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बरबेंदिया पुल उनलोगों को सच्ची श्रद्धांजलि, जिन्होंने बराकर नदी में नाव दुर्घटना होने से जल समाधि ले ली थी, हम घोषणाओं में नहीं योजनाओं को धरातल पर उतारने में विश्वास रखते हैः चम्पाई

राज्य में आधारभूत संरचनाओं का बेहतर और मजबूत तंत्र बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इस कड़ी में सड़कों तथा पुल- पुलिया का जाल बिछा रहे हैं, क्योंकि इसी के जरिए विकास का नया गलियारा बनता है। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज जामताड़ा जिला में जामताड़ा- निरसा पथ के वीरग्राम-बरबेंदिया में बराकर नदी पर उच्चस्तरीय पुल के शिलान्यास समारोह को संबोधित करने के दौरान ये बातें कही। उन्होंने कहा कि बरबेंदिया पुल उनलोगों को सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने बराकर नदी में नाव दुर्घटना होने से जल समाधि ले ली थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बरबेंदिया पुल के निर्माण से जामताड़ा समेत पूरे संताल का धनबाद से रोड कनेक्टिविटी मजबूत होगा। जामताड़ा से निरसा की दूरी पहले की तुलना में आधी हो जाएगी। ऐसे में आवागमन में समय की बचत के साथ सहूलियत  होगी। इतना ही नहीं, इस पुल के शुरू होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी।

चम्पाई सोरेन ने कहा कि झारखंड कभी गरीब प्रदेश नहीं रहा, लेकिन यहां के लोग गरीबी में रहने को मजबूर रहे। अलग राज्य बनने के 19 वर्षों तक झारखंड के उत्थान पर किसी भी सरकार का ध्यान नहीं रहा। सिर्फ यहां के खनिज संसाधनों का दोहन होता रहा। यहां के आदिवासियों-मूल वासियों के दुःख-दर्द को किसी ने समझने की कोशिश नहीं की। 2019 में हेमन्त जी के नेतृत्व में सरकार बनी तो उन्होंने यहां के आदिवासियों- मूलवासियों, दलितों, पिछड़े, अल्पसंख्यको, गरीबों, जरूरतमंदों और किसानों- मजदूरों की समस्याओं को समझा और उसी के अनुरूप योजनाएं बनाकर उन्हें सशक्त और स्वावलंबी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने विकास का जो नया दरवाजा खोला, उसी दरवाजे से होकर हमारी सरकार विकसित और खुशहाल झारखंड बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार घोषणाओं में विश्वास नहीं करती है। हम जो कहते हैं उसे अवश्य पूरा करते हैं। आज सरकार की योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को इसका लाभ मिल रहा है। यहां के गरीबों और जरूरतमंदों को रोटी, कपड़ा और मकान देने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं। यहां का कोई भी व्यक्ति अपने हक-अधिकार से वंचित नहीं रहेगा।

उन्होंने कहा कि यह समस्त झारखंडवासियों की सरकार है। ऐसे में विकास की धारा से कोई वर्ग और तबका वंचित नहीं रहे, इस पर सरकार का विशेष जोर है। “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम के माध्यम से सरकार आपके दरवाजे पर पहुंची। आपकी समस्याओं को जाना और और उसका समाधान किया। इतना ही नहीं, सभी को उनकी जरूरत के अनुरूप योजनाओं से  जोड़ा गया। आज कोई भी ऐसा परिवार नहीं है, जहां सरकार की योजनाएं नहीं पहुंची हो।

उन्होंने कहा कि किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है। खेतों में सालों भर पानी रहे, इसके लिए सिंचाई सुविधाओं का तीव्र गति से विस्तार हो रहा है। खेतों में भूमिगत पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने का कार्य शुरू हो चुका है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में यहां के खेतों में सालों भर फसल लहराएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के जो भी गरीब, जरूरतमंद और आवास विहीन लोग प्रधानमंत्री आवास योजना से  वंचित रहे हैं, उन्हें सरकार अबुआ आवास दे रही है। हमारी सरकार ने 20 लाख लोगों को अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरों का पक्का मकान देने का निर्णय लिया है और लाभुकों को स्वीकृति पत्र देने का  सिलसिला शुरू हो चुका है है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। यहां के गरीब बच्चों को भी क्वालिटी एजुकेशन मिलेगा। विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का उनका सपना पूरा होगा। यहां के गरीब परिवारों के बच्चे भी इंजीनियर, डॉक्टर और अफसर बनेंगे। इसमें पैसे की तंगी आड़े नहीं आएगी। आपको सरकार आर्थिक सहायता देगी। इसके लिए आपको कोई गारंटी देने की जरूरत पड़ेगी। सरकार आपकी गारंटी बनेगी।