आखिर तेजतर्रार व ईमानदार जमशेदपुर की वरिष्ठ महिला पत्रकार अन्नी अमृता ने स्वयं को न्यूज 11 भारत से अलग क्यों किया?
आखिर तेजतर्रार व ईमानदार जमशेदपुर की वरिष्ठ महिला पत्रकार अन्नी अमृता ने स्वयं को न्यूज 11 भारत से अलग क्यों किया? ये सवाल झारखण्ड के सभी ईमानदार पत्रकारों के दिलो-दिमाग में कौंधता है। कौंधने का कारण यह भी है कि अन्नी अमृता मात्र एक साल दो महीने ही न्यूज 11 में काम की और खुद को अलग कर लिया। अन्नी अमृता 6 मार्च 2020 से लेकर 14 मई 2021 तक ही न्यूज 11 भारत में काम की और 15 मई 2021 को अन्नी ने न्यूज 11 से खुद को अलग कर लिया, यानी इस्तीफा दे दी।
इस्तीफा देने का कारण उन्होंने गायनोलॉजिक्ल प्रॉब्लम बताया, पर सिर्फ गायनोलॉजिक्ल प्रॉब्लम के कारण अन्नी अमृता जैसी ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ महिला पत्रकार किसी चैनल से अलग हो जाये, ये बात पचती नहीं, क्योंकि अन्नी अमृता तो विपरीत परिस्थितियों में भी पत्रकारीय कार्यों के लिए जानी जानेवाली महिला पत्रकार है।
ऐसे भी अन्नी अमृता जब न्यूज 11 भारत ज्वाइन कर रही थी, तो कई लोगों ने उन्हें समझाया था कि वो न्यूज 11 भारत ज्वाइन नहीं करें, क्योंकि उनके तेवर के लायक ये चैनल नहीं हैं, इसके मालिक की प्रतिष्ठा भी नहीं है, पर अरुप चटर्जी के कई बार नाक रगड़ने पर अन्नी अमृता ने काम करने की सोची, पर ज्यादा सालों तक नहीं टिक सकी, अन्नी अमृता के शब्दों में जो माहौल ईटीवी जैसी चैनलों में था, वो माहौल यहां नहीं के बराबर था।
यही माहौल नहीं रहने के कारण ईटीवी से आई एक और महिला पत्रकार व अन्य ने न्यूज 11 भारत से स्वयं को अलग किया, जो बाकी रहे वे इसलिए रहे क्योंकि पापी पेट का सवाल था, और पेट उनके लिए पहाड़ था, उन्हें जीने के लिए कोई न कोई चैनल चाहिए थी। पर जिन्हें सम्मान प्यारी थी, उसने वहीं किया, जो अन्नी अमृता ने किया। अन्नी ने सीधे एचआर को लिखा कि उसे इस बात में दिलचस्पी नहीं कि वो न्यूज 11 भारत में रहे, सीधे ये बताया जाय कि न्यूज 11 भारत की जो कुछ सामग्रियां उसके पास हैं, उसे कैसे न्यूज 11 भारत को पहुंचा दिया जाये।
अन्नी अमृता के शब्दों में जो माहौल ईटीवी में था या न्यूज 18 में था, वो यहां नहीं था, उन दोनों जगहों पर सैलरी समय पर मिला करती थी, वो भी बिना बोले, पर यहां वो माहौल नहीं। काम का माहौल भी ठीक नहीं था। साथ ही जो लोग न्यूज जनता के बीच रखते हैं, उन्हें पता ही नहीं कि न्यूज किस सहजता और सुपाच्यता के साथ जनता के बीच रखनी चाहिए, पर यहां तो दुसरी ही खेल हैं, इसलिए खुद को अलग कर लेना हमने ज्यादा जरुरी समझा। फिलहाल जो अभी का माहौल हैं, अच्छा किया कि मैंने न्यूज 11 भारत से खुद को बहुत पहले अलग कर लिया, नहीं तो मेरी भी सम्मान प्रभावित होती, क्योंकि जब चैनल में हैं, तो सम्मान तो जायेगा ही।