CM रघुवर और उनके मंत्री जल्द ही जेल में होंगे, इन्हें भगवान भी नहीं बचा सकता, कानून तो छोड़ दीजिये
धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के स्थापना दिवस पर आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन ने कहा कि देशस्तर और राज्यस्तर पर साहूकारों का शासन चल रहा है, इन सरकारों का 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जाना तय है, और चुनाव के बाद राज्य के वर्तमान सीएम रघुवर दास और उनके घोटालेबाज मंत्रियों के समूह को जेल जाने से भगवान भी नहीं बचा सकता, कानून की तो बात ही छोड़ दीजिये।
उन्होंने कहा कि जैसे साहूकारों का चरित्र होता है, ठीक उसी प्रकार भाजपा के नेताओं को चरित्र हो गया है, जैसे एक साहूकार ठगने में माहिर होता है, ठीक उसी प्रकार ये लोगों को ठगने में माहिर है, जैसे आपने देखा होगा, एक साहूकार पहले लोगों को बुलाता है, फिर बैठाता है, चाय पिलाता है, कर्ज देता है, शराब पिलाता है और फिर जमीन के कागजात पर ठेपा ले लेता है, ठीक उसी प्रकार भाजपा इस राज्य के साथ कर रही है।
उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना के अंतर्गत जो गैस चुल्हा मिल रहा है, वो दरअसल पूरे राज्य के गरीबों को बीपीएल परिवार से हटाने की एक गहरी साजिश है, इसे समझने की जरुरत हैं, उन्होंने कहा कि ये सरकार अपने कारोबारियों को खुश करने के लिए बड़े पैमाने पर गैस-चुल्हे खरीद रही हैं ताकि चुनाव के समय उन कारोबारियों से इसका लाभ ले सकें।
उन्होंने कहा कि इस राज्य का दुर्भाग्य है कि राज्य में एक ऐसा मुख्यमंत्री बैठ गया है, जो बच्चों के थाली से एक दिन का अंडा तक छीन लेता है, जिन बच्चों को सप्ताह में तीन दिन अंडा मिलता था, आज उन बच्चों को मात्र दो दिन ही अंडा दिया जा रहा है। ये सरकार स्कूल बंद कर रही है, और शराब का दुकान खोल रही है, और शराब का दुकान खोलकर भी उसने गजब का घोटाला किया, बताए ये रघुवर सरकार की शराब में किसने घोटाला किया? आखिर वह शराब कौन पी गया, मुख्यमंत्री पी गये या कोई और?
हेमन्त सोरेन ने यह भी कहा कि 2019 का चुनाव हर झामुमो कार्यकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है, इस सरकार को विदा करने का वर्ष है, झामुमो को राज्य में प्रतिष्ठित करने का वर्ष है, इसलिए इस संदेश को हर गांव, हर पंचायत तक पहुंचाएं। हेमन्त सोरेन ने कहा कि इस साहुकारों की सरकारों ने पूरे देश में कोहराम मचाकर रख दिया है। जिसके कारण आज विभिन्न राज्यों में जनता इनके खिलाफ खड़ी हुई, अंततोगत्वा कुछ मामलों में इस सरकार को पीछे हटना पड़ा, पर जब तक हम इस सरकार को उखाड़ नहीं फेंकते, हमें संघर्ष करते रहना है।
उन्होंने कहा कि इस साहूकारों की सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को ठप कर दिया। हमारी एकता को प्रभावित कर दिया। पहले तो इन भाजपाइयों ने साहूकारों की तरह अपनी चाल चली और जब सत्ता में आये तो साहूकारों का चरित्र दिखा दिया। आज इनके इस चरित्र से हर वर्ग हतोत्साहित है। पूरे राज्य ही नहीं, देश में भय का माहौल है। रातोंरात लोगों से रोजगार छीन ली जा रही हैं।
अब चूंकि फिर से चुनाव का वर्ष है, इस सरकार ने इवेन्ट्स मैनेजमेन्ट का सहारा लेकर लोगों को मूर्ख बनाना शुरु कर दिया है। लोगों को आंखों में धूल झोंकने का काम शुरु कर दिया है। अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए ये हर प्रकार के हथकंडे अपनाने शुरु कर दिये हैं। हेमन्त सोरेन ने तो यहां तक कह दिया कि झारखण्ड में प्रवासी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सारी संवैधानिक संस्थाओं का बेड़ा गर्क कर दिया है।
भय, भूख और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात करनेवाले, भय, भूख और भ्रष्टाचार ऐसा फैलाया है कि जनता त्राहि-माम कर रही है, और जब हमारे लोग, हमारे विधायक सदन में इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो उनकी सदस्यता समाप्त करा दी जाती है, लेकिन भाजपा का ही एक विधायक जो इस कोयलांचल में खूलेआम कुकर्म करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती, उसके खिलाफ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की जाती, कोई अगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने भी गया तो उक्त थाने में मुख्यमंत्री आवास से फोन जाता है, और फिर उक्त पुलिस पदाधिकारी का हाथ-पांव फूंलने लगता है। पूरे राज्य में रक्षक ही भक्षक बन गये हैं।
हेमन्त सोरेन ने कहा कि अगर राज्य के आदिवासी मूलवासी नहीं चेते तो आनेवाले समय में उन्हें पलायन का शिकार होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार ने दो तरह से राज्य की जनता का शिकार कर रही है, एक जमीन अधिग्रहण कर पलायन करवाकर तथा राज्य में दूसरे बाहरी लोगों को सरकारी नौकरी देकर, ऐसे में इस राज्य के मूलवांशिदों का क्या हाल होगा, इस पर चिन्तन करने की जरुरत है?
