अपराध

रांची के जुमार नदी के इलाके में अवैध पार्किंग से वहां की एक बड़ी आबादी परेशान, लड़कियों और महिलाओं का चलना दूभर, सदर व बीआईटी थाना और ट्रैफिक पुलिस ने साधी मौन

रांची सदर, बीआईटी थाना और ट्रैफिक पुलिस की कारगुजारियों ने इन दिनों रांची के जुमार नदी के आस-पास रहनेवाले एक सघन आबादी का जीना दुश्वार कर दिया है। इन इलाकों में लग रहे बड़े-बड़े वाहनों की अवैध पार्किंगों से यहां के लोग तबाह हो गये हैं। लेकिन रांची सदर थाना, बीआईटी थाना और ट्रैफिक पुलिस पर इसका कोई असर नहीं देखा जा रहा है। आखिर इन इलाकों में ये बड़े-बड़े वाहनों की पार्किंग किसके इशारे पर की जा रही हैं? इस सवाल का जवाब न तो रांची सदर व बीआईटी थाने के पास है और न ही ट्रैफिक पुलिस के पास।

स्थानीय नागरिकों ने विद्रोही24 को बताया कि इस इलाके में पैसेंजर और ऑटों की अनियंत्रित भीड़ से यहां हर समय दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती हैं। यहीं नहीं इस इलाके में हो रही विभिन्न बसों की पार्किंग और उसमें एक विशेष संप्रदाय के लोगों की मनमानी तथा उनकी बदमाशियां चरम पर हैं। लोग बताते है कि स्थिति ऐसी हो गई हैं कि असामाजिक तत्वों के जमावड़े होने के वजह से यहां खासकर लड़कियों और महिलाओं का गुजरना यहां दुश्वार हो गया है।

इन इलाकों से गुजरती महिलाओं व लड़कियों पर फब्तियां कसना व इनसे छेड़खानी करना यहां अब आम बात हो गया हैं। लेकिन उसके बावजूद यहां के लोग भय के कारण कुछ भी बोलने या प्रतिकार करने से कतराते हैं। इनका कहना है कि इन असामाजिक तत्वों से कौन लोहा लेगा, जो लेगा, वो इनका कोपभाजन बनेगा और अंत में उसे अपना घर-बार छोड़कर भागना पड़ेगा।

जब स्थानीय सदर थाना पुलिस, बीआईटी थाना और ट्रैफिक पुलिस इनका कुछ नहीं कबाड़ रही हैं तो सामान्य जनता क्या करेगी? यहां तो स्थानीय पुलिस और ट्रैफिक पुलिस ही इनका मनोबल बढ़ा रही हैं। तभी तो यहां अवैध रूप से लंबी दूरियों के वाहनों की पार्किंग धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं और कोई बोल नहीं रहा।

लोगों का कहना है कि कई बार स्थानीय समाचार पत्रों को भी इस संबंध में रिपोर्टिंग करने के लिए अनुरोध किया गया। लेकिन वहां के रिपोर्टरों ने भी पता नहीं क्यों किसके भय से इस पर रिपोर्टिंग करने में असमर्थता जाहिर कर दी। लोगों का कहना है कि यहां स्थिति धीरे-धीरे भयावह होती जा रही हैं। यहां पुलिस के वरीय अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। नहीं तो इस इलाके में जो शांति भंग होने का सिलसिला शुरु हुआ हैं। वो कब बड़ा सिर दर्द हो जायेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता।

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