‘न्यूज 18’ टिकट के संबंध में गलत समाचार चला रहा है, गलत हाथों में खेल रहा है, सावधान रहें – रवीन्द्र
डा. रवीन्द्र कुमार राय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि से आते है। पूर्व में जब झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी भाजपा से अलग हुए, तो वे बाबू लाल मरांडी के साथ झारखण्ड विकास मोर्चा में शामिल हो गये, कुछ समय यहां बिताने के बाद जब उनका मन नहीं लगा तो वे वापस भाजपा में चले आये, प्रदेश अध्यक्ष भी बने, पार्टी ने कोडरमा से पिछली बार लोकसभा का चुनाव लड़ाया, ये लोकसभा भी पहुंच गये, पूर्व में ये झारखण्ड विधानसभा की भी शोभा बढ़ा चुके है।
इन दिनों एक बार फिर ये चर्चा में है, चर्चा इस बात को लेकर है कि पिछली लोकसभा में कोडरमा का प्रतिनिधित्व कर चुके, डा. रवीन्द्र कुमार राय के दावेदारी पर तलवार लटक रही है, हालांकि अभी भी कोडरमा संसदीय सीट पर भाजपा की ओर से कौन चुनाव लड़ेगा? इसकी घोषणा नहीं हुई, भाजपा ने तो अभी तक चतरा और रांची में उसका कौन कैंडिडेट होगा, इसकी भी घोषणा नहीं की है, पर एक ‘न्यूज 18’ चैनल द्वारा उनके खिलाफ एक समाचार प्रसारित कर दिये जाने से, वे थोड़े खफा है।
इस संबंध में, उक्त चैनल के खिलाफ डा. रवीन्द्र कुमार राय ने अपने सोशल साइट यानी फेसबुक पर लिखा है कि “मेरे मित्रों ‘न्यूज 18’ टिकट के संबंध में गलत समाचार चला रहा है। गलत हाथों में खेल रहा है। सावधान रहें। घोषणा नहीं हुई है, जो विरोधी है, उन्हें मेरे पोस्ट पढ़ने की जरुरत नहीं।”
अब सवाल उठता है कि क्या सचमुच ‘न्यूज 18’ चैनल के लोग गलत हाथों में खेल रहे हैं? ऐसे तो चैनलों और पत्रकारों पर इस प्रकार के गंभीर आरोप लगते रहते हैं, पर चुनाव के समय भाजपा जैसी पार्टी के एक निवर्तमान सांसद द्वारा यह आरोप मढ़ा जाना कि न्यूज 18 चैनल गलत समाचार चला रहा है, गलत हाथों में खेल रहा हैं, सावधान रहे, बहुत कुछ कह दे रहा है, अगर इस आरोप में सच्चाई नहीं हैं, तो न्यूज 18 चैनल को इसका खंडन करना चाहिए और नहीं तो सभी जानते है कि मौनं स्वीकृतम् लक्षणम्।
इधर इस संबंध में विद्रोही 24.कॉम से बातचीत में डा. रवीन्द्र कुमार राय ने कहा न्यूज 18 वालों ने जो भी उनसे संबंधित न्यूज चलाएं हैं, वो मनगढंत हैं, किसी ने न्यूज चलाने के पूर्व उनसे बातचीत करना जरुरी नहीं समझा और न उनके विचार लिये, अपने मन से उनसे सबंधित समाचार चला दिये, जो पूर्णतः गलत है, अभी तो पार्टी ने डिसाइड ही नहीं किया कि कोडरमा से प्रत्याशी कौन होगा? उनकी तो आत्मा ही भाजपा में बसती है, वे भाजपा क्यों छोड़ेंगे?
उन्होंने इस प्रकार के समाचार को लेकर संभावनाएं व्यक्त की, कि हो सकता है कि इस प्रकार के समाचार से उन्हें ब्लैकमेलिंग करने की कोशिश की गई हो, पर वे ऐसे मिट्टी के बने है, कि उन्हें कोई ब्लैकमेलिंग कर ही नहीं सकता, उन्होंने यह भी कहा कि उचित समय आने पर वे इसकी शिकायत भारत चुनाव आयोग से भी करेंगे।
चुनाव है,हवा पानी चलेगा।