कृष्ण बिहारी मिश्र व IPRD के डायरेक्टर पर 40 लाख रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप लगानेवाला अशोक गोप 72 घंटे के अंदर साक्ष्य प्रस्तुत करें या माफी मांगे, नहीं तो मानहानि व अपराधिक मुकदमा फेस करने के लिए तैयार रहे
माननीय अशोक गोप जी, आप तो महान व तेजस्वी पत्रकार हैं। आप तो अपने क्रियाकलापों से पूरे झारखण्ड में देदीप्यमान हैं। झारखण्ड विधानसभा प्रेस दीर्घा समिति के सदस्य भी हैं। आप जहां जाते हैं, वहां अपने दिव्य प्रश्नों से सभी नेताओं व पत्रकारों को आलोकित भी कर देते हैं। आप तो आनेवाले दिनों में निश्चय ही, जिस प्रकार की पत्रकारिता चल रही है। उसमें आप अपना मुकाम हासिल कर लेंगे। खैर, हमारी भी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। निरन्तर आप आगे बढ़िये।
लेकिन कल जो आपने “बंगाली दादा फिर से फर्जी डाटा लेकर हो गए हाजिर, देवघर के होटल में सोकर बिताया और रांची आकर करने लगे एग्जिट पोल, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को खुश करने के लिए देने लगे फर्जी डाटा” नाम से 18 मिनट 16 सेंकेंड का फेसबुक लाइव किया है। उस फेसबुक लाइव में आपने हमारा नाम लेकर, हमारे चरित्र पर भी अंगूलियां उठाई है। जिसका वीडियो हमारे पास सुरक्षित हैं। हमने आपके ही फेसबुक से उसे डाउनलोड कर लिया है। अब आप इसे अपने फेसबुक पर से डिलिट भी करना चाहेंगे तो उसका आपको फायदा मिल ही जायेगा। इसकी संभावना नहीं के बराबर हैं।
माननीय अशोक गोप जी, आपने फेसबुक लाइव में कहा है कि ‘जब रघुवर दास की सरकार थी तो इस व्यक्ति ने, कृष्ण बिहारी मिश्र ने 40 लाख रुपये के वीडियो बनाके फर्जी तरीके से वहां से पैसे उठाएं और जो उस वक्त के डायरेक्टर थे आईपीआरडी के उन्होंने भी पैसे उठाएं।’ आपने यह भी कहा है कि ‘कृष्ण बिहारी मिश्र रघुवर दास की स्तुति गाते थे, जब रघुवर दास ने इनका फर्जीवाड़ा बंद करना चाहा तो तुरन्त उनके खिलाफ खबरें प्रकाशित करने लगे।’ फिर आपने कहा है कि ‘अब हेमन्त सोरेन की गोद में गिर गये हैं, हेमन्त सोरेन के यहां दिन-रात, उनके चरणों में गिरे रहते हैं।’
माननीय अशोक गोप जी, आपको जब आपके पोस्ट पर राम कृष्ण ठाकुर जैसे व्यक्ति ने आपको अच्छी सलाह देनी चाही तो आपने उन्हें भी धमकाया है कि ‘रामकृष्ण ठाकुर जी आप सरकार में रहकर क्या किये होंगे, आपका इतिहास निकालना होगा। कानूनी कार्रवाई हम भी आपके कार्यों का निकालेंगे।’ मतलब आप सोशल साइट पर किसी भी व्यक्ति का मान-मर्दन कर सकते हैं, ये आपको अधिकार मिल गया है। हैं न। आप मीडिया में हैं तो आप किसी पर भी नस्लीय टिप्पणी भी कर सकते हैं, जैसा कि आपने झामुमो के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य के खिलाफ कल किया है।
इसलिए, अब मैं आपसे एक करवद्ध प्रार्थना करता हूं कि आपने जो हमारे उपर 40 लाख रुपये के वीडियो बनाकर फर्जी तरीके से पैसे उठाने का आरोप लगाया है। साथ ही उस वक्त के आईपीआरडी के डायरेक्टर पर भी पैसे लेने के आरोप लगाये हैं। तो आपके पास साक्ष्य तो जरुर होगा। बिना साक्ष्य के तो आप आरोप लगाये नहीं होंगे।
इसलिए मैं आपको 72 घंटे का समय देता हूं कि आपने जो हमारे और आईपीआरडी के डायरेक्टर के उपर 40 लाख रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। उसका साक्ष्य हमारे समक्ष प्रस्तुत करें, और अगर साक्ष्य नहीं हैं, तो आप बिना देर किये माफी मांगे। नहीं तो मैं आपके खिलाफ हमारे चरित्र पर लांछन लगाने, चरित्रहनन करने व मानहानि का आपराधिक मुकदमा दर्ज कराउंगा। इसे आप गिरह बांध लें। अंत में बड़ी विनम्रता से आपको पुनः प्रणाम भी करता हूं कि आप सारे साक्ष्य को बढ़िया से आज से ही जुटाने में लग जायें।
अंत में, आम जनता से अपील हैं कि राज्य में बहुत सारे ऐसे पत्रकार पैदा ले लिये हैं। जो किसी का भी चरित्रहनन करने का सुपारी लिये घुमते फिरते हैं। ब्लैकमेलिंग करते हैं। समाज में नफरत फैलाते हैं। ऐसे लोगों का वीडियों या ऑडियो प्रमाण आपके पास मौजूद हो, तो हमसे संपर्क करें। मैं आपकी आवाज बनूंगा। अगर अशोक गोप का भी कोई ऐसा प्रमाण हो तो उसे भी आप हमें दें। मैं उसकी जांचकर, निश्चय ही अपने साइट पर प्रस्तुत करूंगा। ऐसे इन महाशय का बहुत सारा चिट्ठा मेरे पास मौजूद हैं। जो अब अदालत के लिए उसे मैंने सुरक्षित कर लिया हैं, क्योंकि अब तो सत्य व असत्य की लड़ाई शुरु हो गई। मैं तो किसी को नहीं छोड़ता। ये तो पूरा बिहार-झारखण्ड जानता हैं। शायद अशोक गोप जी को भी मालूम हो।
जब नाश मनुज पर छाता है।
पहले विवेक मर जाता है।।
दुनिया में किसी मां की लाल की ताकत नहीं है कि कृष्ण बिहारी मिश्र को खरीद सके मैं उनके साथ 5 साल काम किया हूं उनके रग रग से वाकिफ हूं
अशोक गोप आपने सही आदमी से पंगा नहीं लिया है कृष्ण बिहारी मिश्रा में एक आदत है किसी को भी उसके मुंह पर जवाब दे देते हैं लेकिन गलत काम नहीं करते और पैसे के मामले में तो कोई उनको नहीं खरीद सकता है