बंधु तिर्की ने CM हेमन्त सोरेन को पत्र लिखकर मोमेंटम झारखण्ड में हुई अनियमितता की दिलाई याद
विधायक सह पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को पत्र लिखा है, उस पत्र में वर्ष 2017 में आयोजित मोमेन्टम झारखण्ड में बड़े पैमाने पर हुई अनियमितता को लेकर जांच कराने की बात कही गई है। बंधु तिर्की ने पत्र में लिखा है कि वर्ष 2017 में आयोजित मोमेन्टम झारखण्ड में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप है।
इसे लेकर जनसभा नामक संस्था ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास व कई बड़े पदाधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में एक सौ करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले की शिकायत की है। एसीबी को सौंपी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मोमेन्टम झारखण्ड में बिना कैबिनेट की स्वीकृति के ही बजट बढ़ाकर राशि की बंदरबांट कर दी गई।
बंधु तिर्की ने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि मोमेन्टम झारखण्ड में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के अलावे तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, उद्योग विभाग के निदेशक के रविकुमार, सीआईआई के राहुल सिंह, मुख्यमंत्री के तत्कालीन प्रधान सचिव संजय कुमार व ओएसडी सुनील कुमार बर्णवाल को आरोपी बनाया गया है। बंधु तिर्की ने कहा है कि इन सब पर आरोप है कि इन्होंने जनता के पैसों का दुरुपयोग किया। इस मोमेंटम झारखण्ड में जितना पैसा खर्च हुआ, उस अनुरुप में न तो निवेश आया और न युवाओं को रोजगार मिला।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों ने जनता के पैसों से यूएसए, सिंगापुर, कनाडा, यूके, जर्मनी आदि जगहों का भ्रमण किया। निवेश के नाम पर यह घोटाला है। इस मामले में हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर है। मोमेंटम झारखण्ड के लिए प्रारम्भिक बजट 8.50 करोड़ था, जो बाद में 16.94 करोड़ हो गया। इसके बाद यह राशि बढ़कर 100 करोड़ रुपये हो गई। इस पर कैबिनेट की स्वीकृति भी नहीं ली गई। जिसका विरोध तत्कालीन मंत्री सरयू राय ने भी किया था।
बंधु तिर्की ने कहा है कि एसीबी के संशोधित कानून के अनुसार इस शिकायत पर सक्षम प्राधिकार से अनुमति लेकर ही आगे की कार्रवाई की जा सकती है। सक्षम प्राधिकार राज्यपाल भी हो सकते हैं या फिर मंत्रिमंडल निगरानी एवं सचिवालय विभाग। दोनों में से किसी एक से स्वीकृति लेकर इसकी जांच कराई जा सकती है।