भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बाबूलाल जरुर साहू परिवार के यहां कभी मुनीम का काम करते होंगे, तभी तो उन्हें हर बात की जानकारी है कि किसका पैसा, कहां से आया और कहां गयाः सुप्रियो
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अभी तक आयकर विभाग ने कोई प्रेस कांफ्रेस कर या किसी भी विज्ञप्ति या अन्य साधनों के द्वारा यह नहीं बताया कि कांग्रेस पार्टी के नेता धीरज साहू के घर से अब तक कितने रुपये बरामद हुए? लेकिन अखबारों व न्यूज चैनलों ने पता नहीं किन-किन सूत्रों के हवाले से नाना प्रकार की खबरें फैला दी।
किसी ने लिख दिया 50 करोड़ मिले, किसी ने 100 करोड़ लिख दिये, किसी ने 200 तो किसी ने 300 करोड़ तक राशि पहुंचा दी, अब हो सकता कि कल और भी इसमें राशि अलग से जोड़ दी जाये। आश्चर्य यह भी है कि इन्हीं अखबारों व न्यूज चैनलों ने यह भी बातें लिख दी कि नोट गिनने के क्रम में नोट गिनने की मशीन जल गई, किसी ने लिख दिया कई मशीन खराब हो गये। मतलब एजेंसी कुछ बोल नहीं रही, अधिकारिक बयान अब तक आये नहीं और उसको लेकर तरह-तरह के नैरेटिव गढ़े जा रहे हैं।
उधर पीएम मोदी ने ट्विट किया और इधर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बाबूलाल ने डमरु बजाना शुरु किया
कहा जा रहा है कि इसमें इनका पैसा है। उनका पैसा है। अनर्गल बयान लोग दिये जा रहे हैं। हद हो गई, संवैधानिक पद पर बैठे हमारे प्रधानमंत्री वो भी तब, जबकि संसद का सत्र चल रहा है। अखबार में छपी एक खबर का फोटो चिपकाते हुए बयान जारी करते हैं। फिर उसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी डमरु बजाना शुरु कर देते हैं।
सुप्रियो ने कहा कि अच्छा रहता, आयकर विभाग को अपना काम करने दिया जाता, लेकिन यहां हो क्या रहा है, इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि याद करिये मध्यप्रदेश की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्या कहा था? उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि 70 हजार का एक आसामी है, जिसकी 14 हजार करोड़ की संपत्ति अटैच है, वो अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल चक्की पीसेंगे, लेकिन हुआ क्या? उसे डिप्टी सीएम बना दिया गया, लेकिन पीएम मोदी उस पर ट्विट नहीं करते।
सुप्रियो ने कहा कि अगर कुछ गड़बड़ हुआ है तो आईटी उसका लेखा-जोखा अपने विभाग को देगी, कम से कम भाजपा कार्यालय को तो नहीं ही देगी, तो इनको पेट में दर्द क्यों हो रहा है? अरे जिससे सवाल होगा, वो जवाब देगा। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बाबूलाल मरांडी जरुर साहू परिवार के यहां कभी मुनीम का काम करते होंगे, तभी तो पैसे की लेन-देने के बारे में सारी बातें खुलकर कह रहे हैं। बाबूलाल मरांडी का बेतूका बयान ऐसा आ रहा है कि क्या कहा जाये।
CM हेमन्त सोरेन इस्तीफा दें और PM मोदी इस्तीफा न दें
बाबूलाल मरांडी कहते हैं कि सीएम हेमन्त सोरेन को इस्तीफा दे देना चाहिए, और मैं कहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस्तीफा क्यों नहीं देना चाहिए। वे शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल और नरेन्द्र तोमर के साथ क्यों बैठ रहे हैं। क्यों मेहूल, नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या उनके शासन में रहते भाग खड़ा हुआ?उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि आयकर विभाग के पास जो पैसे आये हैं, जिनके पैसे हैं उन्हें लौटा दें।
वे लोग अपना हिसाब बता देंगे कि ये पैसे कहां से आये। ऐसे रेड कोई पहली बार थोड़े ही हुए हैं। औद्योगिक घरानों, व्यवसायियों के यहां तो ये चलते ही रहते हैं। ये तो आईटी का रुटीन काम है। अगर यहां साहू परिवार के यहां आईटी रेड पड़ा हैं, तो रुंगटा के यहां भी तो आईटी रेड चल रहा है। आखिर साहू परिवार पर हमला और रुंगटा पर ये भाजपाई क्यों नही बोल रहे। उसको लेकर कोई चर्चा क्यों नहीं हो रही।
भाजपा का हाल धुआं उड़ाते रहो ताकि मच्छड़ और अपना कारनामा छुपा रहे
चूंकि साहू परिवार एक राजनीतिक दल से जुड़ा है तो उसके लिए हाय-तौबा और रुंगटा परिवार राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा हैं तो उस पर कोई चर्चा नहीं। सुप्रियो ने कहा कि इसी प्रकार ईडी के समय भी हुआ था। सूत्र बता रहे हैं पर ईडी कुछ बता ही नहीं रही थी। मतलब भाजपा का तो यही हाल है कि केवल और केवल धुआं उड़ाते रहो, ताकि जो मच्छड़ है और भाजपा के जो कारनामें हैं, वो छुप जाये। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ठीक ही कहा है कि जो भी जांच एजेंसियां जांच कर रही है। वो ठीक से जांच करें। जो भी फाइंडिंग हैं, उसे सार्वजनिक करें, जो संबंधित लोग हैं, उनसे पूछताछ करें, न कि भ्रम फैलाए।