कश्मीर को कैदखाने में तब्दील करने के खिलाफ रांची के वामदल उतरे सड़कों पर
कश्मीर को कैदखाने में तब्दील करने के खिलाफ एवं गिरफ्तार हजारों बच्चो और विपक्षी नेताओं की रिहाई के लिए भाकपा माले ,माकपा ने आज कश्मीर की जनता के मांगों के साथ एकजुटता रैली निकाली। रैली माले कार्यालय से शुरू होकर अल्बर्ट एक्का चौक पहुंची और वहां एकजुटता सभा की।
एकजुटता सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा कि कश्मीर को कैद खाने में तब्दील कर दिया गया है। 60 दिनों तक की लम्बी बड़ी और दमन देश ही नहीं, दुनिया का सबसे बड़ा रिकार्ड बनता जा रहा है, जो देश के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए घातक है।
माले जिला सचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा कि आज़ाद भारत में भी गुलामों की तरह देश की जनता के साथ बर्ताव किया जा रहा है। हालात ऐसी है की संचार सेवा के साथ-साथ लोकतान्त्रिक अधिकारों की सुविधाओं से भी जनता वंचित है। माले के वरिष्ठ नेता बशीर अहमद ने कहा कि कश्मीर यातना गृह में तब्दील हो गया है।
एकजुटता मार्च में माकपा के सुखनाथ लोहरा, भवन सिंह, माले नेता अजबलाल सिंह, रामचरित्र शर्मा, जगमोहन महतो, राजदेव राजू, रोबिन लोहरा, एनामुल अंसारी, एलिसब्बा एक्का आदि मौजूद थे। वामदलों के नेताओं ने कहा कि अगर केन्द्र सरकार ने कश्मीर के लोगों को उनके अधिकार नहीं दिये, तो वे इससे भी बड़ा आंदोलन करने को स्वतंत्र है।