कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका, झारखण्ड प्रभारी आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से बनाई दूरियां, संभावना है भाजपा में जायेंगे, सोनिया को भेजा इस्तीफा
भारतीय गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर झारखण्ड के कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को एक बहुत बड़ा करारा झटका दिया है। उन्होंने आज कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी से खुद को अलग कर लिया। आरपीएन सिंह ने पत्र में लिखा है कि वे तत्काल प्रभाव से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने सोनिया गांधी को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उन्होंने देश की सेवा करने का पार्टी की ओर से मौका दिया।
इधर सोनिया गांधी को लिखे पत्र को सार्वजनिक कर ट्विट करते हुए आरपीएन सिंह ने लिखा है कि ये वक्त हमलोगों के लिए भारतीय गणतंत्र को सेलिब्रेट करने का हैं, वे एक नई राजनीतिक यात्रा की आज से शुरुआत करने जा रहे हैं। उनकी नई राजनीतिक यात्रा को लोग भाजपा में जुड़ने को लेकर देख रहे हैं। झारखण्ड के भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने आरपीएन सिंह के इस इस्तीफे पर अपने ट्विट के माध्यम से उनके इस फैसले का स्वागत किया है तथा चार शब्दों में “मोदी हैं तो मुमकिन है” लिखकर अपनी भावना को अभिव्यक्त कर दिया है।
दूसरी ओर झारखण्ड कांग्रेस में आरपीएन सिंह के इस फैसले से सभी हैरान है। किसी को ये आशा ही नहीं थी कि कांग्रेस की ओर से झारखण्ड के प्रभारी आरपीएन सिंह अचानक ऐसा गुल खिलायेंगे, पर हुआ तो ऐसा ही हैं, किसी नेता को यहां बोलते नहीं बन रहा, साथ ही झटका कांग्रेस का बीट देख रहे, उन पत्रकारों को भी लगा है, जिन्हें इस बात का अंदाजा तक नहीं लगा कि आरपीएन सिंह कांग्रेस से दूरियां बनाने के लिए कितने बेचैन हैं?
राजनीतिक पंडितों की मानें तो विभिन्न अखबारों में काम करनेवाले तथा स्वयं को राजनीतिक संवाददाता व राजनीतिक संपादक कहलानेवालों के लिए भी ये डूब मरने की बात हैं, कि वे आरपीएन सिंह से नजदीकियां की बात कहने के बावजूद उनकी मन की बातों को टटोलने में नाकामयाब रहे।