56 विधायकों पर चल रहे अपराधिक मुकदमों में 28 मुकदमें सिर्फ ढुलू पर, स्पीकर दिनेश उरांव पर 302 के मुकदमे
झारखण्ड के 56 विधायकों पर चल रहे अपराधिक मुकदमों को लेकर झारखण्ड उच्च न्यायालय ने इसकी अद्यतन रिपोर्ट आज सीबीआइ, इडी एवं राज्य सरकार से संबंधित जांच एजेंसियों से अगली तिथि तक उपलब्ध कराने को कहा है। इस बात की जानकारी आज विद्रोही24.कॉम को सुप्रसिद्ध अधिवक्ता राजीव कुमार ने दी।
ज्ञातव्य है कि झारखण्ड अगेन्स्ट करप्शन नामक संस्था ने माननीयों पर चल रहे अपराधिक मुकदमों को लेकर, झारखण्ड उच्च न्यायालय में, 2015 में जनहित याचिका दायर किया था और पूछा था कि अब तक माननीयों के उपर चल रहे क्रिमिनल केस को लेकर क्या हुआ? तथा इन माननीयों के मुकदमे की क्या स्थिति है, चार्ज फ्रेम हुआ या नहीं?
अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया जिसको लेकर झारखण्ड उच्च न्यायालय में राज्य सरकार ने एक स्टेटस रिपोर्ट अप्रैल 2019 में दायर किया था। उन्होंने बताया कि माननीयों पर ऐसे-ऐसे केस है कि जिसे देख-सुनकर सभी आश्चर्य हैं, स्वयं झारखण्ड विधानसभा के अध्यक्ष दिनेश उरांव पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज है, जबकि बाघमारा के भाजपा विधायक पर अकेले 28 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
राजीव कुमार के अनुसार राज्य सरकार ने शपथ पत्र के माध्यम से इन माननीयों में से भाजपा विधायक ढुलू महतो के बारे में बताया कि एक, और संजीव सिंह के बारे में बताया कि दो अपराधिक केस हैं, जबकि अन्य भाजपा विधायकों और दूसरे दलों के विधायकों के बारे में चुप्पी साध ली और न ही हाईकोर्ट को कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराई, आश्चर्य है कि ढुलू महतो ने खुद 2014 विधानसभा चुनाव में, चुनाव आयोग को सूचित किया था कि उन पर 28 अपराधिक मुकदमें दर्ज है, पर राज्य सरकार का कहना था कि उन पर मात्र एक ही केस है।
चूंकि सुप्रीम कोर्ट ने स्वयं सभी को निर्देशित किया था कि जिन माननीयों पर अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं, उनको जल्द निबटाया जाय, पर झारखण्ड में इस पर ठीक ढंग से ध्यान हीं नहीं दिया गया, जो आश्चर्यजनक है, इधर झारखण्ड अगेन्स्ट करप्शन नामक संस्था ने इस मामले को आज एक बार फिर जोरदार ढंग से हाई कोर्ट में उठाया, जिसको लेकर हाईकोर्ट ने दो महीने के बाद तिथि फिर मुकर्रर कर दी।
ऐसा दागी विधयाक फाँसी दो जानत वोट देकर भेजते है अपने विधानसभा क्षेत्र की आवाज विधानसभा में उठाये लेकिन इनको अपने पॉकेट भरने से फुरशत नही only फाँसी