अपनी बात

बिहार में एक लोकोक्ति हैं राहुल गांधी जी – मन न रंगाये, रंगाये जोगी कपड़ा, दाढ़ी बढ़ाई जोगी…

बिहार में एक लोकोक्ति है –

मन न रंगाये, रंगाये जोगी कपड़ा।

दाढ़ी बढ़ाई जोगी, बन गइलन बकरा।।

ये लोकोक्ति फिलहाल कांग्रेस पार्टी की एक बड़ी नेतृ सोनिया गांधी ( जो तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिए संसद में आग उगली थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उसी संसद में उनकी क्लास लगाई थी) के बेटे व प्रियंका वाड्रा के भाई राहुल गांधी पर खुब फिट बैठती है, क्योंकि फिलहाल वे तथाकथित भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं।

पर उनके मुख से आग ही निकलती है और उससे इतनी नफरत फैल रही है कि क्या कहा जाये, यही नहीं इस दौरान इनकी हरकत भी ऐसी होती है कि इन मूर्खता से उनकी भद पिट जाती है, पर मूर्खता ऐसी हैं कि उन्हें पता ही नहीं चलता। लेकिन उनके इन्हीं बातों और हरकतों से सिद्ध हो जाती है कि वे भारत से कितना प्यार करते हैं? हिन्दूओं और उनके मंदिरों व उनके प्रतीक चिह्नों से कितना नफरत करते हैं?

जो लोग इनके परिवार को जानते हैं वे यह भी जानते है कि जब इनके पिता राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे, तो उन्होंने अपने शासनकाल के दौरान वेटिकन सिटी से पोप जॉन पॉल को क्यों बुलाया था? कुल मिलाकर देखा जाये, तो इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद इस घर में ईसाईयत का बोलबाला है, और इसी ईसाईयत के कारण वे हिन्दूओं के खिलाफ बोलना ये शान समझते हैं।

आपको याद होगा कि हाल ही में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री (सिर्फ नाम के, असली प्रधानमंत्री तो ये राहुल व सोनिया ही थी) थे, तब इन्होंने हिन्दूओं के मान-मर्दन के लिए, कांचीकाम कोटि के तत्कालीन जगद्गुरु शंकराचार्य को जेल में डलवा दिया था, क्या कोई बता सकता है कि इस देश में किसी की हिम्मत है कि किसी ईसाई या मुस्लिमों के प्रधान धर्मगुरु को जेल की हवा खिला सकें। 

उत्तर होगा – नहीं, चाहे वो कितना भी बड़ा अपराधी ही क्यों न हो? दक्षिण भारत के कई राज्यों में तो ईसाई मुख्यमंत्रियों ने हिन्दूओ के मान-मर्दन करने के लिए एक से एक कार्यक्रम लेना शुरु कर दिया हैं और ये हिन्दू उन्हें ही वोट देकर सत्ता में लाकर, अपना मान-मर्दन कराने में शान समझते हैं। इसे हर कोई देख सकता हैं, समझ सकता है, जान सकता है।

अभी राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं, पर इनके यात्रा में कौन होते हैं, जरा ध्यान दिजियेगा। ये सभी उच्च कोटि के तथाकथित सेक्यूलर, वामपंथी, इस्लाम व ईसाई धर्म के माननेवालों को टीम, जिनके निशाने पर हिन्दू व हिन्दू धर्म के प्रति प्रेम रखनेवाले होते हैं। आश्चर्य है कि जिस व्यक्ति को यह नहीं पता कि जनेऊ कैसे पहना जाता हैं, वो अपने भारत जोड़ो यात्रा में एक छोटे बच्चे को वो भी भीषण ठंड में नंगे बदन उलटा जनेऊ पहना कर, उसके हाथ पकड़कर चल देता हैं, और जब लोग उस पर प्रतिक्रिया देते हैं, तो उसे अपने सोशल साइट से डिलीट कर देता हैं।

हालांकि कुछ लोग तो इस फोटो को देख व्यंग्य करने पर भी नहीं चूक रहे, कि हो सकता है कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की अंतिम क्रिया करने के लिए निकले हो, क्योंकि उलटा जनेऊ तो अंतिम क्रिया के समय ही पहना जाता है। कमाल है, अपने बतकुचन रुपी भाषण में तपस्वियों और पुजारियों में भेद करते हुए यह व्यक्ति हिन्दुओं को दो कौड़ी का समझ जो चाहे, जो बोल कर निकल जाता है, और लोग सुनते हैं, उसका मूल कारण हिन्दू सहिष्णु होता हैं, उसको आप कितना भी जूते मारिये, वो आपके खिलाफ नहीं होगा।

