अपनी बात

भोजपुरी-मगही के विरोध के नाम पर झारखण्ड को आग में झोंकने की कोशिश, पूर्व भाजपा सांसद रवीन्द्र राय पर जानलेवा हमला, भाजपाइयों में पनपा आक्रोश

भोजपुरी-मगही का विरोध करते-करते भाजपाइयों पर भी हमले करने लगे हैं बोकारो-धनबाद के कथित आंदोलनकारी। कमाल इस बात की हैं, करना चाहिए विरोध सरकार का, पर ये सरकार का विरोध नहीं कर रहे और न ही सरकार में शामिल झामुमो, राजद या कांग्रेस का विरोध कर रहे हैं, पर विरोध किसका कर रहे हैं तो भाजपाइयों का।

बोकारो-धनबाद मार्ग पर जिस प्रकार से पूर्व सांसद रवीन्द्र राय की गाड़ी पर लाठी-डंडे से हमला हुआ, वो बताने के लिए काफी है कि आंदोलन गलत रास्ते पर चल पड़ा हैं और इस पर लगाम नहीं लगा तो ये आंदोलन हिंसक रुप ले सकता हैं जिसकी बानगी आज देखने को मिली है। राजनीतिक पंडित तो इस आंदोलन से ही आश्चर्यचकित हैं, इन आंदोलनकारियों को उर्दू से चिढ़ नहीं हैं, पर भोजपुरी और मगही से चिढ़ हैं।

आश्चर्य इस बात की है कि कभी एक पत्रकार से वार्ता के क्रम में खुद राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भोजपुरी भाषा को लेकर गंभीर टिप्पणी कर दी थी, जिसको लेकर भोजपुरी भाषियों में नाराजगी भी दिखी थी। राजनीतिक पंडितों की माने तो मुख्यमंत्री के इस भाषा से भी आंदोलनकारियों को प्राण वायु मिली हैं।

राजनीतिक पंडित तो ये भी कहते है कि राज्य में नौकरी तो है नहीं, खुद मुख्यमंत्री एक जगह पर भाषण के क्रम में लोगों से नौकरी के अलावे अन्य विकल्पों को तलाशने को भी कहा, पर न जाने क्यों झारखण्ड में आंदोलन करने की ही तेजी रहती हैं, भले उसका लाभ लोगों को मिले या न मिले, इससे आंदोनकारियों को क्या मतलब?

दूसरी ओर रवीन्द्र राय पर हुए आज के हमले पर भाजपा बिफर चुकी हैं, उनके दो नेताओं ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि वे कानून व्यवस्था को ठीक करें तथा राज्य में शांति का माहौल स्थापित करें। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने आज रांची में कहा कि राज्य में प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह विफल हो चुका है। राज्य में न आम आदमी सुरक्षित है न खास।

श्री प्रकाश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवम कोडरमा के पूर्व सांसद रवीन्द्र कुमार राय पर रांची-धनबाद के रास्ते पर तेलमच्चो में हुए हमले  के बाद प्रतिक्रिया दे रहे थे। श्री प्रकाश ने घटना की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि राज्य की विधि व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। जिस प्रकार से अपराधियों, उग्रवादियों, अराजक तत्वों का मनोबल सिर चढ़कर बोल रहा है, उससे अब घर बाहर कही भी कोई सुरक्षित नहीं है।

उन्होंने कहा कि इस सरकार की नीयत ही अपराध नियंत्रण की नही है। यह सरकार अपराधियों पर नियंत्रण के बजाय आम आदमी को परेशान करने में विश्वास रखती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य  की राजधानी में दिन दहाड़े अपराधियों का तांडव होता है, पूरे प्रदेश में उग्रवादी हमले हो रहे हैं, अपराधी लोगों का भयादोहन कर रहे हैं, जेल में अपराधियों की पार्टी हो रही हैं, गलत कार्यों का विरोध करने पर जिंदा जला दिया जा रहा हैं, बहन, बेटियों की इज्जत आबरू सुरक्षित नही हैं, ऐसे में लोगों का प्रशासन से विश्वास उठना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र अपराधियों और अराजक तत्वों पर नियंत्रण करे नहीं, तो भारतीय जनता पार्टी सड़क पर उतरकर आन्दोलन के लिये बाध्य होगी।

भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं को किया जा रहा टारगेट – बाबूलाल मरांडी

भाजपा नेता विधायक दल एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने डॉ रवीन्द्र राय की गाड़ी पर हुए हमले की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा कि राज्य में जब से हेमंत सोरेन की सरकार बनी है तब से लगातार अपराधियों, उग्रवादियों और अराजक तत्वों के द्वारा भाजपा कार्यकर्ता, नेताओं को निशाने पर लिया जा रहा है। पिछले दिनों पूर्व विधायक गुरुचरण नायक भी उग्रवादियों से बाल बाल बचे, उनके दो अंगरक्षकों को जान गंवानी पड़ी।

इसके पूर्व भी राज्य के विभिन्न जिलों में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता की हत्या पिछले दो वर्षों में हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि आज भी जिस प्रकार रवीन्द्र कुमार राय जी के साथ अराजक तत्वों के द्वारा दुर्व्यवहार किया गया, उसका लोकतंत्र में कोई स्थान नही है। श्री मरांडी ने कहा कि श्री राय के ऊपर जिस प्रकार से हमले हुए, घेरकर जिस प्रकार से गाड़ी के शीशे तोडे गए, झंडा और बोर्ड को तोड़ा गया, इसमे सरकार के इशारे पर सुनियोजित षड्यंत्र से इनकार नही किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रशासन श्री राय को धनबाद जाने की इजाजत देता है। न कोई बंदी कॉल थी, न कोई जाम था और ऐसे में उनके ऊपर अचानक हमला बोलना प्रशासनिक विफलता को ही दर्शाता है। उन्होंने कहा कि लगता है हमलावर की ताकत प्रशासन से बड़ी है या फिर उन्हें प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है।