BJP नेताओं का पंच प्रण अर्थात् JMM की योजनाओं का कॉपी-पेस्ट, झामुमो ने इनके पंच प्रण को प्रपंच बताते हुए भाजपा नेताओं के मतिभ्रम को झाड़-फूंक के माध्यम से इलाज करा देने की कही बात
आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा के प्रदेश व केन्द्रस्तरीय नेताओं ने झारखण्ड के लिए पंच प्रण जारी किये। जिसमें पहला पांच लाख रोजगार देने की बात कही गई है। जिसमें दो लाख 87 हजार सरकारी नौकरी शामिल है। दूसरा गोगो दीदी योजना अंतर्गत महिलाओं को 21 सौ रुपये महीने देने की बात है। तीसरा 500 रुपये में गैस सिलिण्डर और साल में दो सिलिण्डर मुफ्त देने की बात है।
चौथा ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट को हर महीने दो हजार तथा पांचवे प्रण में हर झारखण्डी को पक्का मकान देने की बात कही गई हैं। मतलब कुल मिलाकर कहा जाये तो झामुमो द्वारा जारी की गई विभिन्न योजना को नई चाशनी देकर जनता के बीच पंच प्रण के नाम से भाजपा नेताओं ने झारखण्ड की जनता को बेवकूफ बनाने का नया प्रण किया है।
एक तरह से देखा जाय तो झामुमो के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने ठीक ही कहा कि उनके कार्यालय से आधा किलोमीटर की दूरी पर एक कैव्स नाम से एक रेस्टोरेंट हैं। जहां पांचजन्य नामक साप्ताहिक पत्रिका जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुख पत्रिका है। वहां से पढ़े लोग बैठते हैं, तथा नया-नया दिमाग लगाकर कुछ नया करने की बात करते हैं। लेकिन उनके द्वारा किया गया यह नया प्रयोग जिसे इनलोगों ने पंच प्रण का नाम दिया है। दरअसल वे पंच प्रण न होकर एक प्रकार का प्रपंच ही हैं।
सुप्रियो ने तो यहां तक कह दिया कि जिस भाजपा ने 33 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण देने की बात कही थी। अभी तक जनसंख्या की गिनती कब से शुरु होगी। इसकी कोई सुर-सार सुनाई नहीं दे रही है। जबकि 2025 सिर पर सवार है। मतलब न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी वाले हालात इनकी इस योजना का हाल है। ऐसे में ये नई पंच प्रण के नाम से गोगो दीदी योजना लाये हैं। जो मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का ही दूसरा रूप है।
ये सबको आवास देने की बात करते हैं। जो हमारा अबुआ आवास का ही दूसरा रूप है। ये रोजगार देने की बात करते हैं, जबकि डेढ़ लाख से ज्यादा का नियोजन तो हम दे चुके हैं। इनके रघुवर के पांच साल के शासन काल में तो सबको संविदा के आधार पर नौकरी दी गई थी। जबकि हमने जिन्हें संविदा पर इन्होंने रखा था, सभी को समायोजित किया। इसी तरह 500 रुपये में सिलिण्डर की बात तो तेलंगाना और कर्नाटक की कांग्रेस सरकार से ली गई योजना है। इनका अपना पंच प्रण कहां हैं?
सुप्रियो ने कहा कि बाबूलाल मरांडी जिनके शासनकाल में जेपीएससी के अध्यक्ष से लेकर सदस्य तक जेल की शोभा बढ़ाये हैं। जिनके शासनकाल में जेपीएससी की परीक्षा कभी ठीक ढंग से नहीं हुई। वे हेमन्त के शासनकाल पर अंगूली उठायेंगे तो अच्छा नहीं लगता। सुप्रियो ने कहा कि दरअसल बाबूलाल मरांडी मतिभ्रम के शिकार हो गये हैं।
हमारी उनसे मतिभ्रम होने के कारण संवेदनाएं हैं। मां कात्यायिनी से प्रार्थना है कि उनका मतिभ्रम जल्द से दूर हो। भाजपा और उनके नेताओं को ओझा-गुणी की जरुरत है। झाड़-फूंक की जरुरत हैं। चुनाव में ही यह सब संभव है। हमलोग इनकी सारी मतिभ्रम को झाड़ देंगे। इनके अंदर जो कॉपी-पेस्ट करने की प्रवृत्ति जगी है। इससे इन्हें बचना चाहिए। हंसी का पात्र न बनें।