हिन्दुत्व का ढिंढोरा पीटनेवाली भाजपा सरकार के कार्यक्रम में “जन्माष्टमी” के दिन “चिकेन बिरयानी”
यह मत भूलिये कि आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है। यह भी मत भूलिये कि राज्य व केन्द्र में भाजपा की सरकारें हैं, जिनके लोग बड़े ही घमंड से सदन में जयश्रीराम के नारे लगाते/लगवाते हैं। सीना ठोककर हिन्दुत्व का प्रचार करते हैं। बड़े ही गर्व से बोलते हैं – गर्व से कहो हम हिन्दू हैं। इनकी मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है और अब यही देखिये क्या कर रहे हैं? सत्ता का स्वाद चखते ही, स्वयं अपनी संस्कृति को मटियामेट करने में लगे हैं।
आज पूरा देश जन्माष्टमी के पर्व में डूबा है। शायद ही कोई हिन्दूनिष्ठ परिवार होगा, जिनके घर में कोई भी धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रम आयोजित हुए होंगे तो नॉन–वेज भोजन का प्रबंध किया होगा, क्योंकि आम तौर पर अपने यहां विशेष धार्मिक पर्व के दिन नॉन–वेज भोजन का प्रबंध नहीं होता, पर अब तो यह नई भाजपा है, इनकी नई संस्कृति हैं, अब तो ये धार्मिक उत्सवों के दिन कार्यक्रम आयोजित करते हैं और चिकेन बिरयानी खाकर/खिलाकर उत्सव भी मनाते हैं।
आज पूरा देश जिस माखन–मिसरी खानेवाले, दूध पीने–पिलानेवाले, ग्वाल–बाल के संग धूम मचानेवाले का जन्मोत्सव मना रहा है, उस कृष्ण–कन्हैया के जन्मोत्सव के दिन रांची में केन्द्र–राज्य द्वारा आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में चिकन–बिरयानी परोसा गया, कुछ लोगों को जैसे ही भोजन–पैकेट मिले, वे अवाक् रह गये, अरे जन्माष्टमी के दिन चिकेन बिरयानी, वह भी भाजपा सरकार के कार्यक्रम में। हालांकि कुछ लोगों का कहना था कि अलग से वेज खाद्य पैकेट का भी प्रबंध था, पर ज्यादातर लोगों का कहना था कि आज के दिन चिकेन–बिरयानी परोसने की दिमाग किसने दे दी? वह भी जयश्रीराम चिल्लानेवाले पार्टी के सरकारी कार्यक्रम में, ये तो अद्भुत है।
हम दरअसल इस बात को यहां इसलिए उल्लेखित कर रहे हैं, क्योंकि आज रांची में रांची शहरी गैस वितरण परियोजना का शुभारम्भ हुआ, जिसमें केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, मुख्यमंत्री रघुवर दास, नगर विकास मंत्री सी पी सिंह, सांसद संजय सेठ प्रमुख रुप से शामिल हुए। इस कार्यक्रम को गेल(इंडिया) लिमिटेड ने केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से आयोजित किया था।
सभी खुश थे, जन्माष्टमी की दुहाई दे रहे थे, कह रहे थे कि आज रांची के तीन हजार घरों में पाइप लाइन से गैस सप्लाई की शुरुआत हो रही है। पन्द्रह महीने में इस प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने धर्मेन्द्र प्रधान और गेल(इंडिया)लिमिटेड को धन्यवाद भी दिया और इसी खुशी में सभी ये भूल गये कि आज उनके कार्यक्रम में जो लोगों को भोजन पैकेट दिये जा रहे हैं, उसमें चिकेन–बिरयानी भी हैं।
जिन लोगों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी या धार्मिक उत्सवों से कुछ भी लेना–देना नहीं था, छक–कर चिकेन बिरयानी पर हाथ फेरा, और सीएम रघुवर दास तथा भाजपा को बधाई दी, कि वो इसी तरह विभिन्न धार्मिक दिनों पर चिकेन बिरयानी का प्रबंध करें, जबकि कई लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया और दबे जुबान से सरकार की तीखी आलोचना की, और कह दिया कि घमंड न करें, घमंड श्रीकृष्ण का आहार हैं, जन्माष्टमी के दिन चिकेन–बिरयानी परोसकर, रघुवर दास ने अपनी संभावित पतन का द्वार खोल दिया है।