राजनीति

दिशोम गुरु के खिलाफ अनर्गल बयान से खफा, JMM ने कहा CM रघुवर का दिमागी संतुलन बिगड़ा

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के नेताद्वय संजीव कुमार और अमित महतो ने आज रांची में प्रेस कांफ्रेस करके कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास जिस प्रकार से अपने नेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, उससे साफ लगता है कानून की भाषा में, राज्य के सीएम रघुवर दास के दिमाग का संतुलन बिगड़ गया है

उन्होंने इस संबंध में संवाददाताओं के जिज्ञासाओं को शांत करते हुए कहा कि आप देखेंगे कि कुछ लोग ऐसे होते हैं, कि कभी किसी को सर पर उठा लेते हैं, तो कभी अपने पिछले बयानों से मुकर जाते हैं, ऐसे ही लोगों के लिए कानून की भाषा में कहा जाता है, कि ऐसा व्यक्ति विश्वास के लायक नहीं हैं। ऐसा व्यक्ति मानसिक रुप से बीमार है।

संजीव कुमार का कहना था कि सीएम रघुवर दास का हाल ही में बयान आया है कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन कोयला घोटाले में फंसे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि गुरुजी न कोयले घोटाले में अभियुक्त हैं, न ही उन्हें कोयला मंत्रालय से हटाया गया है, न वे कभी कोयला घोटाले में गिरफ्तार हुए हैं, यहां तक की गवाह भी नहीं बनाये गये हैं, ऐसे में कोयला घोटाला का नाम लेकर शिबू सोरेन पर व्यक्तिगत प्रहार करना मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता। संजीव कुमार का यह भी कहना था कि सीएम रघुवर दास अपनी याददाश्त खासकर कोयले मामले पर दुरुस्त कर लें।

उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में सीएम रघुवर दास का यह भी बयान आया है कि शिबू सोरेन का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, वे ठीक से चल नहीं पाते, दरअसल यह बयान देकर रघुवर दास ने केवल शिबू सोरेन का अपमान नहीं किया, बल्कि जिन्होंने आजीवन जल, जंगल जमीन और झारखण्ड आंदोलन के लिए अपना जीवन उत्सर्ग कर दिया, उसका अपमान किया है, यह राज्य के संपूर्ण आदिवासियों-मूलवासियों, संथालियों का अपमान है। इस अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

संजीव कुमार ने यह भी कहा कि उनका ज्यादातर समय दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सान्निध्य मे गुजरा है, वे दावे के साथ कह सकते है कि शिबू सोरेन ने कभी किसी के उपर व्यक्तिगत हमला नहीं किया, पर आज जिस प्रकार की परिपाटी राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रारम्भ किया, उसे सहीं नहीं कहा जा सकता, राज्य के सीएम रघुवर दास को अपनी भाषा व बोली पर तो नियंत्रण रखना ही चाहिए।