झारखण्ड के ज्वलंत मुद्दों को लेकर झामुमो का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिलना चाहता है, इसके लिए झामुमो के महासचिव ने राष्ट्रपति भवन से समय मांगा
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के सचिव को पत्र लिखकर राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। पत्र में इस बात का जिक्र है कि झारखण्ड के सांसदों, मंत्रियों, विधायकों और वरीय नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलना चाहता है, इसलिए शीघ्रातिशीघ्र एक समय राष्ट्रपति से मिलवाने का सुनिश्चित कराएं।
पत्र में लिखा गया है कि इस प्रतिनिधिमंडल में करीब 50 लोग हो सकते हैं, जो कि झारखण्ड की ज्वलंत मुद्दों की ओर राष्ट्रपति का ध्यान आकृष्ट कराना चाहते हैं। जो मुद्दे हैं, उनमें आदिवासियों के लिए अलग सरना धर्म कोड, अनुसूचित जाति/जनजाति एवं पिछड़ें वर्गों के आरक्षण तथा 1932 का डोमिसाइल प्रमुख है। विनोद कुमार पांडेय ने सचिव से अनुरोध किया है कि वे जल्द राष्ट्रपति से समय लेकर उन्हें सूचित करें।
पत्र चार मार्च को लिखा गया है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के समय झारखण्ड का यह महत्वपूर्ण मुद्दा झामुमो के लिए संजीवनी का काम कर सकता है, वहीं भाजपा के लिए परेशानी का सबब भी बन सकता है। अब सभी का ध्यान राष्ट्रपति भवन की ओर हैं कि वो कब इसके लिए समय निर्धारित करता है।