खूंटी में हुए मोबलाइज़ लींचिंग के ख़िलाफ रांची में मानव श्रृंखला बनाकर हुआ मौन प्रदर्शन
मोबलाइज़ लींचिंग में मृतक दिव्यांग केलेम बारला, गंभीर घायल फागू कच्छप, फिलीप होरो को इंसाफ़ दो। ये कैसी हैवानियत, न दिव्यांग को छोड़ा, न मासूम बच्चों को, कर्रा(खूंटी) के दोषियों पर कार्रवाई करो, मोब लींचिंग पर नोडल पदाधिकारी और उनकी कार्रवाई कहां गई, झारखंड में मोब लींचिंग पर माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कब होगा? धर्म–खानपान–चेहरे के नाम पर नफ़रती तत्वों पर ठोस कार्रवाई करो।
अल्पसंख्यकों को दहशत में डालना बंद करो, मोब लींचिंग या मोब लाइज़ लींचिंग, मोबलाइज़ लींचिंग के दोषियों को फांसी दो, मोबलाइज़ लींचिंग के नाम पर नफ़रत–उन्माद–फ़साद फैलाना बंद करो, मोब लाइज़ लींचिंग के नाम पर जान से मारना बंद करो, जोलहा–कोल्हा भाई भाई, झारखंड में अब तक हुए मोब लींचिंग के पीड़ितों को कब इंसाफ़ मिलेगा?
झारखंड को मोबलाइज़ लींचिंग से बदनाम करना अब तो बंद करो, मोबलाइज़ लींचिंग पर कर्रा–खूंटी प्रशासन पर कार्रवाई करो, जैसे मांगों भरे तख्तियों के साथ मानव श्रृंखला बनाकर ख़ामोश प्रदर्शन आज शाम रतन टॉकिज़ चौक, कोनका रोड, मेन रोड, रांची में सामाजिक एक्टिविस्टों एव सामाजिक जिम्मेदारों के द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में अतिथि के रुप में झारखंड आंदोलनकारी प्रेमचंद्र मुर्मू,अध्यक्ष, आदिवासी बुद्धिजीवी मंच,मजदूर नेता भुनेश्वर केवट, पत्रकार अलोका कुजूर, सुशांतो मुखर्जी, अनिता गाड़ी, चंद्रा रश्मि, अमरनाथ लकड़ा, प्रभाकर नाग, एनामुल हक आदि शामिल थे।
कार्यक्रम में शामिल नदीम खान, वारिश कुरैशी, नौशाद अहमद, बशीर अहमद, जमील अख़्तर गद्दी, इफ़्तेख़ार अहमद, साज़िद उमर, मो. फ़हीम, परवेज़ उमर, दानिश रहमानी, मो. जियाउल्लाह, अकरम रशीद, चंदू, मो. कामरान, अबूजर गफ़्फ़री, मो. मोजाहिद, मो. नौशाद आलम, मतीउर रहमान डब्लू, नुरुल होदा, मुर्शीद आलम, अदीब अशरफ़ी,समेत अन्य शामिल थे।