पूर्व सैनिक सेवा परिषद की ओर से जमशेदपुर की वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता को मिला शौर्य सम्मान
कल अन्नी बहुत खुश थी, खुश होना भी चाहिए, अन्नी को कल शौर्य सम्मान मिला है, यह शौर्य सम्मान उस दिन मिला, जिस दिन भारत की महान वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई शहीद हो गई। जिनके बारे में सुप्रसिद्ध कवयित्री लिखती है – “अंग्रेजों के मित्र सिंधिंया ने छोड़ी रजधानी थी, खुब लड़ी मर्दानी वो तो झांसीवाली रानी थी।” ऐसे तो अन्नी को जमशेदपुर में बहुत सारे सम्मान समय–समय पर मिले हैं, पर इस पुरस्कार से अन्नी कुछ ज्यादा ही चहकी, क्योंकि यह पुरस्कार उसे महारानी लक्ष्मीबाई के शहीद दिवस पर, उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने दिया।
अन्नी ऐसे भी पत्रकारिता के क्षेत्र में लक्ष्मीबाई से कम नहीं हैं, वो फिलहाल इन दिनों अंदर और बाहर दोनों से लड़ रही हैं, पत्रकारिता के गिरते स्तर पर दुखी जरुर होती है, फिर भी वो लड़ती हैं, और खुद को अब तक बचा कर रखी है। उसके पास जैसे ही न्यूज आता है, वो उसके चरित्र को समझ लेती है और उसके साथ वैसा ही व्यवहार करती है, जो जरुरी होता है, जिसके कारण वंचितों को समय-समय पर लाभ प्राप्त हो जाता है, ऐसे भी तो पत्रकारिता का मतलब भी यहीं होता है कि वंचितों को लाभ मिले, तथा उन्हें दंड जो गलत करते हैं।
कल जब जमशेदपुर के जुबिली पार्क में कार्यक्रम महारानी लक्ष्मीबाई के शहादत दिवस के दिन कार्यक्रम आयोजित था, तब वह शौर्य सम्मान प्राप्त करने के क्रम में बोली थी – “हर महिला के भीतर एक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई है, क्योंकि हर महिला में ये काबिलियत होती है, कि वह विपरीत परिस्थितियों में भी दुश्मनों को छक्के छुड़ा दें। हर महिला में समाज को बदल डालने का जज्बा होता है, जो उसे लक्ष्मीबाई की श्रेणी में ले आता है।”
अन्नी अमृता वरिष्ठ पत्रकार हैं, फिलहाल न्यूज 18 से जुड़ी है। जिन्हें कल सैन्य मातृशक्ति और पूर्व सैनिक सेवा परिषद् जमशेदपुर द्वारा आयोजित शौर्य सम्मान में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मंजुला, विषय प्रवेश अनिल सिन्हा और धन्यवाद ज्ञापन योगेश कुमार ने किया। इस कार्यक्रम के दौरान भारत माता की जय, वंदे मातरम् और झांसी की रानी अमर रहे के नारे भी वातावरण में गूंजते रहे।