कोरोना से लड़ने को लेकर CM हेमन्त सोरेन का प्रयास जारी, कल होगी सर्वदलीय बैठक, होंगे महत्वपूर्ण फैसले
राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखण्ड में बढ़ रहे कोरोना केसेज को देखते हुए, कल सायं 6.30 बजे वर्चुअल माध्यम से सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया हैं। जिसकी अध्यक्षता वे स्वयं करेंगे। इस बैठक में कोरोना के बढ़ते हुए मामले को लेकर विचार-विमर्श किया जायेगा तथा उनके सुझावों के आधार पर सरकार आगे निर्णय लेगी।
विद्रोही24 का तो विचार है कि इस मामले पर सर्वदलीय बैठक से भी आगे सरकार को निर्णय लेना चाहिए, एक मोबाइल नंबर या इ-मेल भी जारी करना चाहिए, जिसमें लोग मैसेज के द्वारा कोरोना को नियंत्रण कैसे किया जाय? इस पर अपने सुझाव दे सकें, साथ ही वे कैसे इस पर सरकार या कोरोना को नियंत्रित करने में लगे लोगों को अपना सहयोग दे सकते हैं, इस भाव को वे शेयर कर सकें।
आइपीआरडी रांची द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, सारे राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को इसकी सूचना भेजी जा रही हैं और कल दोपहर तक इसका लिंक भी उपलब्ध करा दिया जायेगा। यह सारी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा संप्रेषित की जा रही है। राजनीतिक दलों को चाहिए कि इस बैठक को सफल बनाने पर ज्यादा ध्यान दें, ऐसा नहीं कि ये बैठक राजनीति का अखाड़ा बन जाये, क्योंकि उपनिषद् कहता है – विपत्काले विस्मय एव कापुरुष लक्षणम्।
हालांकि पिछले एक-दो दिनों से राज्य सरकार ने कोरोना को नियंत्रित करने के लिए बेहतर कदम उठाने शुरु किये हैं, पर उसका परिणाम अभी नजर नहीं आ रहा, जब परिणाम नजर आयेंगे तो निःसंदेह सरकार की प्रशंसा भी होगी, कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाना जरुरी भी था, क्योंकि कई दल इसकी मांग भी कर चुके थे।
विद्रोही24 का तो मानना है कि कुछ निर्णय तो सरकार को तत्काल उठाने चाहिए, जिसमें भारत के वैसे इलाके जहां कोरोना का भीषण प्रकोप हैं, उन इलाकों से आनेवाली ट्रेनों/प्लेनों को तत्काल प्रभाव से रोकने का प्रयास राज्य सरकार को करना चाहिए, क्योंकि झारखण्ड में जिस प्रकार से कोरोना फैला है, उसमें उन इलाकों से आनेवाले लोगों की भूमिका से इनकार भी नहीं किया जा सकता।
लंबा नहीं, पर सीमित दिनों के लिए लॉकडाउन पर विचार किया जा सकता है। जो लोग मास्क नहीं लगाते या जो लोग कोरोना को लेकर सरकार की बात नहीं मान रहें, ऐसे लोगों पर सख्ती बरतना बहुत ही जरुरी है, क्योंकि कुछ लोगों को कानून तोड़ने में ही आनन्द आता है। गांव-गांव में प्रचार-प्रसार करें/कराएं कि लोग मास्क पहनें, अपने हाथों को बार-बार धोएं, अगर किसी को बुखार या खांसी हो तो क्या करें, इस प्रकार के प्रचार बहुत जरुरी है, पर इसके लिए अखबारों या चैनलों में विज्ञापन देने की जरुरत नहीं, बल्कि जो राजनीतिक दल के कार्यकर्ता हैं, वे ही टोलियां बनाकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सहयोग कर लोगों को जगायें, तभी इससे बेहतर ढंग से निबटा जा सकता है, नहीं तो स्थितियां और खराब होगी।
दूसरी ओर अस्पताल में बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये, राज्य में स्कूलों व कॉलेज बंद हैं, उन्हें तत्काल कोविड सेन्टर में तब्दील करें, वहां बेड, ऑक्सीजन सिलिण्डर, दवाएं, चिकित्सक आदि उपलब्ध कराएं, आप मुख्यमंत्री जी पायेंगे कि समस्या जल्द ही खत्म हो जायेगी, बस इच्छाशक्ति की जरुरत है। दुनिया की कोई ऐसी समस्या नहीं, जिस पर हम काबू नहीं पा सकते, ये कोरोना क्या चीज हैं।