संघ के एक स्वयंसेवक ने हाथ में बैनर लेकर रघुवर सरकार के प्रति अपना आक्रोश जताया
झारखण्ड में मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके अफसरों के कारनामें से जनता ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी खफा है, समय-समय पर कई स्वयंसेवकों ने इन अफसरों और मुख्यमंत्री की क्लास ली है। एक बार तो रांची स्थित संघ मुख्यालय में ही एक संघ के उच्चस्थ पदाधिकारी ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष जमकर क्लास लगाई थी, उसके बाद से संघ के मठाधीश व्यापारियों ने उक्त व्यक्ति को फिर दुबारा किसी भाजपाई मंत्री के समक्ष लाने की कोशिश नहीं की, शायद उन्हें डर हो गया कि कही ऐसा नहीं कि अमित शाह जैसों के सामने भी ये व्यक्ति रघुवर दास का पोल न खोल दें।
खैर वर्तमान में संघ का एक स्वयंसेवक, एक कागज का बैनर लेकर, राज्य में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। इस स्वयंसेवक की निष्ठा पर अंगूली नहीं उठाई जा सकती और न ही इसकी देशभक्ति पर कोई सवाल खड़ा कर सकता है। इस स्वयंसेवक का नाम आदित्य स्वरुप साहू है। आज वह बड़े ही शांतचित होकर एक कागज का बैनर लिया, और रांची के अलबर्ट एक्का चौक के पास स्थित अलबर्ट एक्का की प्रतिमा के समक्ष खड़ा हो गया। जिस पर लिखा था।
“मैं झारखण्ड हूं, यहां अफसरशाही इस कदर हावी है कि 22 सौ करोड़ की कोनार नहर 12 घंटे में बह जाती है और विभागीय इंजीनियर इसका कारण अपने कमीशनखोरी को नहीं, बल्कि चूहों के बताते हैं…”
यानी जिस रघुवर दास के शासनकाल की आरती उतारते वक्त भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की जीभ नहीं थकती, उस रघुवर दास के खिलाफ एक सामान्य स्वयंसेवक कैसे अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहा हैं, उसका यह सुंदर उदाहरण है, पर शायद ही भाजपा और संघ के पदाधिकारियों के कानों पर जूं रेंगेगी।
vidhansabha chunao raghuvar das ke netritva me lada jayega………..mere vichar se ab wo cm hain,karyakartta nahi,chunao me pyar se sabhyata se shalintta se bina pair par pair chatthaye shaliuntta se baat karnee hotee hai…..karyakarton se aur matdataon se……???kya wo kar payenge??