राजनीति

धनबाद में CM हेमन्त सोरेन का बयान, अगर जरूरतमंदों को पेंशन देना, विधवाओं को आर्थिक सहायता देना, बच्चियों को सशक्त बनाना गुनाह है, तो यह गुनाह मैं बार-बार करूंगा

धनबाद के बलियाडीह में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा सरकार की छवि खराब करने में लोग लगे हैं। अगर बुजुर्गों को पेंशन देना गुनाह है तो यह गुनाह हम बार-बार करेंगे। अगर विधवा महिलाओं को आर्थिक सहायता देना गुनाह है तो यह हम बार-बार करेंगे। अगर राज्य की बच्चियों को सशक्त बनाना गुनाह है तो यह गलती हम बार-बार करेंगे।

उन्होंने कहा कि बलियाडीह में हवाई अड्डा बनाने की योजना है। केंद्र सरकार भूमि उपलब्ध कराने पर सहमति जताई तो राज्य सरकार इसको बनाकर देगी। जल्द राज्य में कमर्शियल पायलट के लिए प्रशिक्षण केंद्र शुरू होगा। हमारी मंशा यहां के युवाओं को सिविल एविएशन के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। चंदनकियारी और जैनामोड़ ग्रिड का कार्य अंतिम चरण में है।

उन्होंने कहा कि निरसा, अटका, बलियापुर ग्रिड और संचरण लाइन का काम तेजी से हो रहा है। वर्ष 2024 के अंत तक सरकार इस क्षेत्र में अपनी ताकत पर बिजली उपलब्ध कराएगी। धनबाद में ₹500 करोड़ की लागत से 700 KM ग्रामीण सड़क एवं पथ निर्माण विभाग की करीब 275 KM उच्च स्तरीय सड़क का निर्माण ₹700 करोड़ की लागत से होगा।

हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखण्ड राज्य ने 20 वर्ष पूर्व सरप्लस बजट के साथ जन्म लिया था। आज वह पिछड़ेपन की सीढ़ी पर लुढ़क रहा है। अब इस सूखे हुए पेड़ की जड़ों में लगातार पानी और खाद डालने के काम हमारी सरकार कर रही है, ताकि झारखण्ड फिर हरा होकर मजबूती के साथ खड़ा हो सके। यह आदिवासियों-मूलवासियों और झारखंडवासियों की सरकार है।

उन्होंने कहा कि यह सरकार रांची-दिल्ली से नहीं बल्कि गांव-देहात और मोहल्ला-टोला से चल रही है। हर व्यक्ति के दरवाजे तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाने का महाभियान चल रहा है। लोगों को पूरे मान- सम्मान के साथ उनका हक-अधिकार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज कोई भी ऐसा घर नहीं होगा, जहां सरकार की कोई न कोई योजनाएं नहीं पहुंची हो। हमारी सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के लिए उन्हें योजनाओं से जोड़ने का कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कोरोना काल में यह पता चला कि झारखंड के लाखों मजदूर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों और विदेशों में जाते हैं। यहां उन्हें कैसी-कैसी परेशानियों का सामना करना होता है, इसकी जानकारी तब मिली जब उन्हें कोरोना काल में वापस लेकर हम आए। अब इन मजदूरों को काम के लिए बाहर जाना नहीं पड़े, इसके लिए भी सरकार ने योजनाएं बनाई है। अब इन्हें अपने गांव और घर में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास हो रहा है। इतना ही नहीं, मजदूरों के कल्याण और सुरक्षा के लिए भी सरकार ने योजना बना रखी है। आप श्रम विभाग के पोर्टल पर अपना निबंधन कर कर इन योजनाओं का लाभ जरूर लें।

2025 तक झारखंड को एक ताकतवर राज्य बनायेंगे

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड कोई पिछड़ा और गरीब राज्य नहीं है। लेकिन, पिछले 20 वर्षों के दौरान इसे पिछड़ा रहने के लिए छोड़ दिया गया। किसी ने राज्य को विकास के रास्ते पर आगे ले जाने की प्रतिबद्धता नहीं दिखाई। हमारी सरकार इस राज्य को गरीबी और पिछड़ापन के टैग से निजात दिलाने की दिशा में आगे बढ़ रही है । वर्ष 2025 में झारखंड 25 वर्ष का युवा हो जाएगा। ऐसे में हम अगले दो वर्षों में राज्य को इतना ताकतवर बनाएंगे कि हमें किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। झारखंड राज्य इतना सक्षम बन जाएगा कि यह अपने विकास का मार्ग खुद तय करेगा और देश के अग्रणी राज्यों में शुमार होगा।