बड़े-बड़े पूंजीपतियों के लिए CM रघुवर के पास जमीन की कमी नहीं, पर धौनी के क्रिकेट एकेडमी…
आज एक अखबार ने सुप्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी एवं भारत के शान महेन्द्र सिंह धौनी से संबंधित फोटो के साथ एक खबर छापी है, खबर यह है कि ‘महाराष्ट्र के नागपुर में भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने अपनी क्रिकेट एकेडमी लांच की। यहां पर क्रिकेटर को रहने और अभ्यास करने की सारी सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी।’
चूंकि महेन्द्र सिंह धौनी का सपना है, देश-विदेश में क्रिकेट एकेडमी खोलकर, इस क्रिकेट खेल में आनेवाले या रुचि रखनेवाले खिलाड़ियों को क्रिकेट की नई तकनीक व उसकी बारीकियों से साक्षात्कार या परिचय कराना। कुछ लोग महेन्द्र सिंह धौनी के इस सोच के कायल है और उसकी मदद भी कर रहे हैं। देखते ही देखते दुबई और सिंगापुर में इनकी क्रिकेट एकेडमी खुल चुकी है, जबकि अन्य देशों के प्रमुख शहरों में उनके प्रोजेक्ट जमीन पर उतर रहे हैं।
भारत के ही प्रमुख राज्यों के प्रमुख शहरों में, वहां की सरकारों ने इस कार्य के लिए महेन्द्र सिंह धौनी को जमीन उपलब्ध कराने का काम किया, पर झारखण्ड में क्या हो रहा है? जिस मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मोमेंटम झारखण्ड के लिए महेन्द्र सिंह धौनी को अपना ब्रांड एंबेस्डर बनाया। जिस महेन्द्र सिंह धौनी ने ब्रांड एबेंस्डर बनाये जाने पर, राज्य सरकार से एक पैसा तक नहीं लिया। जिस धौनी ने मोमेंटम झारखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट के लिए अपना कीमती समय झारखण्ड सरकार को उपलब्ध कराया, उसका प्रचार किया, यानी हर प्रकार का सहयोग किया।
उस झारखण्ड सरकार ने महेन्द्र सिंह धौनी को क्रिकेट एकेडमी खोलने के लिए अब तक जमीन तक नहीं उपलब्ध कराई, जबकि महेन्द्र सिंह धौनी ने हर समय, हर पल झारखण्ड के लिए, झारखण्ड को कुछ देने का हमेशा मन बनाया, आज भी महेन्द्र सिंह धौनी के दिल में झारखण्ड हिलोरे मारता है, पर झारखण्ड की सरकार, उनके अधिकारियों और मुख्यमंत्री आवास में बैठनेवाले कनफूंकवों को इससे क्या मतलब?
धौनी चाहते है कि झारखण्ड में क्रिकेट एकेडमी खुले, वह इसके लिए राज्य सरकार से जमीन चाहते हैं, पर जमीन नहीं मिलने के कारण वे फिलहाल बोकारो में जैसे-तैसे क्रिकेट एकेडमी चला रहे हैं, पर राज्य सरकार और उनके अधिकारियों द्वारा धौनी के क्रिकेट एकेडमी के लिए बरती जा रही उदासीनता सब कुछ बयां कर दे रही है कि यहां सरकार और उनके कनफूंकवें कैसे सरकार चला रहे हैं?
झारखण्ड सिविल सोसाइटी से जुड़े आर पी शाही ठीक ही लिखते है कि ’कोई तो बात होगी कि धौनी ने नागपुर में क्रिकेट एकेडमी खोली, झारखण्ड में जन्मे, पले, बढ़े, और यहां की मिट्टी से प्यार करनेवाले इस व्यक्ति से शायद यहा समारोहों में ब्रांड एंबेस्डर बनने के पश्चात् कुछ बारीक खूबियां दीख गई होंगी। काश, इस प्रतिभा का सदुपयोग झारखण्ड कर सकता।’