राजनीति

रुपा तिर्की हत्याकांड की सीबीआई जांच के आदेश से आह्लादित भाजपा ने हेमन्त पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- हेमन्त सरकार में महिलाओं पर बढ़े अत्याचार

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने रुपा तिर्की हत्याकांड में हाईकोर्ट द्वारा सीबीआई जांच के आदेश का स्वागत करते हुए सत्तारुढ़ हेमन्त सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 18 महीने की सरकार में 2800 महिलाओं के साथ दुष्कर्म का आंकड़ा डराने वाला है।

इस राज्य में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसुस कर रही है किंतु दुःखद है कि हेमन्त सरकार महिलाओं पर हो रहे दुष्कर्म के मामलों पर भी पर्दा डालने का कार्य कर रही है। रुपा तिर्की की संदिग्ध हत्याकांड में भी आरोपियों को सत्तारुढ़ हेमन्त सरकार ने पुरजोर बचाने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा कि तीन मई की हत्या के दिन से ही भाजपा लगातार विशेष मेडिकल समिति बनाकर पोस्टमार्टम, सीबीआई जांच की मांग की थी। रुपा तिर्की हत्याकांड मामले में भाजपा राज भवन से लेकर सड़क तक आंदोलन किया। लाश संदिग्ध अवस्था में प्राप्त हुआ, पलंग पर बैठे-बैठे सुसाइड नहीं हो सकता,

डेथ के बाद मुंह-नाक से झाग निकलने पर परिजनों ने जहर देकर हत्या का आरोप लगाया, शरीर पर चोट के निशान भी पाए गए व गुप्तांग में अत्यधिक रक्त स्राव से दुष्कर्म का भी संदेह परिजनों ने लगाया। इसके बावजूद हेमन्त सरकार ने आरोपियों को बचाने का भरपूर प्रयास किया।

हेमन्त सरकार में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ

श्री प्रकाश ने कहा कि रुपा तिर्की हत्याकांड में भाजपा कोर्ट में इंटरवेनर भी बनी। भाजपा महिला मोर्चा की बहनों ने भी लगातार संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच के बाद कई रहस्य खुलेंगे। सीबीआई जांच के बाद परिजनों को न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में हद तो तब हो गयी जब उल्टा रुपा तिर्की के चरित्र पर ही सवाल खड़े किए गए। 

मामले को प्रेम प्रसंग के रुप में जोड़ते हुए रफा-दफा करने की नाकाम कोशिश की गई। रुपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव को ही हत्या का आरोपी बना दिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि महाधिवक्ता और अपर महाधिवक्ता संदेह के घेरे में हैं। वे सीबीआई जांच नहीं हो, इसका भी प्रयास किया, जो गलत था।

 डीवीसी मामले में झारखण्ड के वित्त मंत्री को जनता से माफी मांगनी चाहिए

दीपक प्रकाश ने डीवीसी मामले में हेमन्त सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि हेमन्त सरकार डीवीसी मामले में जनता को गुमराह किया। इस सरकार का ना तो प्रशासनिक प्रबंधन सही है और न वित्तीय प्रबंधन। हेमन्त सरकार में नियति, निर्णय और नेतृत्व का घोर अभाव है।

उन्होंने कहा कि डीवीसी द्वारा राज्य सरकार से बिजली बकाये के बदले कटौती किये जाने पर हेमंत सरकार ने जनता को दिग्भ्रमित करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि दम है तो मुख्यमंत्री जी डीवीसी मामले में जनता के बीच सच बोलने का कार्य करें। राज्य के वित्तमंत्री को जनता से इस पाप के लिये माफी मांगनी चाहिये।

उन्होंने कहा कि डीवीसी द्वारा मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, झारखंड, कर्नाटक, केरल,को बिजली आपूर्ति की जाती है। इसमे मध्यप्रदेश, हरियाणा  बीजेपी शासित प्रदेश हैं, जहां कोई बकाया नही है। तीसरा बीजेपी शासित प्रदेश कर्नाटक है जहां मात्र 121 करोड़ बकाया है जिसका नियमित भुगतान  किया जाता है।

गैर भाजपा शासित प्रदेश दिल्ली पर 587 करोड़ जबकि पश्चिम बंगाल, केरल के पास कोई बकाया नही है। परंतु झारखंड राज्य पर डीवीसी का निर्विवाद  बकाया 714 करोड़ की कटौती के बाद भी 2376 करोड़ है। उन्होंने कहा कि सूबे में सबसे बड़ा घोटाला बिजली विभाग में है। राज्य सरकार उपभोक्ताओं से भुगतान ले रही परंतु डीवीसी का बकाया नही दे रही।

डिफेंस के कार्यों में भी हेमन्त सरकार लगा रही है अड़ंगा

श्री प्रकाश ने हेमन्त सरकार पर एचइसी का बिजली काटे जाने पर हमला बोलते हुए कहा कि हेमन्त सरकार ने डिफेंस के हथियारों को तैयार करने वाली एचइसी का भी बिजली काटकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दिया। सैन्यकर्मियों का हांथ मजबूत करने के लिए एचइसी में कार्य होता रहा है।

एचईसी के अस्पताल की बिजली काटकर मरीजों को भी कष्ट दिया गया। अपनी नाकामी को छिपाने केलिये यह सरकार आम जनता, मरीज किसी को भी नही छोड़ती। शायद हेमन्त सरकार को मालूम नहीं कि सरकार लोककल्याण  के लिये होती है ,लोक परेशान के लिये नही।