सावधान 1000वां दिन पूरा कर चुके CM हेमन्त, कहीं ऐसा नहीं कि आपकी जुल्म की चक्की में पीस रहे लोगों की बद्दुआएं आपको मटियामेट कर दें
राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपनी सरकार के 1000 दिन पूरे कर लिये। इस 1000 दिन पूरे कर लिये जाने के अवसर पर उन्होंने अपने स्वाभावानुसार करोड़ों रुपये विज्ञापनों पर दोनों हाथों से लूटवाये हैं। उनके इशारे पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग और उनके आईटी सेक्टर से जुड़े महान आत्माओं ने काफी मेहनत कर विज्ञापन बनवाएं हैं, छपवाएं है। खूब एक से एक प्वाइंट दिये हैं, लोगों को बताये है कि “जो कहते हैं, वो करते हैं” जबकि सच्चाई है कि हेमन्त ने बहुत कुछ चुनाव के पूर्व “कहे हैं जो कभी किये ही नहीं और न कर पायेंगे” नहीं तो पूछिये कि आपने जो 2019 में चुनाव के समय वायदे किये थे, उन वायदों का क्या हुआ?
- क्या दो साल के अंदर पांच लाख झारखण्डी युवकों को नौकरी दे दी गई?
- बेरोजगार स्नातकों को पांच हजार और स्नातकोत्तर को सात हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है?
- पलामू, चाईबासा और हजारीबाग को राजधानी बना दिया?
- भूमि अधिकार कानून अस्तित्व में आ गया?
- महिलाओं को सरकारी नौकरी में पचास प्रतिशत आरक्षण दे दिया गया?
- पांच साल तक उपयोग में नहीं लाए गए अधिग्रहित भूमि को रैयतों को वापस दे दी गई?
- शहीदों के जन्मस्थल को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित कर दिया गया?
- गरीबी रेखा से नीचे रहनेवाली महिलाओं को दो हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाने लगा?
- झारखण्ड आंदोलनकारियों के शहीदों के परिवार के एक सदस्य को सीधे सरकारी नौकरी देने का कानून बना दिया गया?
- जनवितरण प्रणाली की दुकानों से चायपत्ती, सरसो तेल व साबुन दिया जा रहा है?
- कैंसर पीड़ितों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठा रही है?
- पलामू, चाईबासा, गढ़वा, गिरिडीह, दुमका, साहेबगंज एवं देवघर को 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय शहर के रुप में विकसित कर दिया गया?
- प्राकृतिक आपदा में फसल बर्बाद होने पर 13,500 रुपये प्रति एकड़ के तहत मुआवजा दिया जा रहा है?
- घरेलू उद्योग के लिए किसी तरह के लाइसेंस की जरुरत नहीं होगी, इसके लिए कानून बना दिया गया?
- आज भी पारा शिक्षक सड़कों पर उतरकर अपनी मांगों को लेकर नाक रगड़ रहे हैं पर सरकार अंधी-बहरी बनी बैठी है?
तो आपने किया क्या भाई? आप कहेंगे कि हमने 1932 का खतियान दिया, भाई आपने अभी तक दिया नहीं हैं, आपने कैबिनेट से प्रस्ताव पास किया है, आप विधानसभा से इसे पास भी करवा लेंगे, तब भी ये लागू नहीं होगा, मामला कोर्ट में जाना ही जाना है और वहां जाकर इसे टायं-टांय फिस्स हो जाना है, आप इस बात को अच्छी तरह जानते हैं, तभी तो आप जनता को उल्लू बना रहे हैं, यह कहकर कि मैंने 1932 का खतियान दे दिया। जिस दस रुपये की साड़ी, धोती, लूंगी देने की बात आप जनता को कह रहे हैं, क्या आप वो साड़ी, धोती, लूंगी पहन सकते हैं, जरा ईमानदारी से बताइयेगा?
आप खुद बताइये न कि क्या ये सही नहीं है कि आपने विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में कहा था कि जब आपकी सरकार आयेगी तो आप गरीबों को तीन लाख रुपये का आवास बनवाकर देंगे, जिसमें पानी, बिजली, पंखा भी होगा, मां, बाप और बेटा-बहू के लिए अलग-अलग कमरा भी होगा, रसोईघर भी होगा और शौचालय भी उसी के अंदर होगा, छाती पर हाथ धरकर बोलिये मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी की उन वायदों का क्या हुआ?
आज पूरे झारखण्ड में कानून-व्यवस्था ठप पड़ गई है। लव-जेहाद करनेवालों के पौ-बारह हैं। लड़कियों पर वो भी घर के अंदर एसिड फेंके जा रहे हैं। दलितों को जेहादियों के द्वारा उनके निवासस्थानों से खदेड़ा जा रहा हैं, आज भी जाकर देखिये पांडू के दलितों की क्या स्थिति है? रांची से लेकर दुमका तक लड़कियां कांप रही हैं, पता नहीं कब उसके साथ क्या हो जायेगा? यहां तो पुलिस में काम कर रही सब-इंस्पेक्टर स्तर की आदिवासी महिला भी कामातुरों की, तो कही पशु तस्करों की शिकार हो जा रही है। यहीं नहीं ED ने तो आपके लोगों की वो दुर्दशा की हैं, कि आप चाहकर भी बच नहीं सकते, इससे ज्यादा क्या हम आपको कहे।
यहां तो आज भी रघुवर सरकार की तरह आपके लोगों के द्वारा स्थानीय पुलिस की सहायता से ईमानदार लोगों पर झूठे केस दर्ज कराये जा रहे हैं और उनका जीना दूभर किया जा रहा हैं, पर आपको इससे क्या मतलब? मैं तो जानता हूं कि सत्ता का ये चरित्र ही हैं कि जो सत्ता में आयेगा, वो ईमानदार को अपने मातहत काम करनेवाले लोगों की सहायता से सूली पर चढ़ायेगा और जो सत्ता की आरती उतारेगा, उसे सोने की थाल में जेवनार कराया जायेगा।
आपको और आपके साथ रहनेवाले ऐसे महत्वाकांक्षी लोगों को आपका ये 1000वां दिन बहुत-बहुत मुबारक, पर जो आज भी जुल्म की चक्की में पीसे जा रहे हैं, उनकी बद्दुआ आपको मटियामेट न कर दें, इसका मुझे भय है। आगे आपकी इच्छा, संभलना है, संभलिये, नहीं तो गिरने से आपको कौन रोक सकता है?