BJP MP निशिकांत ने कोरोना पीड़ित के पहचान को सार्वजनिक कर किया अपराधिक कृत्य, कांग्रेस ने कहा – कानूनी कार्रवाई की जाय
गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने वैश्विक कोरोना महामारी में केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की घोर अवहेलना करते हुए एक कोरोना पीड़ित के पहचान को सोशल साइट के माध्यम से सार्वजनिक कर दिया। आश्चर्य है कि जिस पार्टी की केन्द्र में सरकार हैं, जिसके नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिन-रात कोरोना से देश को मुक्त कराने के लिए प्रयासरत है, उन्हीं के नेता सारे कायदा-कानूनों को ठेंगे पर रख रहे हैं। जब इस संबंध में विद्रोही24 डॉट कॉम ने देवघर के उपायुक्त से मोबाइल के माध्यम से बातचीत करनी चाही, उपायुक्त ने बात नहीं की।
भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने फेसबुक वॉल पर लिखा था – “वही हुआ जिसका डर था, संथालपरगना में पहला कोरोना का मरीज़ (सांसद ने यहां मरीज का नाम लिखा था, बाद में उसे डिलीट कर दिया, लेकिन उनके डिलीट करने के पहले कुछ लोगों ने इसका फोटो शॉट लेकर हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखण्ड, इरफान अंसारी एमएलए, प्रदीप यादव एमएलए, और झारखण्ड पुलिस को ट्वीट कर दिया था, ट्वविट करनेवाले महबूब भारती ने अपने ट्वीट में लिखा था कि सर मैंने सुना है कि कोई भी कोरोना पॉजिटिव लोगों का नाम उजागर नहीं करेगा, फिर चाहे वो किसी जाति,धर्म से संबंध रखता हो, अगर यह सच है तो फिर हमारे सांसद जी ने ऐसा क्यों किया?) जो देवघर ज़िला के सारवां प्रखंड का रहने वाला है पाया गया।
यह १७ आदमियों के साथ पंजाब से ३१ मार्च को आया था। देवघर ज़िला प्रशासन १ किलोमीटर दूर से गमहरिया गॉंव का रास्ता बंद करे। खाने पीने का सामान भिजवाये। हेमंत सोरेन जी की सरकार देवघर एम्स में टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराए, क्योंकि १३ तारीख़ का रिपोर्ट आज आया। इससे ज़्यादा ग़ैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार किसी सरकार का क्या हो सकता है? मेरी मेरे कार्यकर्ताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ज़िला प्रशासन की मेहनत पर पानी फिरता नज़र आ रहा है। जय शिव।”
अब सवाल उठता है कि किसी भी समस्याओं में राजनीति करनेवाले लोग ये क्यों भूल जाते हैं कि उनकी भी कोई मर्यादा हैं, और उन मर्यादाओं का पालन उन्हें हर हाल में करना है, अब सांसद निशिकांत दूबे ही बताएं कि उन्होंने जिस प्रकार कोरोना पीड़ित के पहचान को सार्वजनिक किया, उन पर क्यों नहीं कानूनी कार्रवाई की जाये। इस मुद्दे पर राज्य सरकार को भी अपनी बात रखनी चाहिए, कि सांसद निशिकांत दूबे द्वारा किये गये इस कृत्य पर क्या एक्शन लेने जा रही हैं।
हालांकि निशिकांत दूबे द्वारा कोरोना पीड़ित का पहचान सार्वजनिक किये जाने को लेकर राजनीति शुरु हो गई है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे एवं लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि कोरोना संक्रमित मरीज की पहचान को सार्वजनिक करने वाले देवघर के भारतीय जनता पार्टी सांसद निशिकांत दूबे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार की ओर से यह स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया गया है कि कोरोना संक्रमित मरीज की पहचान को कोई सार्वजनिक नहीं करेगा और ऐसा करना आपराधिक कृत्य माना जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे करने वाले व्यक्ति के खिलाफ महामारी कानून के तहत विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
श्री दूबे एवं श्री शाहदेव ने कहा भाजपा सांसद का पहले से ही सांप्रदायिक चेहरा सामने आता रहा है और यह कृत्य एक बार फिर सामाजिक वैमनस्यता को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन को तुरंत इस मामले को संज्ञान में लेते हुए भाजपा सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी भाजपा के दो सांसद लॉकडाउन के सारे नियम-कानून को धत्ता बताते हुए दिल्ली से झारखंड आ गये थे, वहीं राज्य के लाखों प्रवासी श्रमिक, छात्र-छात्राएं और मरीज एवं उनके परिजन दूसरे राज्यों में फंसे हैं। वहीं भाजपा सांसद लगातार कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
सांसद महोदय भारत सरकार के गाइड लाईन को दरकिनार करते हुए कोरोना पीडित व्यक्ति का नाम सार्वजनिक कर समाज में कैसा मैसेज देना चाहते हैं ? क्योंकि इस समय पूरा देश को एक होकर इस महामारी से लड़ने की जरूरत है ।