माननीयों के लिए फाइवस्टार होटलों जैसी सुविधा नई दिल्ली में, झारखण्ड के सीएम ने बनाया प्लान
राज्य के माननीय विधायकों, आइएएस व आइपीएस अधिकारियों के लिए दिल को प्रसन्न करनेवाली खबर है। राज्य की रघुवर सरकार ने दिल्ली में इनके रहने-ठहरने की परेशानी को देखते हुए फाइव स्टार सुविधावाली झारखण्ड भवन बनाने का निर्णय ले लिया है। यह फाइव स्टार सुविधावाली झारखण्ड भवन 20 महीने में तैयार हो जायेगा। राज्य की जनता की टैक्स से आये 75 करोड़ रुपये इस पर खर्च होंगे।
यह भवन नई दिल्ली में संभवतः ऐसी पहली बिल्डिंग होगी जो पूर्णतः बैरियर फ्री होगी। भविष्य में माननीयों को अगर शारीरिक दिक्कत हो जाये तो उसका भी इसमें पहले से ही ख्याल रखा गया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वयं ही इस पर निर्णय लिया है। सात फ्लोर के अलावे इसमें भूतल में पार्किंग की व्यवस्था भी है, जिसमें माननीयों और उनके चहेतों की 117 गाड़ियां पार्क हो सकती है।
इस पूरे भवन में माननीयों, आइएएस व आइपीएस अधिकारियों की सुरक्षा का विशेष प्रबंध भी किया गया है। पूरे भवन में एक्सेस कंट्रोल और सीसीटीवी की भी सुविधा हैं। इसका प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री रघुवर दास के समक्ष इएफएनआरए कंसल्टेंट नई दिल्ली द्वारा कल किया गया।
इस फाइव स्टार सुविधावाली झारखण्ड भवन में ग्राउंड फ्लोर पर उत्कृष्ट कोटि का रेस्तरां तथा इंडस्ट्रियल रसोई भी बनेगा। प्रथम तल पर झारखण्ड के राजा यानी मुख्यमंत्री, स्थानिक आयुक्त, अपर स्थानिक आयुक्त आदि का कार्यालय एवं एक कन्वेंशन हॉल होगा। जिसमें 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। इस भवन में कुल 72 कमरें होंगे तथा एक फ्लोर पर मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल के लिए विशेष कक्ष होगा। इसके अलावा दो और अति महत्वपूर्ण कक्ष होंगे।
मुख्यमंत्री रघुवर दास की यह सबसे बड़ी उपलब्धि है, उन्होंने अपने जैसे, राज्य में आनेवाले कई मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, आइएएस व आइपीएस अधिकारियों की बहुत बडी मनोकामनाएं पूर्ण कर दी, ताकि वे जब तक जिंदा रहे, दिल्ली आकर इस परमसुख को बिना किसी भुगतान के इन्जवाय कर सकें, क्योंकि नई दिल्ली में फिलहाल सामान्य स्तर के होटलों या घरनुमा सामान्य कॉटेजों या भवनों में रहने में इन्हें काम करने में असुविधा होती है। फाइव स्टार वाली सुविधा मिलते ही यहां के माननीयों का मनमस्तिष्क और तीव्र गति से काम करेगा तथा झारखण्ड की गरीब जनता को वे अपनी ओर से बेहतर सेवा देने में सक्षम हो जायेंगे।