CM से आक्रोशित ब्राह्मणों ने प्रारंभ किया रघुवर सत्ता विनाशक जप, रांची में पुतला दहन
रांची के कोकर चौक में झारखण्ड ब्राह्मण युवा मंच ने मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया। इनका कहना था कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जो गढ़वा में जाकर ब्राह्मणों को अपमानजनक शब्द कहें, वह असहनीय है। झारखण्ड ब्राह्मण युवा मंच के बैनर तले जुटे इन युवाओं को कहना था कि हमारे वोट से इनकी सरकार बनी और ये हमें ही आंख दिखा रहे हैं, ये बर्दाश्त से बाहर की चीज हैं, आनेवाले समय में हमलोग वोट द्वारा ही इनको चोट करेंगे। आज के इस पुतला दहन कार्यक्रम में टिंकु झा, राजेन्द्र पंडा, हीराकांत मिश्र, मोनू सिंह, नीरज तिवारी, बंटी झा, सचिन पांडे, सुरेन्द्र पंडित, राकेश झा समेत कई युवा उपस्थित थे।
इधर रांची में ही ब्राह्मणों ने एक गोपणीय बैठक कर, मुख्यमंत्री रघुवर दास की सत्ता को सदा के लिए समाप्त करने के लिए विशेष रघुवर सत्ता विनाशक जप प्रारंभ कर दिया। सवा लाख तक चलनेवाले जप को संपन्न कराने के लिए ब्राह्मणों को दल लग चुका है, सूत्र बताते है कि जल्द ही इस जप का प्रभाव दिखने को मिलेगा।
संवैधानिक मर्यादा को कलंकित किया रघुवर दास नेः रवीन्द्र तिवारी
इधर एक बार फिर गढ़वा के खजूरी गांव स्थित ब्रह्म स्थान में ब्राह्मणों ने बैठक कर, रघुवर सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। बैठक को संबोधित करते हुए ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष रवीन्द्र तिवारी ने कहा कि ब्राह्मणों को अश्लील शब्दों से अपमानित कर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संवैधानिक मर्यादा को कलंकित किया है। रवीन्द्र तिवारी का कहना था कि मुख्यमंत्री रघुवर दास को यह नहीं भूलना चाहिए कि आज जो वे मुख्यमंत्री हैं, उसमें ब्राह्मणों की ही कृपा है। रवीन्द्र तिवारी ने कहा कि उन्हें जैसे ही यह सूचना मिली कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ब्राह्मणों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया, वे मुख्यमंत्री से संपर्क करना चाहे, पर उन्होंने उनकी बात न सुनकर सीधे उन्हें भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से ही निलंबित करवा दिया। आश्चर्य इस बात की है कि समाज के चुने हुए प्रतिनिधि उस दौरान वहां मौजूद थे, पर किसी ने प्रतिकार नहीं किया।
रवीन्द्र तिवारी ने कहा कि वे आगामी 19 दिसम्बर को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर मुख्यमंत्री रघुवर दास के क्रियाकलापों की शिकायत करेंगे। उन्हें विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस समस्या का उचित निदान निकालेंगे। उन्होंने कहा कि यह ब्राह्मण के स्वाभिमान का मसला है, और ब्राह्मण समाज चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि ये खुशी की बात है कि गढ़वा में मुख्यमंत्री के खिलाफ केस दर्ज करा दिया गया हैं, जिस केस को ब्राह्मण समाज मुख्यमंत्री के विरुद्ध लड़ेंगे और अपना सम्मान हासिल करके रहेंगे।
आज की बैठक में गणेश दत्त उपाध्याय, ब्रजेन्द्र पांडेय, रामउदार पांडेय, रविशंकर दुबे, सीताराम चौबे, तेज प्रताप पांडेय, मुरारी पांडेय, श्रीकांत दुबे, शंभू दूबे, रमाकांत चौबे, धनन्जय मिश्र, संदीप कुमार दूबे, सुरेन्द्र नाथ तिवारी, गौरीशंकर तिवारी, रामनरेश पांडेय, मुरारी चौबे, ललन तिवारी, सुनील तिवारी, गोपाल चौबे, ओंकार नाथ तिवारी, वाल्मीकि चौबे, रघुनंदन तिवारी, अनिल कुमार पांडेय, नित्यान्द दुबे, सुमेर तिवारी, सहित सैकड़ों ब्राह्मण शामिल थे।