हेमन्त ने अत्याचारी रघुवर सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए साहेबगंज से शुरु की बदलाव यात्रा, मिला जनसमर्थन
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की बहुचर्चित बदलाव यात्रा का कल शुभारंभ हो गया। संथाल हूल विद्रोह के महानायक वीर शहीद सिदो–कान्हू और चांद–भैरव की वीरभूमि भोगनाडीह में इन महान वीरों की प्रतिमा को नमन और माल्यार्पण कर नेता प्रतिपक्ष एवं झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन ने राज्य की अत्याचारी रघुवर सरकार को उखाड़ फेंकने का लोगों से आह्वान किया।
हेमन्त सोरेन ने वहां उपस्थित जनसमुदाय से कहा कि वे इस बदलाव यात्रा में उनके साथ चलें और नये झारखण्ड निर्माण में अपनी भूमिका को सुनिश्चित करें। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि यह बदलाव यात्रा निश्चित ही झारखण्ड को संवारकर दम लेगी। हेमन्त सोरेन ने वहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को विश्वास दिलाते है कि उनकी सरकार जैसे ही झारखण्ड में बनेगी, राज्य की जनता को उनका हक मिलेगा।
राज्य के आदिवासी भाइयों–बहनों को 28 प्रतिशत, ओबीसी भाई–बहनों को 27 प्रतिशत और अनुसूचित जाति के भाई–बहनों को 12 प्रतिशत आरक्षण उपलब्ध कराया जायेगा। हेमन्त सोरेन ने यह भी कहा कि गरीब परिवारों को सभी सुविधा के साथ आवास के लिए वे तीन लाख रुपये मुहैया करायेंगे। हेमन्त सोरेन राज्य में बढ़ती बेरोजगारी और पलायन का भी मुद्दा उठाया तथा नौजवानों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार बनने के बाद युवाओं को पहले पांच लाख नौकरी और जब तक रोजगार उन्हें नहीं मिलेगा, वे बेरोजगारी भत्ता दिलवायेंगे। निजी क्षेत्रों में स्थानीय युवाओं के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण उपलब्ध कराया जायेगा।
हेमन्त सोरेन यह भी कहा कि किसानों को बिचौलियों, महाजनों और साहूकारों से मुक्ति दिलाने के लिए हर गांव में किसान बैंक की स्थापना होगी, जहां उचित मूल्य में अपने ही गांव में किसान हर एक उत्पाद बेच सकेगा। साथ ही राज्य में किसी को भय के साथ जीने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
बदलाव यात्रा के दौरान हेमन्त सोरेन अपने समर्थकों के साथ साहेबगंज के उस गंगाघाट पर भी गये, जहां अप्रैल 2017 में पुल बनाने की घोषणा हुई थी। हेमन्त सोरेन ने वहां की स्थिति देख, बयान दिया कि जुमलापसंद और डबल लूट की भाजपा सरकार कभी भी झारखण्ड की हितैषी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि व्यापार की संभावनाओं से सराबोर इस पुल को उनकी सरकार पहले वर्ष में ही पूर्ण करायेगी।