अग्निवेश डीसी-एसपी को कॉल करते रहे, इन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया – बाबू लाल
पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश पर हुए कातिलाना हमले की पूरे देश में आलोचना हो रही हैं। झारखण्ड में भी भाजपा को छोड़कर सभी दलों ने इस कांड की कड़ी भर्त्सना की है। झारखण्ड विकास मोर्चा अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए, इसकी कड़ी निन्दा की है। उन्होंने कहा कि यह हमला स्वामी अग्निवेश पर नहीं, बल्कि यह सीधे तौर पर लोकतंत्र पर हमला है। भाजपाइयों व उससे जुड़े संगठनों की यह करतूत देश व राज्यों से विचारों की अभिव्यक्ति को जबरन गुंडागर्दी के बल पर समाप्त करने व उस पर पहरा लगाने सरीखा है।
बाबू लाल मरांडी ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, परंतु भाजपा के लोग जबरन अपने विचारों को पूरे देश पर थोपना चाहते हैं, जो गलत है। बाबू लाल मरांडी ने कहा कि यह भी बताया जा रहा है कि स्वामी अग्निवेश डीसी व एसपी को फोन करते रहे, परंतु कॉल रिसीव नहीं किया गया। इससे इस आशंका को बल मिलता है कि इस प्रदेश में सरेआम इस प्रकार देश के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता की सत्तारुढ़ दल के कार्यकर्ताओं द्वारा पिटाई बगैर सरकार के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष संरक्षण के संभव हो ही नहीं सकता। सीएम ने जांच का आदेश जरुर दिया है, परन्तु परिणाम कुछ निकलनेवाला नहीं हैं।
भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले की कड़ी निन्दा करते हुए कहा है कि यह हमला अपराधिक कृत्य है, भाकपा माले ने संघी हमलावरों को अविलम्ब गिरफ्तार करने की मांग की है। भाकपा माले का कहना था कि भाजपा ने अपने जमात के जरिये विरोधी विचारों को शारीरिक रुप से निबटने का जिस फांसीवादी हमले का सहारा लिया है, वह लोकतंत्र के लिए धब्बा है। भाकपा माले इस संघी हमले के खिलाफ कल यानी 18 जुलाई को हर जिले में प्रतिवाद दिवस मनायेगी।
झारखण्ड असंगठित कामगार कांग्रेस के महासचिव अजय राय ने स्वामी अग्निवेश के उपर हुए हमले की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि यह भाजपा की ओछी राजनीति की परिणाम है, जिसकी जितनी निन्दा की जाय कम है, अजय राय का कहना था कि भाजपा मान चुकी है कि 2019 में आना नहीं हैं, इसलिए वह पूरे देश को दंगे की आग में झोक देना चाहती है।
सामाजिक कार्यकर्ता ललित मुर्मू ने कहा है कि स्वामी अग्निवेश पर यह हमला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भगवातंत्र की पोल खोलने के लिए काफी है, सरकारी शह पर हुए इस हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी का नहीं होना ही सबसे बडा सबूत है।
जनवादी लेखक संघ ने कहा कि ये कुछ भी सहन नहीं कर सकते, डेमोक्रेसी में इनका विश्वास सिर्फ दिखावा है। सामाजिक कार्यकर्ता रतन तिर्की ने भी इस घटना की कड़ी निन्दा की तथा इसे राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसकी आह सबको ले डूबेगी, ये सभी को समझ लेना चाहिए।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक जय शंकर चौधरी ने कहा कि स्वामी अग्निवेश पर भाजपा युवा मोर्चा के नेतृत्व में भीड़तंत्र का इस्तेमाल करते हुए जिस तरह से हमला किया गया, उनके कपड़ें फाड़े गये, यह बेहद निन्दनीय एवं शर्मनाक घटना है, यह एक सभ्य समाज को कलंकित करनेवाला घटना है। भाजपा अपने विचारधारा के विरोधियों और राजनैतिक विरोधियों को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है, पहले तो अपने वादे को पूरा करने में विफल रही, दूसरा कारपोरेट हितों के लिए जनविरोधी नीति बनाई और अब ऐसी घटना पर उतारु हो गई।