CM रघुवर दास ने स्वीकारा लूढ़क गया झारखण्ड, अखबारों-चैनलों ने अमित शाह की स्तुति गाई
झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास को इस सच को स्वीकार करने के लिए दाद देने का मन कर रहा हैं। उन्होंने आज राज्य के सभी समाचार पत्रों को यह विज्ञापन देकर स्वीकार किया है कि झारखण्ड व्यापार सुगमता सूचकांक में जो पहले तीसरे स्थान पर था, आज वह लूढ़कर कर सातवें स्थान पर आ गया है। सचमुच राज्य में कोई पहला मुख्यमंत्री आया है जो ताल ठोककर कह रहा है कि हम झारखण्ड को लूढ़काने में भी सबसे आगे है।
इधर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सब कुछ जान रहे है कि राज्य के क्या हालात है? और यहां भाजपा की स्थिति कितनी कमजोर है, पर भाड़ें पर लाई गई भीड़ से वे इतने आह्लादित है कि वे रघुवर दास की पीठ थपथपाने में कोई कंजूसी नहीं कर रहे।
दूसरी ओर सत्ता हाथ से जाने का भय मुख्यमंत्री रघुवर दास को इतना सता रहा है कि उन्होंने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का शाही स्वागत के लिए राजकोष का खजाना पूरी तरह खोल दिया है। हम आपको बता दें कि अमित शाह का जैसा शाही स्वागत रांची में हो रहा है, ऐसा स्वागत आजतक न तो किसी प्रधानमंत्री का हुआ और न ही किसी राष्ट्रपति का। स्थिति ऐसी है कि रांची की जनता ईश्वर से प्रार्थना कर रही है कि ऐसा कोई नेता रांची न आये, जिससे उनका सामान्य जन-जीवन प्रभावित हो जाये।
इधर अखबार और चैनलवालों ने विज्ञापन धर्म निभाते हुए, अपने-अपने अखबारों-चैनलों को अमित शाह के चरणकमलों में समर्पित कर दिया है, सभी अमितस्तुति गा रहे हैं। कह रहे हैं कि अमित शाह है तो संसार है, अमित शाह है तो अखबार है और अमित शाह है तो ही चैनल है, ऐसे अमित शाह को हम अखबार और चैनलवाले बारंबार प्रणाम करते हैं, जिनकी कृपा से उनके अखबार व चैनल के मालिक को रात की नींद ठीक से आती हैं। आज सभी अखबारों ने तीन-तीन पेज का विशेष पृष्ठ दिया है, जो अमित शाह को समर्पित है, जबकि सच्चाई यह है कि ऐसा कुछ भी नहीं, कि इनके लिए तीन-तीन पेज दे दिये जाये।
चूंकि एक-दो दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने आवास पर अखबार-चैनल के मालिकों-संपादकों को बुलाया था और उन्हें पूर्णरुपेण हर प्रकार से संतुष्ट किया था, जिसका प्रभाव आज रांची से प्रकाशित सभी अखबारों में देखने को मिल रहा है। स्थिति यह है कि अमित शाह के विरोध की खबर ढूंढने पर भी नहीं मिल रही है, विपक्षी दल के नेताओं की खबर को अमित शाह के खबर के आगे यहां के अखबारों और चैनलों ने बांट लगा दी है। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है। समाज व देश के लिए खतरा है। ऐसे पत्रकारों-अखबारों-चैनलों से राज्य को बचाना प्रत्येक झारखण्डवासियों का धर्म बन जाता है।
Ye CM Rajdrohi kahne layak hai,Ye bhool gaye ki ye janta ke nokar hai, noker hi malik ke birodh kam kare ye kaise bewastha hai. yadi aisa hota hai to malik unhe ukhar fekta hai. Is CM ke sath yahi karne ki jarurat hai. Janta ko chahiye ki apne MLA ke ghar dharna dekar unhe apna tyag patra dene ko majboor kare. Johar Jai Jharkhand.