बाबूलाल ने ट्विट कर बंगाल की CM ममता बनर्जी से महुआ मोइत्रा प्रकरण पर चुप्पी तोड़ने को कहा, साथ ही महुआ को इस्तीफा देकर उनके खिलाफ चल रही जांच का सामना करने की दी सलाह
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज ट्विट कर प. बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से कहा है कि वो अपनी पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों के बाद अपनी चुप्पी तोड़े और अपने सांसद से कहें कि वो इस्तीफा देकर संसदीय प्रणाली का मान बढ़ाएं और उनके खिलाफ जो जांच चल रही हैं, उसका सामना करे। बाबूलाल मरांडी का ट्विट इस प्रकार है।
संसद में सवाल के बदले घूस मामले का महुआ मोईत्रा प्रकरण बीते कई दिनों से देश-विदेश के समाचारों की सुर्ख़ियों में है। इस मामले में सर्वाधिक आश्चर्य ममता बनर्जी जी की चुप्पी को लेकर है। मैं ममता दीदी के सामने कुछ सवाल रखकर यह पूछना चाहता हूँ। आपकी तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सांसद का ये कृत्य कितना नैतिक और सवैंधानिक है? ममता दीदी।
आप और मैं दोनों लंबे समय तक संसद के सदस्य रहे हैं और केंद्र में मंत्री भी रहे हैं। यह भी एक कटु सत्य है कि राजनीति में ज़्यादातर लोग आमलोगों, शुभेच्छुओं से मदद और दान लेकर सार्वजनिक जीवन के दायित्वों का निर्वाह करते हैं, लेकिन खुद के संसदीय अधिकारों को गिरवी रखकर, या बेच कर कोई सांसद ऐसी सौदेबाज़ी करे? इसकी तो कल्पना भी नहीं की ज़ा सकती।
आप अपनी अंतरात्मा से यह सवाल करें कि किसी उद्योगपति से महँगे तोहफ़े लेकर, हवाई यात्रा का लाभ लेकर और न जाने क्या-क्या लेनदेन कर उसे व्यवसायिक प्रतिद्वंदी के खिलाफ सवाल तैयार करने और संसदीय प्रणाली का दुरुपयोग करके टारगेट करने के लिये संसदीय अधिकार बेच देना कितना उचित है?
अपने संवैधानिक संसदीय अधिकारों, संसद की गरिमा और कार्यप्रणाली की सौदेबाज़ी के आरोपों से घिरी महुआ जी पकड़े जाने पर समाचार माध्यमों में अपने इस कृत्य को जस्टिफ़ाई करने का प्रयास करती फिर रही हैं और ममता दीदी आप चुप्पी साधे हुए हैं। ममता जी, बेहतर होगा कि आप महुआ मोइत्रा जी से बिना विलम्ब इस्तीफ़ा दिलवाकर संसदीय प्रणाली का मान बढ़ाइये।
उनसे कहिये कि वो जांच का सामना करें और फिर ग़लत साबित न हों तो दुनियाँ को ढ़ाक पीट-पीट कर बताएं। अपने संसदीय काल में हमेशा संसदीय परम्परा, प्रणाली एवं गरिमा का ख़्याल रखने वाली ममता बनर्जी हम आपसे बिना विलम्ब उचित कार्यवाही की अपेक्षा करते हैं।
जिस आदमी की राजनीतिक हैसियत समाप्त हो चुकी है राजनीतिक गतिविधि संदिग्ध रहती है उस आदमी के बातों का कोई ध्यान नहीं देना चाहिए बाबूलाल मरांडी जी अब फ्यूज बल्ब है
Babu lal marandi ek fuse bulb hai.unki rajnaitik haisiyat samapt ho chuki hi sandigdh hai.