BJP प्रवक्ता के इशारे पर चलते हैं, RU के VC रमेश पांडेय, उधर मिला आदेश और इधर जेवियर्स में वार्षिकोत्सव स्थगित, कांग्रेस ने की भर्त्सना
जिस रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रमेश कुमार पांडेय ने संत जेवियर्स कॉलेज में वार्षिकोत्सव का उद्घाटन किया था, उसी ने आज भाजपा प्रवक्ता प्रतुल के कहने पर संत जेवियर्स कॉलेज में चल रहे वार्षिकोत्सव को स्थगित करने का आदेश जारी कर दिया।भाजपा प्रवक्ता प्रतुल का कहना था कि पूरा देश कश्मीर में हुई शहादत से गमगीन है, ऐसे हालत में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित नहीं होने चाहिए।
जबकि कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे का कहना था कि कमाल है, संत जेवियर्स कॉलेज में वार्षिकोत्सव नहीं होना चाहिए पर ऐसे हालत में भाजपा के नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनाव प्रचार करना चाहिए, रांची में आकर भी शहीद विजय के परिवारों से एक मिनट का भी समय नहीं निकालना चाहिए, भाजपा के नेताओं को अपने यहां हो रही शादी में लाखों–करोड़ों फूंक देना चाहिए और शानो–शौकत दिखलाने में कोई कमी नहीं रखना चाहिए। आखिर ये दोहरा मापदंड नहीं तो और क्या है?
आलोक दूबे का ये भी कहना था कि ऐसा नहीं कि रांची में वार्षिकोत्सव में शामिल युवा पुलवामा में हुई घटना से व्यथित नहीं थे, ऐसा नहीं कि वार्षिकोत्सव में शामिल युवा भारतीय नहीं थे, ऐसा नहीं कि उनकी देशभक्ति में कोई कमी थी, दरअसल भाजपाइयों ने देशभक्ति के प्रमाण पत्र बांटने का ठेका ले रखा है।
और रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश पांडेय ने भाजपा प्रवक्ता के कहने पर, इस वार्षिकोत्सव पर रोक लगाने का जो काम किया, उससे साफ पता लगता है कि वे भाजपा के इशारे पर काम करते हैं, वे कुलपति कम भाजपा के कार्यकर्ता ज्यादा नजर आ रहे हैं, कांग्रेस इन सारे कृत्यों को देख रही हैं, और सत्ता में आने पर इन सभी का हिसाब जरुर किया जायेगा। सभी को ये बातें गांठ बांध लेनी चाहिए।
दूसरी ओर इसी संदर्भ में कई बुद्धिजीवियों का कहना है कि शिक्षण संस्थाओं में इस प्रकार की राजनीति देश के लिए घातक हैं, बच्चों के अंदर छुपी देशभक्ति और देशप्रेम को राजनीतिक चश्मे से देखना खतरनाक साबित हो सकता है, खासकर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति ने जिस प्रकार भाजपा प्रवक्ता के इशारे पर कार्यक्रम को स्थगित कराया, उसे किसी भी प्रकार से सही नहीं ठहराया जा सकता, आखिर यहीं परम ज्ञान जो उन्हें आज प्राप्त हुआ, वहीं जब वे उद्घाटन के लिए संत जेवियर्स कॉलेज में पधारे थे, तब क्यों नहीं प्राप्त हुआ, पता नहीं कैसे-कैसे लोग यहां कुलपति बन जाते हैं।
जब cc vc हो acbc ही होगा..