दिव्यांग पेंशन योजना के सवाल पर सदन में दो मिनट का बवाल कर भाजपा के सारे विधायक अपने दिल्ली से आये नेताओं से मिलने प्रदेश कार्यालय पहुंच गये
शत्रुघ्न महतो ने सवाल उठाया कि राज्य में दिव्यांग जनों को पिछले चार महीनों से दिव्यांग पेंशन नहीं दी गई। सरकार का उत्तर था कि केन्द्र प्रायोजित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांग पेंशन योजना के तहत दिव्यांग जनों को दी जानेवाली पेंशन राशि का भुगतान माह दिसम्बर 2024 तक कर दिया गया है। राज्य संचालित निःशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत दिव्यांग जनों को दी जानेवाली राशि का भुगतान माह फरवरी 2025 तक कर दिया गया है।
जिस पर हस्तक्षेप करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उन्हें बोकारो की एक दिव्यांग ने व्हाट्एसएप्प कर बताया है कि उसे अभी तक दिव्यांग पेंशन योजना नहीं मिली और मंत्री कह रहे हैं कि फरवरी माह तक का भुगतान हो गया, अगर नहीं विश्वास हो तो मंत्री कहें, वे व्हाट्सएप्प मैसेज उनको भेज देते हैं। इस मुद्दे पर मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि केन्द्र से मिलनेवाली इस योजना को लेकर बकाया राशि एक अरब से भी ज्यादा है, उसे दिलवाइये तभी न बंटेगा।
फिर क्या था। भाजपाई विधायक सदन से निकलने का मौका ढूंढ रहे थे। उन्हें देखते ही देखते मुद्दा मिल गया और लीजिये इसी मुद्दे पर भाजपा के नवीन जायसवाल वेल में आ गये। देखते ही देखते अन्य भाजपा विधायक भी वेल में आ गये और दो मिनट में ही शोर-शराबा कर सदन से निकल गये। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि चूंकि भाजपा प्रदेश कार्यालय में उनके दिल्ली से नेता आये हुए हैं, जिन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुनना है। उस मीटिंग में इन भाजपा नेताओं को जाना था, इसलिए ये बहाना ढूंढ रहे थे कि कैसे निकले, उन्हें बहाना मिल गया, दिव्यांग पेंशन योजना का, और सदन से निकल पड़ें।