EX-CM रघुवर के बाद, उनके पांच मंत्रियों पर भी आफत, हाई कोर्ट में PIL दायर, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप
सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज होने के बाद, अब उनके पांच मंत्रियों पर भी आफत आ गई है। झारखण्ड उच्च न्यायालय में जनसभा से जुड़े पंकज यादव ने एक जनहित याचिका दायर की है। जनहित याचिका में इस बात का उल्लेख है कि रघुवर दास मंत्रिमंडल में शामिल उनके पांच मंत्रियों जैसे अमर कुमार बाउरी, रणधीर कुमार सिंह, नीरा यादव, लुइस मरांडी और नीलकंठ सिंह मुंडा की संपत्ति में अप्रत्याशित वृद्धि हुई हैं। पंकज यादव ने आरोप लगाया है कि इन मंत्रियों ने अपनी आय में एक हजार प्रतिशत तक बढ़ोतरी कर ली है।
पंकज कुमार के अधिवक्ता राजीव कुमार का कहना है कि जब बंधु तिर्की की संपत्ति 126 प्रतिशत बढ़ी तो राज्य सरकार ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस करा, उन्हें जेल भेज दिया। ऐसे में जब उनके मंत्रिमंडल में शामिल रहे पांच मंत्रियों की संपत्ति में जब अप्रत्याशित वृद्धि हुई तो उन्हें जेल क्यों नही जाना चाहिए? उनके द्वारा अर्जित धन की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो से क्यों नहीं होना चाहिए?
याचिकाकर्ता का कहना है कि पूर्व मंत्री अमर बाउरी जिनकी संपत्ति 2014 में 7.33 लाख की थी, वह 2019 में बढ़कर 89.41 लाख हो गई, जो करीब 1118 प्रतिशत है। इसी प्रकार रंधीर कुमार सिंह की आय आज से पांच साल पहले 78.92 लाख थी, जो 2019 में बढ़कर पांच करोड़ हो गई, जिसकी वृद्धि दर 541 प्रतिशत है। नीरा यादव जिनकी संपत्ति 80.59 लाख थी, आज उनकी संपत्ति 3.65 करोड़ है, जिसका वृद्धि दर 353 प्रतिशत है। लुइस मरांडी जिनकी संपत्ति पांच साल पहले 2.25 करोड़ थी, आज उनकी संपत्ति 9.06 करोड़ है, जिसकी वृद्धि दर 303 प्रतिशत है। इसी प्रकार नीलकंठ सिंह मुंडा जिनकी संपत्ति 1.46 करोड़ थी, आज उनकी संपत्ति 4.35 करोड़ हैं, जिसकी वृद्धि दर 198 प्रतिशत है।