प्रभात खबर ने रघुवर भक्ति में लीन होकर जनता के सामने झूठी खबरें परोस दी
आज रांची से प्रकाशित प्रभात खबर का पृष्ठ संख्या सात देखिये। जिसमें एक खबर छपी है, खबर की हेडिंग है – “लोकसभा चुनाव के लिए नेताओं-कार्यकर्ताओं का अभिनन्दन, बोले सीएम, मिशन 2019 नहीं हुआ है पूरा, विस में जीतनी है दो तिहाई से ज्यादा सीटें”। अब इस खबर के अंदर में जाइये, खबर में बताया गया है कि इस कार्यक्रम में अर्जुन मुंडा भी उपस्थित थे, सच्चाई यह है कि पूरे कार्यक्रम से अर्जुन मुंडा गायब थे, और अर्जुन मुंडा तब पहुंचे, जब सारा कार्यक्रम समाप्त हो चुका था।
जब सारा कार्यक्रम ही समाप्त हो गया, और उसके बाद अर्जुन मुंडा सीएम हाउस पहुंच रहे हैं तो आप कैसे कह सकते है कि इस कार्यक्रम में अर्जुन मुंडा भी मौजूद थे। सूत्र बताते है कि केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा इस कार्यक्रम से जानबूझकर दूरी बनाना चाहते थे, क्योंकि वे जानते थे कि इस कार्यक्रम की आड़ में क्या होने जा रहा हैं और कौन खुद को महिमामंडित कर रहा है, इसलिए वे ऐसे समय पहुंचे, जब सारा कार्यक्रम ही खत्म हो गया था।
दूसरी ओर प्रभात खबर ने इस कार्यक्रम में दो फोटो छापे हैं, एक फोटो में, सोना खान, प्रदेश अध्यक्ष, अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा, मो. काजिम कुरैशी, प्रदेश प्रभारी, अल्पसंख्यक मोर्चा, आलमगीर अंसारी, कार्यालय मंत्री, अल्पसंख्यक मोर्चा, मुख्यमंत्री रघुवर दास को बूके देते नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरे फोटो में कार्यक्रम में भाग ले रहे नेताओं-कार्यकर्ताओं की भीड़ दिखाई दे रही हैं।
अब जिस फोटो में सोना खान, प्रदेश अध्यक्ष, अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा, मो. काजिम कुरैशी, प्रदेश प्रभारी, अल्पसंख्यक मोर्चा, आलमगीर अंसारी, कार्यालय मंत्री, अल्पसंख्यक मोर्चा, मुख्यमंत्री रघुवर दास को बूके देते नजर आ रहे हैं, उसके नीचे प्रभात खबर ने जो फोटो कैप्शन दिये हैं, उसको ध्यान से पढ़िये, उसमें लिखा है – “सीएम आवास पर आयोजित अभिनन्दन समारोह में कार्यकर्ता को सम्मानित करते मुख्यमंत्री रघुवर दास।”
जबकि इस फोटो की सच्चाई के बारे में विद्रोही 24.कॉम ने पता लगाया तो उस कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह फोटो कैप्शन ही गलत है, क्योंकि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किसी भी भाजपा कार्यकर्ता को मंच पर बुलाकर सम्मानित नहीं किया था। ये फोटो तो तब खींची गई थी, जब मंच संचालन कर रहे दीपक प्रकाश ने ईद के मौके पर अल्पसंख्यकों की ओर से मुख्यमंत्री रघुवर दास को बूके देने को इन्हें बुलाया था, ये बूके अल्पसंख्यक नेताओं ने मुख्यमंत्री को दी थी, न कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भाजपा कार्यकर्ताओं को बुलाकर सम्मानित किया। ये फोटो कैप्शन देकर प्रभात खबर द्वारा पूरे खबर की दिशा ही बदल दी गई, जो गलत है।
क्योंकि आम तौर पर जो लोग इस कार्यक्रम में नहीं उपस्थित रहे होंगे, वे जब इन फोटो को देखे होंगे, इसके फोटो कैप्शन को पढ़े होंगे, तब तो वह यहीं समझे होंगे कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इन तीनों को बुलाकर मंच पर जरुर सम्मानित किये होंगे। जबकि सच्चाई कुछ और ही हैं, ऐसे भी ऐसी झूठी खबरें आज किसी ने भी प्रकाशित या प्रसारित नहीं की है, जैसा कि प्रभात खबर ने किया।
आजकल देखने में आ रहा है कि राज्य के सभी अखबार रघुवर भक्ति में लीन है, उसका मूल कारण लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा और सीएम रघुवर दास की ओर से दिखाई गई उदारता है, ये उदारता बरकरार रहे, इसे लेकर रघुवर दास का झूठा महिमामंडन करने का सिलसिला अब तक जारी है, ऐसे में राज्य की जनता को स्वयं सावधान होना पड़ेगा, नहीं तो अखबारवाले अपने झूठ से उन्हें दिग्भ्रमित करते रहेंगे, और जो नहीं भी हुआ या जो नहीं भी आये, उसे भी सच की तरह परोस देंगे।