ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम ने जानेमाने एक्टिविष्ट पत्रकार ललित मुर्मू और पुष्पगीत को दी मौन श्रद्धांजलि
ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम द्वारा झारखण्ड के जाने माने एक्टिविष्ट पत्रकार, जनआंदोलनकारी व सामाजिक कार्यकर्ता ललित मुर्मू के असामयिक निधन पर एक स्मृति सभा का आयोजन रांची के भाकपा माले कार्यालय स्थित महेन्द्र सिंह स्मृति भवन में आयोजित किया गया। जहां ललित मुर्मू की तस्वीर पर माल्यार्पण कर, उन्हें व युवा पत्रकार पुष्पगीत के सम्मान में मौन श्रद्धाजंलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए एक्टू के प्रदेश महासचिव का. शुभेन्दु सेन ने ललित जी के असामयिक निधन को झारखण्ड की वर्तमान चुनौतियों का जमीनी जवाब खड़ा करने के व्यापक प्रगतिशील व लोकतांत्रिक शक्तियों की एकजुटता के लिए गहरी क्षति बताया। वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवास ने सभी संकीर्णताओं से उपर उठकर सामाजिक सरोकारों से जुड़ी पत्रकारिता व व्यापक एकता के जनआंदोलनों की धारा के लिए ललित जी के निधन को बड़ा हादसा बताया।
वरिष्ठ आदिवासी साहित्यकार महादेव टोप्पो ने उन्हें व्यापक सामाजिक धरातल पर झारखण्ड व आदिवासी सवालों के साथ–साथ बड़े सवालों पर पत्रकारिता में वैकल्पिक धारा खड़ा करनेवालों में सबसे सक्रिय अगुवा बताया। भाकपा माले राज्य सचिव का. जनार्दन प्रसाद ने ललित मुर्मू को झारखण्ड नवनिर्माण की जरुरत के साथ एक व्यापक सोच के प्रखर आदिवासी सामाजिक एक्टिविष्ट पत्रकार बताते हुए कहा कि कि उनका असामयिक निधन व्यापक आंदोलन के लिए गहरी क्षति है।
एआईपीएफ राज्य संचालन टीम के वशीर अहमद ने ललित मुर्मू जी को जुझारु जज्बे का धनी एक्टिविष्ट सामाजिक पत्रकार बताते हुए कहा कि वे जनता के वैकल्पिक मीडिया खड़ा करने में सदैव आत्मप्रचार से दूर रहकर एक अगुआ की भूमिका में रहे। वरिष्ठ साहित्यकार कुमार विनोद ने ललित जी को संकीर्णताओं से ऊपर व्यापक सामाजिक जन–आंदोलनों का एक ईमानदार व चेतनाशील सामाजिक एक्टिविष्ट पत्रकार बताया। पीयूसीएल के प्रदेश महासचिव अरविन्द अविनाश ने कहा कि उनका निधन एक गहरा आघात है, क्योंकि आज जब झारखण्ड को उन जैसे व्यापक सोच और सामाजिक सक्रिय व्यक्तित्वों की सबसे अधिक जरुरुत है, वे नहीं रहे।
सभा का संचालन कर रहे झारखण्ड जन संस्कृति मंच के अनिल अंशुमन ने ललित जी को देशज आदिवासियत धारा और व्यापक लोकतांत्रिक धारा का एक मजबूत पुल बताते हुए कहा कि उनके निधन से आज यह पुल कमजोर हो गया है, जिन्होंने सामाजिक जन मुद्दों की सक्रियता में सदैव तत्पर भूमिका निभाते हुए, जुगाड़–नीति से सदैव दूर रहे।
फोरम के युवा नेता नदीम खान ने ललित जी को राज्य में आदिवासी, अल्पसंख्यक व दलितों की व्यापक एकता के लिए सतत सक्रिय रहनेवाला जन पत्रकार बताया। स्मृति सभा में ललित मुर्मू व युवा पत्रकार पुष्पगीत के असामयिक निधन को प्रगतिशील लोकतांत्रिक एवं सामाजिक जन आंदोलन की धारा के लिए गहरी क्षति बताते हुए, इनके व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा की गई। सभा को एआईपीएफए के जुगल पाल, भाकपा माले नेता भुवनेश्वर केवट, भोजन के अधिकार के आकाश समेत कई अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये तथा ललित मुर्मू और पुष्पगीत को अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।
सभा द्वारा सर्वसम्मति से ललित मुर्मू के बहुआयामी असाधारण व्यक्तित्व एवं जन सरोकारों की सक्रिय पत्रकारिता की धारा को स्थापित करने व नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए ललित मुर्मू स्मृति प्रतिभा सम्मान योजना चलाने और उनके व्यक्तित्व–कृतित्व को लेकर केन्द्रित पुस्तिका प्रकाशन करने तथा उन्हें व्यापक सामाजिक सौहार्द्र व एकता के प्रतीक व्यक्तित्व के रुप में स्थापित करने का निर्णय लिया गया।