अपराध

जमशेदपुर पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग के नाम पर युवक के साथ दुर्व्यवहार व पिटाई का मामला, सोशल साइट पर हुआ विरोध, SSP ने दिये जांच के आदेश, मिला न्याय, दोषी पुलिसकर्मी हुए निलंबित

होना तो यह चाहिये कि कानून सबके लिये बराबर हो। लेकिन शायद जमशेदपुर में ऐसा होता दिखता नहीं है, क्योंकि मंगलवार को बिष्टुपुर पार्वती घाट के पास वाहन चेकिंग के नाम पर मो. जहीरुद्दीन उर्फ जैद के साथ जिस प्रकार का दुर्व्यवहार व मारपीट जमशेदपुर पुलिस ने की। वह घटना तो यही बताता है, कि बड़े लोगों के लिए कानून कुछ और सामान्य लोगों के लिए कानून कुछ और ही है।

हालांकि सोशल साइट पर जिस प्रकार से यह मामला उठा और जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधिकारियों ने इस पर एक्शन लिया, उससे एक आस जगी कि गलत का विरोध करने पर, उसका प्रतिफल देर-सबेर देखने को मिलता ही है, जैसा कि जमशेदपुर में दिखा, गलत करनेवाले सारे पुलिसकर्मी निलंबित कर दिये गये।

बताया जाता है कि जैद के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना की वीडियो जैसे ही सोशल साइट पर वायरल हुई। इसकी जानकारी जमशेदपुर की वरिष्ठ महिला पत्रकार अन्नी अमृता को हुई। अन्नी अमृता ने जैद से संपर्क किया और पूरे मामले की जांचोपरांत ट्विटर पर पोस्ट करते हुए इसे जमशेदपुर पुलिस, झारखण्ड पुलिस और पूर्व विधायक व भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी को टैग कर दिया। इसका असर यह हुआ कि देखते ही देखते इस पर प्रतिक्रिया आनी शुरु हुई।

पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने प्रतिक्रिया दी – ये क्या और क्यों हो रहा है झारखंड पुलिस? जमशेदपुर पुलिस से आग्रह ऐसे जवानों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्रवाई करें। वरिष्ठ पत्रकार प्रीतम भाटिया का कहना था – क्या ऐसे मनाए जाएंगे झारखंड में पर्व त्योहार लोगों को दौड़ा-दौड़ा पीट-पीटकर? भाजपा नेता अंकित आनंद ने लिखा – ऐसे ही लोग वर्दी को दागदार बनाते हैं।

जमशेदपुर के पूर्व सांसद सह कांग्रेस नेता डा. अजय कुमार की प्रतिक्रिया थी – इस वीडियो ने उन्हें सचमुच दुखी कर दिया है। पर्व त्योहार में पुलिस प्रशासन को आम जनता के साथ सामंजस्य बनाकर रखने की जरुरत है। जिम्मेदार पदाधिकारियों को धैर्य से काम लेना चाहिए। वे इस घटना की निंदा करता है और दोषियों पर कार्रवाई की मांग करता है।

आखिर यह आक्रोश क्यों भड़का?

दरअसल जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र के पार्वती घाट के पास का एक वीडियो सोशल साइट पर वायरल हुआ। जिसमें हेलमेट पहने बाइक चलाकर आ रहे युवक को ट्रैफिक पुलिस और टाइगर जवान रोककर उसके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करते दिखे रहे थे। वीडियो 17 अक्टूबर यानी मंगलवार की बताई जा रही थी।

बताया जाता है कि उस दिन मोहम्मद जहीरूद्दीन उर्फ जैद अपनी बाइक लेकर पार्वती घाट की तरफ से बिष्टुपुर की तरफ आ रहा था कि रास्ते में आर्म्स चेकिंग के नाम पर उसे रोका गया। युवक ने हेलमेट पहन रखा था, उसके पास वाहन के कागजात भी थे। युवक ने बताया कि आर्म्स नहीं मिलने पर पुलिस ने पहले उसे गाड़ी स्टार्ट करने को कहा, जिसमें फटफटिया की आवाज आई तब मोडिफाइड साइलेंसर लगे रहने की स्थिति में युवक ने चालान भर देने की बात कही।

उसके बाद भी पुलिस जैद को गाड़ी पर बिठाकर जुगसलाई थाने ले जाने लगी। युवक का कहना था कि जब उसने अपने पिता को यह जानकारी फोन से देनी चाही तब उसे मारा गया। उस पर लाठी का भी इस्तेमाल किया गया। दुर्व्यवहार किया गया। जैद ने बताया कि थाना जाकर चालान भरकर उसने गाड़ी छुड़ाई। जैद का कहना था कि फटफटिया बजने पर, उसने अपनी गलती मानकर वह स्पॉट पर ही फाइन भरने को तैयार था लेकिन पुलिस के व्यवहार ने उसे बहुत तकलीफ पहुंचाई। जिसकी शिकायत उसने एसएसपी से जाकर की।

एसएसपी किशोर कौशल ने जैद की शिकायत को ध्यान से सुनी और उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। एसएसपी के निर्देश पर एएसपी ने पूरे घटना की जांच की और वीडियो की घटना को सत्य पाया और फिर गश्ती पार्टी के अवर निरीक्षक विकास कुमार, जुगसलाई थाना, टैंगो के आरक्षी काश्मीर मुखी और आरक्षी अनिल कुमार महतो को निलंबित कर दिया।