मजदूर दिवस पर मजदूरों को CM हेमन्त का शानदार तोहफा, 1200 मजदूर तेलंगाना से ट्रेन द्वारा झारखण्ड के लिए रवाना
बिहार की डबल इंजन सरकार देखते रह गई और हेमन्त ने अपने 1200 मजदूरों को तेलंगाना से ट्रेन द्वारा बुलाने में बाजी मार ली। बिहार में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड की संयुक्त सरकार है यानी डबल इंजन की सरकार, पर झारखण्ड में तो डबल इंजन की सरकार है ही नहीं, यहां तो विशुद्ध रुप से एंटी डंबल इंजन की सरकार है, फिर भी मजदूर दिवस के अवसर पर एक सुखद समाचार देखने-सुनने को मिला कि तेलंगाना से एक ट्रेन खुली है, जिसमें 1200 झारखण्डी मजदूर सवार है, यह ट्रेन आज रात्रि में हटिया स्टेशन पहुंचेगी।
शायद कोरोना संक्रमण के बाद यह पहला सुखद समाचार है कि एक ट्रेन खुली है, वह भी मजदूरों के लिए, इससे बढ़िया समाचार और क्या हो सकता है, इसके लिए तो राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बधाई के पात्र है ही, कि इसमें भी राजनीति शुरु करियेगा। हालांकि सुनने में ये भी आ रहा है कि भाजपाइयों ने इसके लिए भी अपना दिमाग लगाना शुरु कर दिया है, और इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अपने रेल मंत्री को इसके लिए विशेष श्रेय दे रहे हैं, पर जब उनसे यह पूछा जाता है कि इतना श्रेय जो आप पीएम मोदी व रेल मंत्री को दे रहे हैं, तो यहीं कृपा उनदोनों की बिहार पर क्यों नहीं बरस रही, ये प्रश्न सुनते ही उनके होश उड़ जा रहे हैं।
खैर, इस बात का तो कल ही खुलासा हो गया था, जब राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के मजदूरों व छात्रों को बुलाने के लिए एक विशेष बैठक बुलाई और दिशा-निर्देश जारी कर दिये। हम आपको बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री ने कल ही ताल ठोककर कह दिया था कि जरुरत पड़ी तो वे हवाई जहाज से भी अपने लोगों को झारखण्ड लायेंगे, पर लायेंगे जरुर।
सूत्र बता रहे है कि पश्चिम बंगाल में फंसे झारखण्ड के लोगों को लाने के लिए साहेबगंज से मुर्शिदाबाद चार बसें भेजी गई है यानी अब भारत के किसी भी कोने में जो मजदूर फंसे हैं, उनके चेहरे पर आज का दिन खुशियों की सौगात लेकर आया है, सही मायनों में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस तो झारखण्ड मना रहा है, अपने मजदूर भाइयों को उनके घर लाकर। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने साफ कहा कि वे अधिकारियों की एक टीम कोटा भेज चुके है, और वहां से जल्द ही बस के द्वारा छात्रों को झारखण्ड लाया जायेगा।
इसी बीच चिकित्सा सुविधा से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में मजदूरों व छात्रों के आने से लोगों को क्वारेन्टाइन करने की जरुरत पड़ेगी, साथ ही कोरोना संक्रमण को लेकर भी खतरा बढ़ेगा, जिससे निबटने के लिए सतर्कता जरुरी है, अगर सभी ने मिलकर सतर्कता अपनाया तथा राज्य व केन्द्र द्वारा कोरोना को लेकर जो सूचनाएं उपलब्ध कराई जा रही है, उसका पालन किया, तो जल्द ही हम अपने लोगों को झारखण्ड भी ले आयेंगे और कोरोना पर विजय भी प्राप्त करेंगे।
ये तो बहुत सुभ समाचार है, sir हम जेसे लोगों का भी मार्गदर्शन कीजिए जो ख़ुद आपने निजी वाहन से आने में समर्थ है उन्हें आने देने का पास दिया जाए
I am living in gumla district of jharkhand.
Help me in getting down to jharkhand government. thank you.