राजनीति

निशिकांत के एक ट्विट से झामुमो में हड़कम्प, ट्विटर से झामुमो की गुहार, पीएफआई को झामुमो ने बताया अतिवादी संगठन

गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दूबे के एक ट्विट ने झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की नींद उड़ा दी है, तभी तो उक्त ट्विट को लेकर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व केन्द्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य आज प्रेस कांफ्रेस तक कर बैठे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेस कर डा. निशिकांत दूबे को एक राजनीतिक वाचाल व्यक्ति की संज्ञा दे दी।

सुप्रियो भट्टाचार्य को इस बात को लेकर आपत्ति थी कि डा. निशिकांत दूबे ने आज ऐसा ट्विट किया हैं, जो 25 जुलाई 2018 से संबंध रखता है, जब इस राज्य में भाजपा का शासन था, रघुवर दास का शासन था। सुप्रियो का कहना है कि भाजपा के शासन के समय के लिए भी दोषी हेमन्त सरकार कैसे हो सकती है?

सुप्रियो ने कहा कि आज डा. निशिकांत दूबे का ट्विट देखिये, जिसे उन्होंने पीआईबी होमएफेयर्स, एनआईए, प्रवर्तन निदेशालय व आयकर विभाग को टैग किया है। ट्विट है – यह झारखण्ड सरकार का काला सच। प्रतिबंध के बाद भी फल-फूल रहा है। इस ट्विट के साथ एक अखबार का कटिंग भी लगाया गया है। जिसमें पीएफआई द्वारा राज्य में चल रहे सामाजिक संरचनाओं को तोड़ने से संबंधित समाचार छपी है। सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि यह पाप उनकी सरकार के द्वारा नहीं किया गया, बल्कि ये पाप रघुवर सरकार के समय पला-बढ़ा।

सुप्रियो भट्टाचार्य को इस बात का भी दुख था कि इस राज्य में जो भी घटनाएं हो रही हैं, उसमें पीएफआई का हाथ होना बता दिया जाता हैं, जो गलत है। सुप्रियो ने कहा कि ईडी कहता है कि खान-खनिजों की लूट अवैध कोयले का रेक रघुवर के समय से चल रहे हैं। यही बात राज्य के एक अन्य विधायक सरयू राय भी कह रहे हैं।

सुप्रियो ने कहा कि उन्हें लगता है कि भाजपा और उसके नेतागण पूरी तरह से बौखला गये हैं, सरकार एक के बाद एक जो फैसले लिये जा रही हैं, पूजा के तुरंत बाद दिवाली के पहले जब मुख्यमंत्री  राज्य के हर दरवाजे दूसरे फेस की शुरुआत करने जा रहे हैं, उस वक्त में इस प्रकार की भ्रम की स्थिति उत्पन्न की जा रही है।

सुप्रियो ने कहा कि राज्य में एक हजार करोड़ का घोटाला हुआ है, ऐसा बताया जा रहा है, जब पत्थर और बालू में ही एक हजार करोड़ का घोटाला है तो इसे मेजर मिनरल में होना चाहिए, बाइस वर्षों में अठारह वर्षों तक तो वो भी एक जिला का, मतलब झारखणड में 24 जिले हैं तो पूरे जिले में 24 हजार करोड़ घोटाला, खाली बालू और पत्थर में तो कोयला और लोहा में भाजपा ने क्या किया होगा, ऐसे-ऐसे आकड़े की बातें हो रही है।

सुप्रियो ने कहा कि आकड़ा उठाइये, दो हजार उन्नीस तक माइनिंग के समय में कितने प्राथमिकी/केस दर्ज हैं और 20 से 22 तक कितने मुकदमें दर्ज है, कितने राजस्व की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा कि लगता है कि ट्वटिर को भी ये फैक्ट चेक कर लेना चाहिए कि उसकी प्लेटफार्म का यदि दुरुपयोग होता हैं, तो उसकी जवाबदेही भी उसे ही लेनी होगी।

एक सवाल के जवाब में पीएफआई को सुप्रियो ने अतिवादी संगठन बताया, गिरगिट की तरह रंग बदलनेवाला संगठन बताया। उनका कहना था कि इन अतिवादी संगठनों का क्या, एक का प्रतिबंध लगाइयेगा, वे दूसरे नाम से आपके सामने आ जायेंगे, होना तो ये चाहिए कि ऐसे संगठनों के खिलाफ समाज को आगे आना चाहिए और ऐसे संगठनों का उनके द्वारा ही बहिष्कार करना चाहिए।