CM हेमन्त को मिला जनता का साथ, संपूर्ण लॉकडाउन को जनता ने दिया भरपूर सहयोग, लोग नहीं निकले घरों से
आज संपूर्ण लॉकडाउन था। जिसकी घोषणा राज्य सरकार ने की थी। चूंकि कोरोना से जंग इतना आसान नहीं हैं, जितना लोग समझ रहे हैं। फिर भी राज्य सरकार ने आज के दिन कोरोना के खिलाफ अपनी जंग को और मजबूत करने के लिए संपूर्ण लॉक डाउन की घोषणा की थी, जिसको लेकर पूरे राज्य में मुस्तैदी दिखी। यह संपूर्ण लॉक डाउन शनिवार की शाम चार बजे से लेकर सोमवार की सुबह छह बजे तक चलेगा।
खुशी इस बात की है कि राज्य के सभी प्रमुख शहरों ही नहीं बल्कि गांव-मुहल्लों में भी लोगों ने आज के लॉकडाउन के महत्व को समझा, और सड़कों पर निकलने से बचे, हांलाकि कुछ जगहों पर स्वयं को ज्यादा बुद्धिमान समझनेवाले लोगों ने अपनी मटरगश्ती नहीं छोड़ी, फिर भी ऐसे लोगों को आम जनता ने भी नफरत भरी नजरों से देखकर इनकी खिल्ली उड़ाई।
विद्रोही 24 ने महसूस किया कि ये संपूर्ण लॉकडाउन ठीक उसी प्रकार की थी, जैसा कि पिछली बार केन्द्र सरकार के एक इशारे पर देश की जनता ने स्वयं को लॉकडाउन में कैद कर लिया था। कई स्थानों पर पुलिस की मुस्तैदी देखते बन रही थी, पर आज पुलिस को उतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ी, जितना आम दिनों झेलना पड़ता था, जो भी निकले वो ज्यादा जरुरतमंद थे, बाकी अपने घरों में रहे।
राज्य की राजधानी रांची हो या झारखण्ड के बड़े शहर जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, डालटनगंज सभी जगहों पर लोगों ने सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में अपनी बहादुरी समझी। कई राजनीतिक दलों ने भी आज के संपूर्ण लॉकडाउन को एक तरह से समर्थन दिया था, जिसका प्रभाव आज के लॉकडाउन पर पड़ा। निश्चय ही स्थिति अगर ऐसी रही तो झारखण्ड कोरोना पर संपूर्ण विजय प्राप्त कर लेगा।
इधर राजनीतिक पंडितों का कहना है कि जिस प्रकार कोरोना की दूसरी लहर ने झारखण्ड को जकड़ा था, और जिस प्रकार राज्य सरकार और उनके मातहत कार्य कर रहे अधिकारियों ने कोरोना पर विजय प्राप्त करने के लिए अपनी भूमिका दिखाई, उससे साफ लगता है कि जनता, अधिकारी व सरकार के इस आपसी सहयोग की भावना को और मजबूत करने की जरुरत हैं, ताकि बेहतर माहौल में लोग सांस ले सकें।