटो दीवारों पर अवश्य टंगी रहनी चाहिए, अगर किसी विभाग में ऐसा देखने को नहीं मिला तो समझ लीजिये, उस विभाग या उक्त अधिकारी का खैर नहीं।
हद हो गई, कोई व्यक्ति झूठे सम्मान व अभिमान को लेकर कितना नीचे गिर सकता है, उसका सुंदर उदाहरण है, झारखण्ड राज्य के एकमात्र होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास। इन दिनों राज्य के विभिन्न विभागों में उन्हें खुश करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, विभिन्न पुलिस थानों, विभिन्न राजकीय स्कूलों में छोटे–छोटो इनके होर्डिंग लगाने के बाद, अब विभिन्न विभागों में इनका थ्रीडी, फ्रेम किया हुआ फोटो लगाया जा रहा है, ठीक उसी तरह जैसे दक्षिण भारत के तमिलनाडू राज्य में जयललिता के फोटो उनके जीवित अवस्था में लगा करते थे, और अब तो तमिलनाडू में शायद ही कोई ऐसा विभाग होगा, जहां जयललिता के फोटो नजर नहीं आते होंगे।
पर झारखण्ड के हालात तो दूसरे हैं, यहां राज्य के होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास के सामान्य फ्रेम किये फोटो नहीं,बल्कि थ्रीडी फोटो दिवारों पर टांगी जा रही है ताकि लोग इस थ्रीडी फोटो को देखकर रोमांचित हो जाये कि राज्य का होनहार मुख्यमंत्री ऐसा है कि वह राज्य में भारी भरकम हाथी को भी उड़ा देता है।
कई विपक्षी दलों के नेता, राज्य के एकमात्र होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास के इस सोच पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहते है कि आखिर पता नहीं, अपने राज्य के मुख्यमंत्री को क्या हो गया, काम–धाम कुछ नहीं, बस अपना चेहरा चमकाने में ही उनका ज्यादा दिमाग लग रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि अगर आप जनहित में काम करेंगे तो स्वयं आपका यश–कीर्ति फैलता जायेगा, पर इस व्यक्ति ने सारा काम–काज छोड़कर, अपना चेहरा चमकाने में ही ज्यादा ध्यान लगा रहा, होर्डिंग–बैनर, एलइडी–स्क्रीन से होते हुए अब ये थ्रीडी फोटो में समा गये और दीवारों पर टंग गये। आखिर ये नौंटकी कब बंद होगी, समझ नहीं आ रहा।