तभी तो स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चर्चिल हिन्दूओं के खिलाफ आग उगला करता था, उसने तो यहां तक कह दिया था कि भारतीय कभी देश नहीं चला सकते थे, पर भारतीयों ने कभी भी विंस्टन चर्चिल के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलने की कोशिश तक नहीं की, यहां तक कि उसने गांधी के साथ बहुत ही बुरा सलूक किया, पर गांधी अपने तरीके से प्रतिकार किये, पर उसके खिलाफ गांधी ने भी कुछ भी नहीं कहा।

ठीक राहुल गांधी, चर्चिल के तौर-तरीके को अपनाकर वो सारी हरकतें कर रहा हैं, जिसकी जितनी आलोचना की जाये, कम हैं। आज उसने पूरे देश के हिन्दू पुजारियों को यह कहकर गाली दी कि यह देश तपस्वियों का हैं न कि पुजारियों का। मैं तो कहता हूं कि राहुल गांधी ये जो जटाजूट बढ़ाकर भारत तोड़ो यात्रा कर रहे हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि वो जो समझ रखे है कि उनके खानदान के तीन लोगों ने और परोक्ष रुप से राहुल व सोनिया ने प्रधानमंत्री पद पर कब्जा कर रखा था तो ये देश उनका हैं। अब ऐसा सोचना बंद कर दें क्योंकि इस देश ने पहली बार, परिवारवाद से मुक्ति पाई है, और ये मुक्ति अनवरत् चलते रहना चाहिए।

मैं ये नहीं कहता कि इस देश में कांग्रेस का शासन न हो, मैं तो चाहता हूं कि इस देश में उनका शासन हो, जो इससे प्यार करते हैं, ये नहीं कि भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर हिन्दूओं को गाली दें और राहुल जो ये समझ रहे है कि उनकी यात्रा में चल रहे हिन्दूनाम के लोग हिन्दू हैं तो भारतीय इतने मूर्ख भी नहीं, वो कितना भी यात्रा कर लें, उनके यात्रा में जो धीरे-धीरे एक-एक कर कबूतर शामिल हो रहे हैं, वो सारे कबूतरों को लोग एक-एक कर जान रहे हैं, आनेवाले चुनाव में उनका भी हिसाब हो जायेगा, ठीक उसी प्रकार जैसा कि कुछ दिनों पहले गुजरात की जनता ने कांग्रेस को धूल चटा दिया।

हां, एक बात और ये जो तथाकथित सेक्यूलर पत्रकारों की टीम जो आज किसी चैनल मे न होकर यू-ट्यूब से निकाहकर नया यू-ट्यूब चैनल खोलकर आपकी जय-जयकार कर रहे हैं, उनका सपना कभी कामयाब नहीं होगा, क्योंकि आपकी इस प्रकार की नायाब हरकतें, हिन्दूओं को गाली देने का सुंदर विचार ही, आपको सत्ता से बाहर करेगा, करते रहिये भारत जोड़ो यात्रा। भारत के आप इकलौते नेता नहीं हैं, जो भारत जोड़ो यात्रा किये हैं। कई लोगों ने की और लोग उन्हें भूल गये।

आपकी भारत जोड़ो यात्रा बहुत लोगों का मनोरंजन तो कुछ लोगों में आपके व कांग्रेस के प्रति आक्रोश भी बढ़ा रहा हैं, ये ही हरकत रहा तो भाजपा पुनः 2024 में आयेगी। पता नहीं, कैसे बैल लोगों को आपने अपने टीम में लगा रखा हैं, जिन्हें बुद्धि ही नहीं हैं। रामजन्मभूमि मंदिर से जूड़े पुजारी आपको आशीर्वाद देते हैं और आप वैसे ही पुजारियों के खिलाफ आग भी उगलते हैं। धिक्कार हैं, राहुल गांधी आप पर। ऐसे पूरे देश में विभिन्न मंदिरों के पुजारियों ने आपको निशाने पर ले लिया हैं, उनका शाप ही काफी हैं, आपको सत्ता से बाहर रखने के लिए, फिलहाल घुमते रहिये और जब थक जाइयेगा तो विदेश चले जाइयेगा, वहां बहुत अच्छा बॉडी मसाज करा लिजियेगा, ताकि शरीर का दर्द आपका निकल जाये।