गोड्डा, राजमहल और दुमका में महागठबंधन की जीत सुनिश्चित, दिशोम गुरु शिबू सोरेन बनायेंगे रिकार्ड
इस भीषण गर्मी में संताल परगना के मतदाताओं ने बम्पर वोटिंग की हैं, अगर विद्रोही24.कॉम से कोई पूछे कि इन तीनों सीटों पर कौन जीतेगा, तो यह कहने में विद्रोही24.कॉम को कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी, कि गोड्डा में जेवीएम और राजमहल व दुमका में झामुमो की बल्ले-बल्ले हैं, क्योंकि वोट देने विभिन्न मतदान केन्द्रों पर आई जनता के मन में पीएम मोदी के प्रति कम पर राज्य के सीएम रघुवर दास के खिलाफ आक्रोश ज्यादा दिखा, और ये आक्रोश विभिन्न मतदान केन्द्रों पर भाजपा के खिलाफ वोट के रुप में दिखा।
संताल परगना के दुमका व राजमहल में महिलाओं की पहली पसंद तीर-धनुष थी, जबकि गोड्डा में कंघी का बोलबाला रहा, मतदान संपन्न होने के बाद सभी कार्यकर्ताओं ने राहत की सांस ली हैं, और अपने-अपने प्रत्याशियों को एक तरह से एडवांस में जीत की मुबारकबाद भी दे दी। जेएमएम आज के मतदान के बाद मिठाइयां बांट सकता हैं, क्योंकि अगर ये जनाक्रोश विधानसभा चुनाव तक रह गया तो लगता है कि भाजपा को इस इलाके से एक सीट भी नहीं मिल पायेगी।
दुमका में जिस प्रकार आज मतदान हुआ हैं, यहां से झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन रिकार्ड बनाने जा रहे हैं, यहीं हाल राजमहल से झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ रहे विजय हांसदा का हैं, गोड्डा में निश्चित ही झाविमो उम्मीदवार प्रदीप यादव आज राहत की सांस लिये होंगे, जब उन्हें एक-एक मतदान केन्द्र का रिपोर्ट मिल रहा होगा। कुल मिलाकर देखें तो इस बार झामुमो ने जिस प्रकार से भाजपा को घेरा, उसकी रणनीति कामयाब रही। इस बार ग्रामीण और शहरी इलाकों दोनों जगहों पर भाजपा को शिकस्त मिली हैं।
राजनैतिक पंडितों की मानें तो संताल परगना की जनता ने बड़े ही प्रसन्न होकर भाजपा की इस बार विदाई कर दी हैं, साथ ही लोकसभा की इन तीनों सीटों को महागठबंधन को सौंपकर, एक तरह से विधानसभा का बतौर सगुन नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन को उपहारस्वरुप प्रदान कर दिया है, अब यहां 23 मई को सिर्फ औपचारिकता मात्र बच गया है, क्योंकि जनता ने बता दिया कि अबकी बार संताल परगना में तीर-धनुष और कंघी का बेड़ा पार।