जमशेदपुर पूर्व में सरयू की बहार, CM रघुवर के घर पसरा सन्नाटा, सिर्फ तथाकथित काबिल पत्रकार CM आवास पर दिखे
एक बार फिर, हमें यह कहने में तनिक गुरेज नहीं, कि पूरे देश की नजर जमशदेपुर पूर्व पर हैं। यहां महामुकाबला सीएम रघुवर और उन्हीं के कैबिनेट के एक मंत्री सरयू राय के बीच है। राज्य की प्रमुख विपक्षी दल झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने शुरु से ही सभी दलों को सरयू राय के पक्ष में जो खड़ा होने का संदेश दिया, उसका असर भी देखने को मिल रहा, कांग्रेस-झाविमो को छोड़ सभी छोटी-बड़ी पार्टियां सरयू राय को समर्थन दे रही हैं।
स्थिति ऐसी हो गई है कि यहां तक कि भाजपा से नाराज चल रहे कई भाजपाइयों का समूह और संघ के लोग भी सरयू राय के साथ ताल ठोक कर खड़ें हैं, जिसके कारण सीएम रघुवर की हालत पस्त हो गई है। उनके घर पर अभी से ही सन्नाटा पसरा हुआ है। सीएम आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं का झूंड नदारद हैं, लेकिन झारखण्ड के तथाकथित काबिल पत्रकार, इक्के-दुक्के की संख्या में नजर आ जा रहे हैं, वे अपने पूर्व अनुभवों के अनुसार डुबते जहाज से भी अगर कुछ प्राप्त हो जाये तो उसमें वे डूबकी लगाने से बाज नहीं आ रहे।
क्योंकि वे जानते है कि सरयू राय से कुछ भी हासिल नहीं होगा, उलटे समय भी बर्बाद हो जायेगा। इधर युवा-युवती, बुढ़े-जवान, महिलाएं-बुद्धिजीवी सभी सरयू राय के पक्ष में हैं। मुद्दा एक ही हैं अहंकार और भ्रष्टाचार को इस बार शिकस्त देना है, सिलिण्डर को अपनाना है। जमशेदपुर पूर्व में इतिहास बनाना है, पूरे देश को यह संदेश देना है कि इस बार की जीत भ्रष्टाचार पर विजय की जीत है।
कल ही सरयू राय ने जमशेदपुर पूर्व में बाइक रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि यहां माहौल किस ओर है। इधर रघुवर दास के बेटे ललित और खुद सीएम रघुवर दास भी लोगों से मिल रहे हैं, पर जनता का मिलने का ठंडा जोश बता देता है कि यहां क्या हो रहा हैं? इसके विपरीत बुद्धिजीवियों का खुद आगे आना और सरयू राय से उमंग-उत्साह व जोश के साथ हाथ मिलाना बता देता है कि जमशेदपुर में अंदर ही अंदर क्या गुल खिल रहा है?
राजनीतिक पंडितों की मानें तो कल का सरयू राय का जमशेदपुर में किया गया शक्ति प्रदर्शन बता देता है कि यहां का युवा किस ओर है, और ऐसे भी कहा जाता है कि “जिधर युवा, वह सीट उसी का हुआ।” हालांकि सीएम रघुवर का प्रेस कांफ्रेस का विडियो आज रघुवर दास के सोशल साइट पर डाला हुआ हैं, उसमें उनका दिख रहा चेहरा बता रहा है कि जमशेदपुर पूर्व किस ओर जा रहा है।
सीएम रघुवर दास के आगे-पीछे करनेवाले लोग यानी कनफूंकवों की भी हालत पस्त हो गई है, उनके चेहरे भी लटकने शुरु हो गये है, वो वस्तुस्थिति समझ चुके है कि अब दिन लद चुका है, 2020 का नया साल साफ संदेश लेकर आ रहा है कि उनकी नैया अब डूबने ही वाली है, नये लोग सत्ता में आयेंगे और परिवर्तन के साथ नया झारखण्ड बनाने की कोशिश करेंगे, और उसमें मुख्य भूमिका सरयू राय की होगी, जो भ्रष्टाचार के मुद्दे पर किसी को नहीं छोड़ने जा रहे।
इधर जमशेदपुर की तेजतर्रार महिला पत्रकार कहती है कि जमशेदपुर पूर्व की अभी तक की जो स्थिति हैं, उसमें सरयू राय का पलड़ा भारी है, यहां के लोगों में भी इस बार के चुनाव को लेकर बड़ा उत्साह हैं, पहले ऐसी स्थिति नहीं थी, और ये जो स्थितियां उत्पन्न हुई है, उनमें निःसंदेह सरयू राय की बहुत बड़ी भूमिका है, जिसे भाजपा ने समझने की कोशिश नहीं की, और इसका प्रभाव निःसंदेह जमशेदपुर पूर्व से सटे इलाकों में ही पड़ेगा, यानी चले थे सरयू को ठिकाने लगाने और अब लग रहा है कि खुद वो ठिकाने लगने जा रहे हैं।