स्वच्छता का रट लगानेवाले भाजपाइयों को बाबू लाल मरांडी से स्वच्छता का सबक सीखना चाहिए
जब से भाजपा के नरेन्द्र मोदी सत्ता में आये हैं। भाजपाइयों के मुख से स्वच्छता के शब्द कुछ ज्यादा ही सुनाई पड़ते हैं। ये शब्द भाजपाइयों के मुख से इस प्रकार निकलते है, जैसे इन लोगों ने स्वच्छता को दिल से अपना लिया हो, या मानो इस देश में नरेन्द्र मोदी के पहले देश का हर शहर, हर इलाका, हर कस्बा गंदगियों से पटा था, और भाजपाइयों के हर जगह सत्ता में आने के बाद देश गंदगी मुक्त हो गया।
सच्चाई तो यह है कि आज भी भाजपा नेताओं के जिम्मे जो विभाग दिये गये हैं, उन विभागों की कभी जनता औचक निरीक्षण कर दें तो पता चलेगा कि ये लोग जिस कुर्सी पर बैठते हैं, उस कुर्सी पर ही गंदगियों का अम्बार लगा हैं। ऐसे भी भाजपाइयों की हरकतें खासकर स्वच्छता को लेकर सोशल साइटों व विभिन्न समाचारों में लोगों ने देखे हैं कि ये किस प्रकार स्वच्छता अभियान चलाते हैं?
रांची में ही कई इलाकों में देखा गया कि जहां स्वच्छता अभियान चलाया जाता हैं, वहां स्वच्छता अभियान चलाने के पूर्व ही नगर–निगम को कह दिया जाता है कि फलां जगह कल मुख्यमंत्री स्वच्छता अभियान की शुरुआत करेंगे और लीजिये नगर निगम वाले पहले से ही उसे चकाचक कर देते हैं और मुख्यमंत्री तथा अन्य भाजपा नेता नये–नये झाड़ू लेकर उक्त स्थल पर झाड़ू लगाने का काम शुरु कर देते हैं।
और इधर अखबारों–चैनलों के फोटोग्राफर्स एवं कैमरामैन फोटो–विजुयल लिया और लिजिये साफ–सफाई यानी स्वच्छता अभियान सफल हो गया और फिर उसके ठीक दूसरे दिन वहीं स्थल गंदगी से पट गया, क्योंकि फिर उस स्थल पर भाजपा का कोई बड़ा नेता नहीं आयेगा। हाल ही में संसद में स्पीकर ओम बिरला के नेतृत्व में कई सांसदों ने झाड़ू हाथ में ले लिए, पर जो वहां मौजूद थे, इन सांसदों का जो उन्होंने नौटंकी देखी, उससे साफ पता लग गया कि ये लोग अपने घरों व आस–पास में कितनी स्वच्छता का ख्याल रखते हैं।
पर इन सबसे अलग राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने गजब कर दिया। चूंकि कल यानी बुधवार 25 सितम्बर को झारखण्ड विकास मोर्चा की प्रभात तारा मैदान में एक सभा थी। बड़ी संख्या में लोग जूटे। चूंकि बाहर से लोग आये थे, तो उनके खाने–पीने की व्यवस्था भी की गई थी, सभा खत्म होने के बाद स्वाभाविक हैं गंदगियां होंगी।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी स्वयं प्रभात तारा मैदान आज सुबह पहुंचे और सफाई में खुद ही लग गये, जब उनके कार्यकर्ताओं ने देखा कि उनके नेता स्वयं सफाई अभियान में लगे हैं, तब उन्होंने भी उनका हाथ बंटाया और देखते–देखते प्रभात तारा मैदान साफ हो गया, और भाजपा में क्या होता है, नेता आयेंगे, लोगों को बुलायेंगे और फिर गंदगी फैलाकर, बदबू फैलाकर चल जायेंगे और उनकी गंदगियों तथा बदबू से स्थानीय लोग परेशान हो जाये तो अपनी बला से।
काश लोग, काश राज्य की सारी राजनीतिक पार्टियां बाबू लाल मरांडी के इस कार्य से सबक लेती तो सचमुच झारखण्ड स्वच्छता को लेकर शीर्ष पर होता, चूंकि बाबू लाल मरांडी ने एक नई चीज की शुरुआत कर दी है, देखिये कितने लोग बाबू लाल मरांडी की इस असली स्वच्छता अभियान को अपनाते हैं।