अर्जुन मुंडा की भक्ति में शक्ति का प्रदर्शन सरयू को रास आया, बताया सर्वमान्य नेता, एक चैनल ने बात को शुरु किया छीलना
झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के कैबिनेट में शामिल खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय के अनुसार, केन्द्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा राज्य के सर्वमान्य नेता है, सर्वाधिक लोकप्रिय नेता है। सरयू राय की अर्जुन मुंडा से मित्रता और रघुवर दास के साथ उनकी चल रही कटुता भी जगजाहिर है। अर्जुन मुंडा के साथ उनकी गहरी मित्रता और रघुवर दास के साथ उनकी कटुता के भी कारण है, और उन कारणों को विद्रोही24.कॉम बड़ी ही विस्तार से कई बार बता भी चुका है और सच्चाई यह भी है कि अभी भी मुख्यमंत्री रघुवर दास अपने व्यवहार में तब्दीली नहीं लाएं और अपने साथ चलनेवाले कनफूंकवों पर अंकुश नहीं लगाया तो इनका बेड़ा गर्क होना भी तय है।
चूंकि अर्जुन मुंडा अपने जमशेदपुर स्थित घोड़ाबांधा आवास पर काली पूजा बड़ी ही धूम-धाम से मनाते हैं, काली पूजा के दूसरे या तीसरे दिन उनके घर पर महाप्रसाद वितरण का आयोजन होता हैं, जिसमें राज्य के मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों, भाजपा कार्यकर्ताओं का तांता लग जाता है। हालांकि कहने को तो यह प्रसाद वितरण होता हैं, पर सही मायनों में यह भक्ति के नाम पर उनकी ओर से किया जानेवाला एक तरह से उनका शक्ति प्रदर्शन ही हैं। चूंकि वे समाज शास्त्र के विद्यार्थी रहे हैं, वे समाज के नब्ज को अच्छी तरह पहचानते कि किसे क्या चाहिए? वे समय-समय पर उपलब्ध भी करते-कराते रहते हैं। जिसके कारण वे हमेशा अपने चाहनेवालों से घिरे रहते हैं, हालांकि ऐसा भी नहीं कि ये पूर्णतः दुध के धूले हैं, जो गुण-अवगुण झारखण्ड के राजनेताओं में होते हैं, वे इनमें भी मौजूद हैं।
पर वो कहां जाता है न कि जब आप शीर्ष पर होते हैं, तो आपके सारे अवगुण समाप्त हो जाते हैं, और सिर्फ गुण ही गुण देखे जाते हैं, फिलहाल इनके साथ ऐसा भी हैं, अब चूकि घोड़ाबांधा में चल रहे उनके घर पर काली पूजा के प्रसाद वितरण पर भारी भीड़ इकट्ठी हो गई, जो होती ही रहती हैं, उसे देखकर सरयू राय का हृदय का भाव फुट पड़ा, उन्होंने वो बाते कह दी, जो हमेशा ही कहते रहते हैं कि अर्जुन मुंडा सर्वमान्य व लोकप्रिय नेता हैं, एक चैनल ने बात को छीलना शुरु कर दिया।
जबकि यह कोई समाचार ही नहीं था, पर चूंकि बातों को छीलना है, उसने छीलना शुरु किया और दिखलाना शुरु कर दिया कि अर्जुन मुंडा का केन्द्रीय जनजातीय मंत्री बनने के बाद कद बढ़ा हैं, सरयू राय ने भी कह दिया हैं, रघुवर दास अर्जुन मुंडा के द्वार पहुंच गये, बकना शुरु कर दिया, जबकि एक साधारण व्यक्ति को भी धर्म के नाम पर प्रसाद खाने को कहा जाये, तो वो ना नहीं कहेगा, और शायद यही कारण है कि अर्जुन मुंडा ने बुलाया होगा, मुख्यमंत्री रघुवर दास को, तो रघुवर दास वहां प्रसाद खाने गये होंगे, इससे ज्यादा कुछ भी नहीं, पर चूंकि बात का बतंगड़ बनाना हैं।
एक चैनल ने बनाना शुरु कर दिया, जिसका कोई प्रभाव आम जनमानस पर नहीं पड़ा हैं, क्योंकि आम जन मानस जानता है कि सीएम रघुवर दास बने या अर्जुन मुंडा बने, कम से कम आम जनता को तो कुछ नहीं होनेवाला हैं। अरे भाई, केन्द्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा बन गये तो क्या हो गया, क्या देश के आदिवासियों की हालत बदल गई, अरे जिनको जो भोगना हैं, वो भोगेंगे। हां जो अर्जुन मुंडा से जुड़े लोग थे, उनका कद बढ़ गया, उनका जीवन स्तर बदल गया, बाकी लोग वहीं रहेंगे, जहां उनकी औकात हैं, इसलिए यहां की जनता ज्यादा उछलती नहीं, हां चैनल-अखबार में काम करनेवाले लोग, उनके मालिक और पत्रकार जरुरत के अनुसार जरुर ही भाषा बदल लेते हैं, जैसा कि सरयू राय के एक संवाद पर एक चैनल ने “छिलति-छिलतः-छिलन्ति” कर दिया।