नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय का भवन निर्माण करनेवाले संवेदक मेसर्स छावड़ा एवं जे०के० इंजीनियरिंग द्वारा बी०ओ०क्यू० के अनुरूप कार्य न कर, निम्नस्तरीय कार्य करने से क्षुब्ध राज्यपाल ने दंडात्मक कार्रवाई करने का दिया आदेश
राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय, पलामू के भवन निर्माण की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उनके निदेश पर गठित जाँच समिति द्वारा समर्पित प्रतिवेदन में गंभीर अनियमितताएँ पाई गई हैं। प्रतिवेदन के अनुसार निर्माण कार्यों की गुणवत्ता स्वीकृत प्राक्कलन के अनुरूप नहीं है तथा संवेदक द्वारा निम्न स्तर का कार्य किया गया है। झारखण्ड भवन निर्माण निगम के अभियंताओं एवं पदाधिकारियों द्वारा उचित अनुश्रवण के अभाव में यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
राज्यपाल ने इस बात पर विशेष नाराज़गी व्यक्त की है कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों द्वारा बिना समुचित निरीक्षण के इस भवन को हस्तांतरित कर लिया गया, जबकि वहां पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा का भी अभाव है। इस संदर्भ में उन्होंने झारखण्ड भवन निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक को एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर इस भवन निर्माण में पाई गई कमियों की गहन समीक्षा करने तथा बी०ओ०क्यू० एवं एकरारनामा के अनुसार कार्यों में पाई गई विसंगतियों पर स्पष्ट प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है।
राज्यपाल ने पलामू के कार्यपालक अभियंता, जे०एस०बी०सी०सी०एल० द्वारा मुख्यालय एवं विश्वविद्यालय को प्रस्तुत गलत प्रतिवेदन, जिसमें पेयजल व्यवस्था जैसी असत्य जानकारी दी गई, पर कड़ी नाराज़गी प्रकट करते हुए संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने के निदेश दिए हैं।
इसके अतिरिक्त, राज्यपाल ने इस योजना के संवेदक मेसर्स छावडा एवं जे०के० इंजीनियरिंग द्वारा बी०ओ०क्यू० के अनुरूप कार्य नहीं करने एवं निम्न स्तर का कार्य करने के लिए निगम को इनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही, झारखण्ड भवन निर्माण निगम के प्राक्कलन में 40 प्रतिशत की वृद्धि के संबंध में भी स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए हैं।
राज्यपाल-सह-कुलाधिपति ने नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव एवं अन्य अधिकारियों, जिनके प्रतिवेदन के आधार पर भवन का हस्तांतरण किया गया, जैसे Dean Student Welfare, सी०सी०डी०सी० एवं Proctor से भी स्पष्टीकरण मांगा है तथा उनके विरुद्ध कठोर प्रशासनिक कार्रवाई हेतु निदेशित किया है।
विदित हो कि राज्यपाल के समक्ष राधाकृष्ण किशोर, मंत्री, झारखण्ड सरकार द्वारा दिनांक 13 फरवरी, 2025 को नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय, पलामू के भवन निर्माण की गुणवत्ता के संदर्भ में शिकायत की गई थी। राज्यपाल ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन सदस्यीय जाँच समिति का गठन किया, जो स्थल निरीक्षण कर राज्यपाल के समक्ष अपना प्रतिवेदन समर्पित किया।