धनबाद भाजपा जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष नहीं, बल्कि 40 मिनट देर से पहुंचे घमंड में चूर सांसद ढुलू महतो ने ध्वजोत्तोलन किया और पूर्व सांसद व विधायक से बिना प्रणामापाती किये ही चलते बने
धनबाद भाजपा जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष श्रवण राय यादव मुंह ताकते रह गये और इधर 40 मिनट लेट पहुंचे धनबाद के दबंग सांसद ढुलू महतो ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर बिना किसी से प्रणामापाती किये ही चलते बने। ढुलू महतो के इस हरकत पर सभी भाजपाई हैरान है, क्योंकि आज तक ऐसी हरकत किसी ने देखा नहीं था। भाजपा के पुराने कार्यकर्ता बताते हैं कि भाजपा के इतिहास में यह पहली घटना ऐसी घटी है कि जिलाध्यक्ष ने झंडा न फहराकर, सांसद ने झंडा फहरा दिया।
भाजपा कार्यकर्ता विद्रोही24 को बताते हैं कि आप स्वयं पता लगा लीजिये, नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झंडोत्तोलन किया। उसी तरह हमेशा से यह परम्परा रही है कि जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष ही राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। लेकिन इस बार ये परम्परा ही टूट गई। अब दबंग ढुलू को ये कौन कहे कि आपने यह गलत किया। किसकी शामत आई है।
भाजपा कार्यकर्ता यह भी कहते है कि चूंकि ढूलू से सभी भय खाते हैं। चूंकि ढुलू की पैसे के बल पर हर जगह चलती है। चाहे जिला प्रशासन के लोग हो या भाजपा के लोग या दिल्ली में बैठे राष्ट्रीय स्तर के नेता सभी ढुलू को ही पसंद करते हैं, उसका मूल कारण क्या है, यह भी सभी को पता है। भाजपा कार्यकर्ता तो यह भी कहते है कि जैसे नमक का दारोगा में मुंशी प्रेमचंद ने लिखा है कि पं. अलोपीद्दीन को लक्ष्मी पर अखंड विश्वास था। ठीक उसी प्रकार ढुलू महतो को भी अपने अवैध ढंग से कमाये गये अथाह संपत्ति और पैसे पर पूरा घमंड है, जिसका प्रभाव देखने को भी मिल रहा है।
चाहे रघुवर दास हो या बाबूलाल मरांडी या कर्मवीर सिंह या अमित शाह भाजपा का कौन ऐसा नेता नहीं हैं जो ढुलू के एक इशारे पर उसकी बात मानने को तैयार नहीं हो। आपने देखा नहीं, केवल उसके एक इशारे पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वाई श्रेणी की उसे सुरक्षा उपलब्ध करा दी। अब वाई श्रेणी की सुरक्षा इसे क्यों? फिर भी इसे मिल ही गया। ऐसे में जो गिरावट आई है, उसका फायदा वो उठा रहा है।
भाजपा कार्यकर्ता ने तो यह भी बताया कि भाजपा जिला कार्यालय में राष्टीय ध्वज फहराने का समय सुबह के 9.30 निर्धारित था। भाजपा के पूर्व सांसद पीएन सिंह व धनबाद के विधायक राज सिन्हा तथा अन्य भाजपा के वरिष्ठ नेता समय पर आ चुके थे। लेकिन इन्तजार हो रहा था ढुलू महतो का। ढुलू महतो को क्या मतलब कि देश के झंडे का क्या महत्व है और उसे समय पर फहराने का क्या महत्व है। वे अपने समयानुसार आये और जिसे झंडा फहराने का अधिकार था, उसे फहराने नहीं दिया और चलते बने।
भाजपा कार्यकर्ता ने विद्रोही24 को बताया कि आश्चर्य तो यह दिखा कि वहां पूर्व सांसद पीएन सिंह व विधायक राज सिन्हा मौजूद थे। लेकिन अपने घमंड में बौराए ढुलू महतो ने इनसे प्रणामापाती भी करना जरुरी नहीं समझा और चलते बना। स्थिति को भांपते हुए तथा अपने सम्मान को और ठेस नहीं पहुंचे, पूर्व सांसद और विधायक ने अपने सम्मान को बचाने में ही ज्यादा ध्यान दिया और वे भी समय रहते निकल गये। कल की यह घटना धनबाद के भाजपाइयों में चर्चा का विषय बना हुआ है।