उन्होंने कहा कि टीचर की बहाली हो या जेपीएससी की बहाली, सबमें गजब की धांधली चल रही है। राज्य के मंत्रियों, विधायकों, पदाधिकारियों तथा पैसों से मजबूत लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है, करोड़ों पैसे बहाये जा रहे हैं, तथा जेपीएससी पर कब्जा कर, अपने लोगों को नौकरी दिलाने का प्रबंध कर चुके है, ऐसे में यह राज्य कहां जायेगा, इसे समझने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि किसानों और मजदूरों का तो यहां कोई सुनता ही नहीं, अब बताओं पांच सौ रुपये महीने किसानों को मिलेगा, तो इस पांच सौ रुपये महीने से क्या होगा? इस बार इस सरकार ने जो बजट पेश किया, दरअसल वह बजट नहीं, खैराती बजट है। इस सरकार को चार साल में पेंशन की याद नहीं आई और जब पांव कब्र में हैं तो दिल्ली से लेकर रांची तक की भाजपा सरकार को परम ज्ञान की प्राप्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि दिया बूझने के पहले फरफराता है, ये वहीं फरफराहट है, जो दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा कि सीएम रघुवर दास ने कभी कहा था कि दिसम्बर 2018 तक राज्य के सभी गांवों में 24 घंटे बिजली होगी, और अगर हम ऐसा नहीं कर सकें तो वोट मांगने नहीं आयेंगे, लेकिन फिर भी ये लोग वोट मांगने आयेंगे, तब उनसे पूछियेगा, क्या हुआ तुम्हारे संकल्प का?
उन्होंने कहा कि इस सरकार से पूछियेगा कि क्या हुआ? उस वादे का जब इस सरकार ने सत्ता संभालने के कुछ दिन बाद ही ये कहा था कि वे छह महीने के अंदर सारे सरकारी पदों को भर देंगे? आज स्थिति ये है कि राज्य के सभी विभागों में भारी संख्या में अधिकारियों/कर्मचारियों की कमी है, जिसके कारण लोगों को सेवा नहीं मिल रही। स्वास्थ्य विभाग का हाल क्या है? किसी से पूछने की जरुरत नहीं, यहां स्वास्थ्य विभाग का हाल नहीं सुधरा, पर राज्य का स्वास्थ्य मंत्री मोटा जरुर हो गया, लगता है कि कही पेट न फूंट जाये, उनका इंजीनियरिंग-मेडिकल कॉलेज तो बन गया, पर अन्य इंजीनियरिंग-मेडिकल कॉलेज का क्या हाल है? वो किसी से छुपा नहीं।
इस सरकार का पाप का घड़ा फूंट चुका है, और वह अब छलक रहा है, इसलिए इनकी पहचान करिये, क्योंकि ये लोगों को ठगने में एक नंबर के उस्ताद है, नहीं तो 2014 में आपको जैसे ठगा, फिर 2019 में ठग लेगा। उन्होंने धनबाद के लोगों की व्यथा का भी जिक्र किया कि पूरे कोयलाचंल में आग लगी है, कहीं ऐसा न हो कि उस आग के कारण हम अपना अस्तित्व खो दें। उन्होंने विनोद बिहारी महतो और अपने पिता शिबू सोरेन के दिखाये रास्ते का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कैसे अपने समय में सीसीएल व बीसीसीएल मैनेजमेंट के नाक में नकेल किया था, आज उसे करने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि लंबी लड़ाई के बाद आज हमारा कार्यकर्ता कमजोर हो गया है, थक गया है, उसे फिर खड़ा होने की जरुरत हैं, उन्होंने नये पीढ़ियों के साथी से आह्वान किया कि वे एक नई लड़ाई के लिए तैयार रहे, उन्हें अपने खेत-खलिहान, रोजी-रोजगार के लिए लड़ना होगा, अपने भविष्य के लिए लड़ना होगा, ताकि उनके लोगों का भविष्य सुरक्षित रह सकें, और जिसके लिए राज्य में झामुमो की सरकार बननी बहुत जरुरी है, नहीं तो स्थिति और बिगड़ेंगी।
उन्होंने ये भी कहा कि आप जान लीजिये, आज जो भी सरकार के खिलाफ बोलता हैं, ये सरकार उन्हें झूठे मुकदमें में फंसा देती है, ताकि उसका भविष्य ही बर्बाद हो जाये, जैसे कल बंगाल में ममता बनर्जी के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में इस नालायक सरकार को हटाना बहुत ही जरुरी है। इसलिए हम अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित कर, राज्य में बदलाव की बयार लाएं, क्योंकि इस सरकार ने एक बार फिर छल-बल का सहारा लेना प्रारंभ कर दिया है, पर हमें पूरा विश्वास है कि इस राज्य में अब भाजपा के लिए कोई जगह नहीं है, क्योंकि पिछली बार गलतियां हुई, इस बार गलती नहीं होने देना है।